सोमवार सुबह नई दिल्ली में एक बड़ा प्रदर्शन हुआ जिसमे बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और नेता शामिल थे। इस प्रदर्शन का कारण था ईडी के सामने राहुल गांधी की पेशी।राहुल गांधी से नेशनल हैराल्ड मामले में ईडी ने सोमवार को पूछताछ के लिए बुलाया था जिससे कांग्रेस में खलबली की लहर दौड़ गई थी। गौरतल्ब है कि राहुल पहले ही इस मामले में जमानत पर बाहर है।
क्या है नैशनल हैराल्ड मामला।
नेशनल हैराल्ड प्रकरण वर्तमान समय (दिसम्बर 2015) में जारी एक मुकदमा है जिसे भारत के प्रसिद्ध राजनेता सुब्रमनियन स्वामी ने सोनिया गाँधी, राहुल गांधी एवं उनकी कम्पनियों एवं उनसे सम्बन्धित अन्य लोगों के विरुद्ध आरम्भ किया है। इस मामले में गांधी परिवार को एक बहुत बड़ा झटका तब लगा जब प्रवर्तन निदेशालय नें 64 करोड़ रूपए की सम्पत्ति को स्थायी रूप से कुर्क कर दिया। ये सम्पत्तियाँ हरियाणा के पंचकुला में हैं।
क्या हैं स्वामी के आरोप ।
सुब्रमण्यम स्वामी का दावा है कि YIL ने 2,000 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति और लाभ हासिल करने के लिए “दुर्भावनापूर्ण” तरीके से निष्क्रिय प्रिंट मीडिया आउटलेट की संपत्ति को “अधिग्रहित” किया। स्वामी ने यह भी आरोप लगाया कि YIL ने 90.25 करोड़ रुपये की वसूली के अधिकार प्राप्त करने के लिए सिर्फ 50 लाख रुपये का भुगतान किया था, जो AJL पर कांग्रेस पार्टी का बकाया था; यह राशि पहले अखबार शुरू करने के लिए कर्ज के रूप में दी जाती थी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि एजेएल को दिया गया ऋण “अवैध” था, क्योंकि यह पार्टी के फंड से लिया गया था। 2014 में, प्रवर्तन निदेशालय ने यह देखने के लिए जांच शुरू की कि क्या इस मामले में कोई मनी लॉन्ड्रिंग है। 18 सितंबर 2015 को, यह बताया गया कि प्रवर्तन निदेशालय ने नेशनल हेराल्ड मामले में अपनी जांच फिर से खोल दी थी।
चर्चा में क्यों YIL और AJL,क्या है YIL और AJL?
यंग इंडिया लिमिटेड की स्थापना 2010 में हुई थी।जिसमें राहुल गांधी, तत्कालीन कांग्रेस पार्टी के महासचिव, एक निदेशक के रूप में थे। ऐसा माना जाता है की जहां YIL में राहुल गांधी और उनकी मां सोनिया के पास कंपनी के 76 फीसदी शेयर हैं, वहीं शेष 24 फीसदी कांग्रेस नेताओं मोतीलाल वोरा और ऑस्कर फर्नांडीस के पास हैं। कहा जाता है कि कंपनी का कोई वाणिज्यिक संचालन नहीं है। वहीं एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) जवाहरलाल नेहरू के द्वारा शुरू की गई कंपनी थी। साल 1937 में नेहरू ने अपने शेयर धारकों के रूप में 5,000 अन्य स्वतंत्रता सेनानियो के साथ AJL की शुरुआत की थी। एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) द्वारा इसे प्रकाशित किया जाता था।
क्या है कांग्रेस की प्रतिक्रिया।
कांग्रेस पार्टी ने दावा किया है कि YIL को “दान के उद्देश्य से” बनाया गया था, न कि किसी लाभ के लिए। पार्टी यह भी दावा किया कि लेन-देन में “कोई अवैधता” नहीं थी, क्योंकि यह कंपनी के शेयरों को स्थानांतरित करने के लिए “केवल एक वाणिज्यिक लेनदेन” था। इसने स्वामी द्वारा दायर की गई शिकायत पर भी आपत्ति जताई, इसे “राजनीति से प्रेरित” करार दिया।
क्या है बीजेपी का आरोप।
सोनिया और राहुल जमानत पर रिहा है गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके बेटे राहुल गांधी को 19 दिसंबर, 2015 को निचली अदालत ने इस मामले में जमानत दे दी थी। वर्ष 2016 में, सुप्रीम कोर्ट ने उनके खिलाफ कार्रवाई रद्द करने से इनकार करते हुए मामले के सभी पांच आरोपियों (सोनिया, राहुल गांधी, मोतीलाल वोरा, ऑस्कर फर्नांडीस और सुमन दुबे) को व्यक्तिगत उपस्थिति से छूट दी थी। बीजेपी का कहना है की ये आरोप नही है इस पर कोर्ट भी अपना रुख बता चुका है।
आज हुई राहुल की पेशी।
नेशनल हेराल्ड (national herald case) मामले में राहुल गांधी से आज ईडी ने पूछताछ की। इसके लिए वह प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के दफ्तर पहुंचे हैं। उनके साथ कांग्रेस के हजारों कार्यकर्ताओं और नेताओं का हुजूम भी पहुंचा था। लेकिन सभी समर्थकों को ईडी ऑफिस से करीब एक किलोमीटर पहले रोक लिया गया था।कांग्रेस राहुल-सोनिया गांधी को मिले नोटिस का विरोध कर रही है। वहीं कांग्रेस ने आज किये जा रहे इस प्रदर्शन को ‘सत्याग्रह’ नाम दिया है।
विरोध से पहले बनी रणनीति।
राहुल गांधी ने ईडी दफ्तर जाने से पहले। कांग्रेस के सभी प्रमुख नेताओं के साथ बैठक की और प्रदर्शन का नेतृत्व किया।
कल फिर होगी पूछताछ।
नेशनल हेराल्ड केस में पूछताछ के लिए राहुल गांधी आज प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के दफ्तर पहुंचे थे। राहुल से करीब साढ़े आठ घंटे सवाल-जवाब हुए।लेकिन सवाल-जवाब का ये सिलसिला आगे भी जारी रहेगा और उन्हें कल एक बार फिर ईडी के सामने पेश होना है।
हिरासत में लिए लगे कॉन्ग्रेस कार्यकर्ता और नेता।
राहुल गांधी के ईडी दफ्तर जाने वाले रास्ते में सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे थे। जिन्हे दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वही इस प्रदर्शन में सुरजेवाला सहित कईं नेताओ को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया।