आलाकमान के निर्देशों के अनुसार ,राष्ट्रपति उम्मीदवार श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी का शानदार स्वागत हुआ ।केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री, डॉ. वीरेन्द्र कुमार ने आज अन्य मंत्रीगण व दिल्ली भाजपा संघटक के साथ राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी का दिल्ली एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत किया।मौके पर केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत , संसदीय कार्य मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल ,पट्रोलियम और प्राकृतिक गैस समिति अध्यक्ष श्री रमेश बिधूड़ी,विदेश राजमंत्री मीनाक्षी लेखी , दिल्ली सांसद मनोज तिवारी और दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता भी मौजूद रहे ।
इससे पहले, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी पर खुशी जाहिर करते हुए कहा था की ‘ श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी ने अपना जीवन समाज की सेवा और गरीबो, दलितों और आदिवासियों के साथ-साथ हाशिए के लोगों को सशक्त बनाने के लिए समर्पित कर दिया हमें पूर्ण विश्वास है कि वह हमारे देश की एक महान राष्ट्रपति होंगी”।
वहीं, गृह मंत्री, अमित शाह ने श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी पर उन्हें शुभकामनाऐं देते हुए कहा था कि, द्रौपदी मुर्मू जी ने जनजातीय समाज में शिक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने व जनप्रतिनिधि के रूप में लम्बे समय तक जनसेवा करते हुए सार्वजनिक जीवन में अपनी विशिष्ठ पहचान बनाई है। इस गरिमामयी पद की प्रत्याशी बनने पर उनको शुभकामनाएं देता हूँ व मुझे विश्वास है कि वो निश्चित रूप से जीतेंगी।
ओडिशा के मयूरभंज जिले के रहने वाली श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी ने राज्य की राजनीति में आने से पहले एक शिक्षक के रूप में शुरुआत की थी । वह मयूरभंज (2000 और 2009) के रायरंगपुर से भाजपा के टिकट पर दो बार विधायक रह चुकी हैं। वर्ष 2000 में सत्ता में आई भाजपा-बीजद गठबंधन सरकार के दौरान उन्होंने वाणिज्य और परिवहन, और बाद में, मत्स्य पालन और पशुपालन विभागों को संभाला था। 2015 में श्रीमती मुर्मू जी ने झारखंड की पहली महिला राज्यपाल के रूप में शपथ ली थी। वहीं अपने निजी जीवन में मुर्मू जी ने अपने पति श्याम चरण मुर्मू और दो बेटों को खो देने के बाद बहुत त्रासदी देखी है। विधायक बनने से पहले उन्होंने 1997 में चुनाव जीतने के बाद रायरंगपुर नगर पंचायत में पार्षद और भाजपा के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के उपाध्यक्ष के रूप में कार्य किया था।