नई दिल्ली। रोहित शेट्टी ने हाल ही में मुंबई के सबसे सबसे सम्मानित शीर्ष पुलिसकर्मियों में से एक राकेश मारिया पर एक बायोपिक का एलान किया है। मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त के जीवन पर आधारित इस फिल्म के निर्माण के लिए रोहित ने रिलायंस एंटरटेनमेंट के साथ हाथ मिलाया है। यह बायोपिक राकेश मारिया के कुशल करियर के अनुभवों पर आधारित होगी और इसका निर्देशन खुद मशहूर फिल्म निर्माता रोहित शेट्टी ही करेंगे।
इस बारे में घोषणा करते हुए निर्माता और निर्देशक, रोहित शेट्टी ने कहा, “राकेश मारिया, वह शख्स जिसने 36 साल तक चेहरे पर आतंक देखा। साल 1993 में मुंबई में हुए धमाकों, अंडरवर्ल्ड के खतरे से लेकर साल 2008 में हुए 26/11 मुंबई आतंकी हमलों तक ,उनकी उनकी अविश्वसनीय यात्रा काफी लंबी है। असल जिंदगी के सुपर पुलिस की बहादुर और निडर यात्रा को पर्दे पर लाने के लिए मैं वास्तव में सम्मानित महसूस कर रहा हूं। ”
वहीं, अपनी बायोपिक पर टिप्पणी करते हुए राकेश मारिया ने कहा कि “ मेरी जीवन यात्रा को फिर से जीना रोमांचक है, खासकर तब जब इसे रोहित शेट्टी जैसे शानदार निर्देशक द्वारा संचालित किया जा रहा हो। उन्होंने कहा कि पुरानी यादों से अधिक, कठिन चुनौतियों का सामना करने और सभी बाधाओं के खिलाफ काम करने वाली मुंबई पुलिस के असाधारण काम को लोगों के सामने रखने का यह एक मूल्यवान अवसर भी है।”
आईपीएस अधिकारी राकेश मारिया ने साल 1981 बैच से सिविल सेवा परीक्षा पास की थी। उन्होंने 1993 में बतौर पुलिस उपायुक्त (यातायात) बॉम्बे सीरियल धमाकों के मामले को सुलझाया था। इसके बाद वह मुंबई पुलिस के डीसीपी और फिर तत्कालीन संयुक्त पुलिस आयुक्त के पद पर नियुक्त हुए।
मारिया ने 2003 गेटवे ऑफ इंडिया और जावेरी बाजार डबल विस्फोट मामले को भी हल किया। इतना ही नहीं मारिया को साल 2008 में हुए 26/11 के मुंबई हमलों की जांच की जिम्मेदारी भी दी गई थी। इस दौरान उन्होंने जिंदा पकड़े गए एकमात्र आतंकवादी अजमल कसाब से पूछताछ की और मामले की सफलतापूर्वक जांच की।