नई दिल्ली. दिल्ली दंगों में आरोपी शरजील इमाम ने अपनी जान को खतरा बताया है और इसी के चलते कड़कड़डूमा कोर्ट में अर्ज़ी दाखिल की है. इस अर्ज़ी पर 14 जुलाई को सुनवाई की जाएगी. शरजील इमाम की याचिका पर जेल अधिकारियों ने कहा कि हम उसके आरोपों की जांच करेंगे. शरजील ने अपनी याचिका में कहा कि जेल के सहायक अधीक्षक ने तलाशी की आड़ में आठ-दस लोगों के साथ तिहाड़ जेल में उनके सेल में प्रवेश किया और उनके साथ मारपीट की.याचिका में कहा गया है कि उपरोक्त तलाशी के दौरान, जब उसने अपने सामान की हिफ़ाज़त करने की कोशिश की तो याचिकाकर्ता की किताबें और कपड़े फेंक दिए गए, हमला किया गया और उसे एक आतंकवादी और एक राष्ट्रविरोधी कहा गया.शरजील ने आरोप लगाया कि हाल ही में जेल के सहायक अधीक्षक ने तलाशी की आड़ में आठ-दस लोगों के साथ तिहाड़ जेल में उनके सेल में प्रवेश किया और उनके साथ मारपीट करते हुए उसे आतंकवादी और देशद्रोही कहा. कड़कड़डूमा कोर्ट स्थित लिंक मजिस्ट्रेट ने हाल ही में इमाम के वकील इब्राहिम द्वारा दायर अर्जी पर जेल अधिकारियों को ‘आवेदक पर किए गए हमले और तलाशी’ के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था और अधिकारियों को किसी भी ‘आगे के हमले’ से बचाने के लिए तत्काल कदम उठाने का निर्देश दिया गया था l
इमाम के वकील ने कहा कि उन्हें हमले के बारे में सोमवार 4 जुलाई को सूचित किया गया, जब उन्हें कठोर यूएपीए धाराओं के तहत दर्ज दंगों के मामले में पेश होने के लिए कड़कड़डूमा अदालत में पेश किया गया था। इब्राहिम ने कहा मारपीट का यह पहला मामला है जिसका खुलासा किसी दंगा आरोपी ने किया है। उसके सेल के अंदर नियमित रूप से तलाशी अभियान चलाया जाता है और उन्हें कभी भी प्रतिबंधित सामग्री नहीं मिली है। इस बार जेल कर्मचारी दोषियों के साथ आए, जो कि अवैध है। केवल जेल कर्मचारी ही कक्षों की जांच कर सकते हैं। इमाम, अपने कथित भड़काऊ भाषणों के लिए देशद्रोह के आरोपों का भी सामना कर रहे हैं, जनवरी 2020 से न्यायिक हिरासत में हैं। दिल्ली पुलिस ने मामले में इमाम के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि उन्होंने केंद्र सरकार के प्रति घृणा, अवमानना और असंतोष को भड़काने वाले भाषण दिए और लोगों को उकसाया जिसके कारण दिसंबर 2019 में हिंसा हुई। शरजील इमाम ने यह आरोप भी सनसनीखेज लगाया गया है कि जेल के सहायक अधीक्षक ने हाल ही में तलाशी की आड़ में आठ-दस लोगों के साथ उसके सेल में प्रवेश किया, उससे मारपीट और आतंकवादी व राष्ट्रविरोधी कहकर संबोधित किया। वहीं, शरजील इमाम के आरोप पर तिहाड़ जेल की ओर से बयान आया है कि दिल्ली हम उस (थरजील) के आरोप की जांच करेंगे। दिल्ली की अदालत में जेएनयू छात्र शरजील इमाम की याचिका पर जेल अधिकारियों को लेकर कहा गया है कि सहायक जेल अधीक्षक द्वारा उत्पीड़न, हमले ओट 8-9 दोषियों द्वारा उत्पीड़न, हमले का आरोप लगाया गया है, जो तलाशी की आड़ में उनकी कोठी में प्रवेश कर गए थे।