रूस-यूक्रेन जंग को 4 महीने से ज्यादा का वक्त हो गया है। जंग अब भी जारी है। इसी बीच रूसी डिफेंस मिनिस्टर के लिसीचांस्क शहर पर कब्जे के दावे के बाद यूक्रेन ने भी इसे कंफर्म किया है। यूक्रेनी सेना ने कहा है- रूसी सैनिकों के साथ हफ्तों की भारी लड़ाई के बाद यूक्रेनी सैनिक पूर्वी शहर लिसीचांस्क से पीछे हट गए हैं।
सेना को लिसीचांस्क से वापस बुलाने का फैसला सैनिकों की जान बचाने के लिए लिया गया। लिसीचांस्क लुहांस्क क्षेत्र का आखरी शहर था जो यूक्रेन के कंट्रोल में था। आखरी शहर पर कंट्रोल के बाद अब पूरे लुहांस्क पर रूस का कंट्रोल हो गया है।
भारी गोलाबारी में 6 लोगों की मौत
यूक्रेन के पूर्वी शहर स्लोवियांस्क पर रविवार को कई रॉकेट लॉन्चरों से भारी गोलाबारी हुई। अभी तक यह स्लोवियांस्क शहर पर यह सबसे बड़ा हमला है। इस भारी गोलाबारी में 6 लोगों की मौत हो गई और 15 लोग घायल हैं। डोनेट्स्क क्षेत्र का स्लोवियांस्क शहर सबसे बड़े यूक्रेन नियंत्रित शहरों में से एक है। अब रूस का अगला टारगेट स्लोवियांस्क शहर है
यूक्रेन को बख्तरबंद गाड़ियां देगा ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया 34 और बख्तरबंद गाड़ियां यूक्रेन को मुहैया कराएगा। इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने रूस से गोल्ड के इंपोर्ट पर भी बैन लगा दिया है। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री यूक्रेन के दौरे पर हैं। कीव में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रधानमंत्री एंथोनी अल्बनीज ने कहा- ऑस्ट्रेलिया 16 और रूसी मंत्रियों और उद्योगपतियों पर प्रतिबंध और ट्रैवल बैन भी लगाएगा। ऑस्ट्रेलिया अब तक कुल 843 रूसी नागरिकों पर प्रतिबंध लगा चुका है।
पश्चिमी देश नहीं चाहते यूक्रेन में शांति हो
रूस ने पश्चिमी देशों पर यूक्रेन के साथ शांति वार्ता को रोकने का आरोप लगाया है। रूसी राष्ट्रपति के प्रेस सेक्रेटरी दिमित्री पेस्कोव ने युद्ध लंबा खींचने का आरोप भी पश्चिमी देशों पर लगाया। पेस्कोव ने कहा- अब पश्चिमी देश जंग जारी रखने के लिए सब कुछ दांव पर लगा रहे हैं।भारी गोलाबारी की वजह से लिसीचांस्क शहर में स्थित ‘पैलेस ऑफ कल्चर’ बुरी तरह जल गया।
रूस के डिफेंस मिनिस्टर सर्गेई शोइग्यू ने रविवार को एक अहम बयान दिया। कहा- भीषण संघर्ष के बाद हमारी फौज ने यूक्रेन के लिसिचांस्क और लुहांस्क क्षेत्र को कब्जे में ले लिया है। लिसिचांस्क में कब्जे के बाद यहां जंग थम चुकी है। लुहांस्क पर बहुत जल्द पूरा कंट्रोल होगा। इसके आसपास कई कस्बे और गांव हैं। यहां भी हमने कब्जा कर लिया है।
रूस के इस दावे को सच माना जा सकता है। इसकी वजह यह है कि महज दो दिन पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति वोल्दोमिर जेलेंस्की ने दावा किया था कि इन दोनों शहरों पर रूस कब्जा करने के करीब है।
यूक्रेन का पलटवार
रूस-यूक्रेन जंग को 4 महीने से ज्यादा हो चुके हैं। हमले अब भी जारी हैं। मेलिटोपोल में यूक्रेनी सेना ने पलटवार करते हुए रूस के मिलिट्री बेस पर हमला किया है। यूक्रेनी सैनिकों ने यहां एक के बाद एक 30 मिसाइलें दागीं।
भारी बमबारी कर रहा है रूस
रूस ने युक्रेन के उत्तरी और दक्षिणी शहरों में भी मिसाइलें दागी हैं। रूस की तरफ से किए गए हवाई हमलों में उत्तरी शहर खार्किव में रेलवे ट्रैक और बिजली की लाइनें क्षतिग्रस्त हो गईं है। दक्षिणी शहर मायकोलाइव पर रूसी सेना ने भारी बमबारी की है। शहर के मेयर ने लोगों से शेल्टर में रहने की अपील की है।
रूसी रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि उनकी वायु सेना ने यूक्रेन की पांच कमांड पोस्ट और गोला-बारूद के कई ढेर को तबाह कर दिया है। लेकिन मंत्रालय के इस दावे की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हो सकी है।
ब्रिटिश नागरिकों को मौत की सजा
रूस ने पूर्वी यूक्रेन में दो और ब्रिदिश नागरिकों को गिरफ्तार किया है। इन दोनों पर पैसों के बदले यूक्रेन के तरफ से लड़ने का आरोप है। रूसी मीडिया के मुताबिक इन दोनों को मौत की सजा दी जा सकती है। पिछले महीने रूस के नियंत्रण वाले डोनेट्स्क में अधिकारियों ने दो ब्रिटिश और एक मरोक्कन नागरिक को ऐसे ही आरोपों में मौत की सजा सुनाई थी।
बेलारूस ने यूक्रेन पर गंभीर आरोप लगाए
बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्सांद्र लुकाशेंको ने यह दावा किया है कि तीन दिन पहले यूक्रेन ने उनके सैन्य ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की। लुकाशेंको ने कहा- हमारी फौज ने यूक्रेन की तरफ से दागी गई मिसाइलों को हवा में ही नष्ट कर दिया। हालांकि, राष्ट्रपति कोई सबूत पेश नहीं कर पाए।