रुसी सेना यूक्रेन के खिलाफ युद्ध के दौरान अपने विशेष अभियान में किसी भी तरह का फेर – बदलाव नहीं करने वाली है रुसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि रूस किसी भी विशेष दिन को युद्ध समाप्त करने के लिए जबरदस्ती अपनी रणनीति नहीं बदलने वाला है | रुसी मंत्री का यह बयान उस वक्त आया है जब यह चर्चा का विषय बन गया की 9 मई को विजय दिवस के दिन इस युद्ध को ख़त्म करना चाहता है
मुख्य आपरेशन की गति में नहीं देखने को मिलेगा कोई बदलाव –
रुसी मुख्यमंत्री ( लावरोव ) – “यूक्रेन में आपरेशन की गति, सबसे पहले नागरिक आबादी और रुसी सैन्य कर्मियों के लिए किसी भी जोखिम को कम करने की आवश्कता पर निर्भर करती है” | लावरोव ने इतालवी मीडिया से बात करते हुए ये दी जानकारी ” हमारे सैनिक किसी भी कारण अपने कार्यो को समायोजित नहीं करेंगे चाहे वह विजय दिवश ही क्यूं न हो”|
पुतिन की घोषडा के तहत ही होगा सब –
रुसी विदेश मंत्री ने कहा कि रूस यूक्रेन में अपने मुख्य उद्देस्यो पर केंद्रित है, जिसकी घोषणा रुसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने की थी जिसमें नागरिक आबादी की सुरक्षा ही मुख्य है | उन्होंने कहा की यूक्रेन के क्षेत्र में आक्रामक हथियारों और नाजिफिकेशन से संबंधित किसी भी खतरे को नाकाम करने की कोशिश जारी रहेगी | लावरोव ने जोर देकर कहा, हमारे लक्ष्य में यूक्रेन में शासन परिवर्तन शामिल नहीं है |
रूस की जीत की ओर निग़ाहें – नहीं चाहता यूक्रेन का आत्मसमर्पण
यह पूछे जाने पर की क्या रूस यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोजिमिर जेलेंस्की को आत्मसमर्पण करना चाहता है, लावरोव ने कहा कि मास्को ” आत्मसमर्पण की मांग नहीं कर रहा है ” लेकिन यह चाहता है कि जेलेंस्की सभी नागरिकों को रिहा करने और प्रतिरोध को रोकने का आदेश दें | लावरोव ने जोर देते हुए कहा कि रूस पूर्वी यूक्रेन में सभी लोगो के लिए सुरक्षा सुनिश्चित करना चाहता है ताकि उन्हें इस देश के सैन्यीकरण या निजीकरण से कोई खतरा न हो ”
रूस – यूक्रेन में चल रही सैन्य कार्यवाही की मध्यस्था कर सकता है भारत –
लावरोव ने यूक्रेन मुद्दे पर भारत की तारीफ करते हुए कहा कि भारत बिना किसी दबाव में आये सूझबूझ के साथ आगे की ओर अग्रसर है भारत देश रूस और यूक्रेन के बीच मध्यस्थ बन सकता है, जिसमें वह तार्किक रहते हुए अंतर्राष्ट्रीय मसलो को सुलझाने के सुझाव दे सके तो हमें यह भारत की भूमिका मंजूर होगी |