दक्षिण अफ्रीका ने भारत को 5 विकेट से हरा दिया है. भारत, पाकिस्तान और नीदरलैंड्स को हराकर अभी तक इस टी-ट्वेंटी के विश्व कप में एक मैच भी हारा नही था. रोहित शर्मा ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. भारत ने सुर्या के अर्धशतक की मदद से 20 ओवर 133 रन का स्कोर खड़ा किया. जबाव में एडम मार्करम और डेविड मिलर ने अर्धशतक लगाया और मैच को दक्षिण अफ्रीका की झोली में डाल दिया. भारत के तरफ से सुर्या ने 40 गेंदो में 6 चौके और 3 छक्को की मदद से 68 रनों की शानदार पारी खेली और भारत की लाज रख ली. लेकिन सुर्याकुमार की इस पारी के आगे मार्करम और डेविड मिलर की पारी ज्यादा असरदार साबित हुई.
क्या कहा रोहित शर्मा ने
पोस्ट मैच प्रजेंटेशन में बोलते हुए भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने कहा का, ‘हमें उम्मीद थी कि पिच में कुछ होगा. हम जानते थे कि तेज गेंदबाजों को काफी मदद मिलेगी, इसलिए लक्ष्य का पीछा करना आसान नहीं था. हम बल्ले से थोड़े कम हो गए. हमने अच्छी लड़ाई लड़ी, लेकिन आज दक्षिण अफ्रीका बेहतर था. जब आप वह स्कोर (10 में 40/3) देखते हैं, तो आप हमेशा सोचेंगे कि आप खेल में हैं. यह मार्कराम और मिलर की मैच विनिंग पार्टनरशिप थी. हम मैदान में थोड़े हल्के थे, हमने इतने मौके दिए और हम सर्तक नहीं थे. हम बस काफी अच्छे नहीं थे. पिछले दो मैचों में हम मैदान में काफी अच्छे रहा थे. हम अपने मौके नहीं रोक सके, हम कुछ रन आउट से चूक गए. हमें अपना सिर ऊंचा रखने की जरूरत है और इस खेल से सीख लेने की जरूरत है. मैंने देखा है कि आखिरी ओवर में स्पिनरों के साथ क्या होता है, इसलिए मैं दूसरे रास्ते पर जाना चाहता था. अगर मैं अश्विन के ओवर खत्म कर सकता हूं, तो मैं सिर्फ यह सुनिश्चित करना चाहता हूं कि तेज गेंदबाज सही ओवर फेंक रहे हैं. आपको इसे किसी बिंदु पर उपयोग करना होगा. नए बल्लेबाज के साथ, उनके लिए गेंदबाजी करने का यह सही समय था. मिलर ने कुछ अच्छे शॉट भी खेले.’
क्या बोला टेम्बा बावुमा ने
दक्षिण अफ्रीका के कप्तान टेम्बा बावुमा ने पोस्ट मैच प्रजेंटेशन में बोलते हुए कहा कि, ’10-ओवर के निशान पर) चर्चा इरादे को बढ़ाने की थी. जब आप ऐसा करते हैं, तभी अवसर आपके सामने आते हैं. सौभाग्य से चीजें हमारे हिसाब से चलीं और हम उस गति को हासिल करने में सफल रहे. हमारा बल्लेबाजी क्रम खुद को छोड़कर अच्छी फॉर्म में है. यह एक बल्लेबाजी इकाई है जो कुछ समय से साथ है. दबाव के क्षणों में आने से खिलाड़ियों का आत्मविश्वास बढ़ेगा. हमने यहां खेले जा रहे खेलों को देखा और लंबाई पर फैसला किया. परिवर्तनीय उछाल ने हमारी सहायता की. हमने अपने निष्पादन का समर्थन किया, सौभाग्य से यह हमारे लिए बंद हो गया. हमें वह टैग (पसंदीदा) पसंद नहीं है, हम टूर्नामेंट में पसंदीदा के रूप में नहीं आए हैं. हम रडार के नीचे उड़ते रहेंगे. यह महत्वपूर्ण है कि हम सुधार करते रहें और ठीक यही हम कर रहे हैं.’
प्रजेंटेशन से, दक्षिण अफ्रीका ने इस प्रतियोगिता में शायद ही एक पैर गलत रखा हो. जिम्बाब्वे के खिलाफ एक अंक से उनसे लूट लिया गया जब बारिश ने खेल बिगाड़ दिया. लेकिन सेमीफाइनल में उनका पैर लगभग पहुंच गया है – इस जीत के लिए उनको धन्यवाद. दूसरी ओर, भारत को प्रतियोगिता की अपनी पहली हार का सामना करना पड़ा और इस परिणाम से उसके पड़ोसी (पाकिस्तान) के सेमीफाइनल में पहुंचने की संभावना कम हो गई. खैर, किसी भी बात से इंकार न करें; इस खेल में और विशेष रूप से इस प्रारूप में कुछ भी संभव है. पर्थ में यह आखिरी गेम था, एक ऐसा स्थान जहां गेंद स्पष्ट रूप से बल्ले पर हावी थी. भारत का अगला मैच 2 नवंबर को बंग्लादेश के साथ होगा. भारत अपना अंतिम मैच जिम्बाब्वे से 6 नवंबर को होगा. भारत के लिए दोनों मुकाबले आसान होंगे लेकिन भारत किसी भी प्रकार का जोखिम लेने से बचेगा.
क्या रही दोनों टीम की प्लेइंग इलेवन
भारत: रोहित शर्मा (कप्तान), केएल राहुल, विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव, दीपक हुड्डा, हार्दिक पांड्या, दिनेश कार्तिक (विकेटकीपर), रविचंद्रन अश्विन, भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी, अर्शदीप सिंह.
दक्षिण अफ्रीका: क्विंटन डी कॉक (विकेटकीपर), तेम्बा बावुमा (कप्तान), राइली रूसो, एडेन मार्कराम, डेविड मिलर, ट्रिस्टन स्टब्स, वेन पार्नेल, केशव महाराज, कगिसो रबाडा, लुंगी एनगिडी, एनरिक नॉर्त्जे.