एशिया कप मे हम एक से एक रोमांचक मैच के गवाह बन रहे हैं. शुक्रवार को हुए श्रीलंका-अफगानिस्तान मैच में हमें एक लेवल आगे का रोमांच दिखा. टॉस जीतकर श्रीलंका ने पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया. अफगानिस्तान ने 20 ओवर में 6 विकेट खोकर 175 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया. जवाब में श्रीलंका ने भी जबरदस्त खेल दिखाया और इस लक्ष्य को 19.1 ओवर में 6 विकेट खोकर हासिल कर लिया. भानुका और गुरबाज ने शानदार खेल दिखाया.
अफगानिस्तान ने दिया था 176 रन का टार्गेट
टॉस हारकर अफगानिस्तानट ने पहले बल्लेबाजी की. अफगानिस्तान ने सलामी बल्लेबाज गुरबाज ने एक यादगार पारी खेली जिसे एशिया कप के इतिहास में कई दिनों तक याद रखा जायेगा. गुरबाज ने 45 गेंदों में 4 चौके और 6 छक्के की मदद से 84 रन की पारी खेली. गुरबाज के अलावा अफगानिस्तान के तरफ से इब्राहिम जादरान ने भी शानदार पारी खेली. जादरान ने 2 चौके और एक छक्के की मदद से 40 रन की पारी खेली. श्रीलंका के तरफ से दिलशान ने सबसे ज्यादा 2 विकेट लिए.
4 विकेट शेष रहते श्रीलंका जीता
हाई रन चेज के लिए यह बहुत जरूरी था कि श्रीलंका की शुरुआत बेहतर हो. श्रीलंका के सलामी बल्लेबाज कुसल मेंडिस ने एक बार फिर से अपने कौशल का प्रदर्शन किया. कुसल ने 19 गेदों में 2 चौके और 3 छक्के की मदद से 36 रन की उपयोगी पारी खेली. कुसल के साथ आये निशांका ने भी उनका भरपूर साथ दिया. निशांका ने 28 गेंदों में 3 चौके और 1 छक्के की मदद से 35 रन बनाए. गुणातालिका ने भी 2 चौके और 2 छक्के की मदद से 33 रन बनाए. लेकिन श्रीलंका के तरफ से सबसे महत्वपूर्ण पारी भानुका राजपक्षे ने खेली. भानुका ने 14 गेंदों में 4 चौके और 1 छक्के की मदद से 31 रन बनाकर श्रीलंका को जीत दिलाई.
पोस्ट मैच प्रजेंटेशन में क्या बोले खिलाड़ी
84 रन की पारी खेलने वाले अफगानिस्तान के खिलाड़ी रहमनतुल्ला गुरबाज को मैन ऑफ द मैच का खिताब मिला. पोस्ट मैच प्रजेंटेशन में बोलते हुए गुरबाज ने कहा कि, ‘बेशक हम परिणाम से निराश हैं. लेकिन ऐसा होता है. हम 25 रन कम थे. हमने बस अपना स्वाभाविक खेल खेलने और सकारात्मक रहने की कोशिश की. वह (ट्रॉट) हमारे साथ बहुत मेहनत करता है. उसके साथ इतना खुश. हम इसे यहां से विश्व कप में भी ले जाएंगे.
श्रीलंका को जीत दिलाने वाले भानुका राजपक्षे ने कहा कि, ‘जब मैं बल्लेबाजी करने गया, तो शुरुआत में गेंद को अच्छी तरह से कनेक्ट करने और दौड़ने की बात थी, लेकिन विकेट काफी अच्छा लग रहा था, और हमें लगा कि 175 का स्कोर काफी अच्छा है. कुल मिलाकर लड़कों ने बहुत अच्छा काम किया और यह हमारे लिए शानदार जीत है. आईपीएल में मैंने नंबर 3 पर बल्लेबाजी की है, और श्रीलंका की टीम में वापस आकर, वे चाहते थे कि मैं शुरू में नंबर 3 पर बल्लेबाजी करूं, लेकिन मध्य क्रम को मजबूत करने के लिए वे चाहते थे कि मैं नंबर 5 या नंबर 6 पर बल्लेबाजी करूं. मैं इस समय एन्जॉय कर रहा हूं. यह थोड़ा सा अजीब था, क्योंकि आखिरी गेम में वे हम सभी को 105 पर आउट करने में कामयाब रहे, इसलिए हम अपने हाथ ऊपर उठाकर पूरी दुनिया को दिखाना चाहते थे कि हम उतने बुरे नहीं हैं जितने हम उस रात थे.
श्रीलंका को कप्तान शनाका ने पोस्ट मैच प्रजेंटेशन में बोलते हुए एक दिलचस्प अनुभव साक्षा किया. शनाका ने कहा कि, ‘यह ड्रेसिंग रूम का विश्वास है. एक टीम के तौर पर हमारा मानना है कि हम इस तरह के विकेटों पर किसी भी चीज का पीछा कर सकते हैं. पीछा करते समय हमें इस बात का स्पष्ट अंदाजा होता है कि विकेट कैसा व्यवहार करता है. लड़कों ने योजना को बहुत अच्छी तरह से क्रियान्वित किया – फर्नांडो, हसरंगा, थीक्षाना. मेंडिस और पथुम की शुरुआत जैसे हुई, यह देखकर बहुत खुशी हुई. और दूसरों ने पीछा किया.
अफगानिस्तान के कप्तान मोहम्मद नबी ने कहा कि, ‘अंत में हम 20-25 रन कम थे. साथ ही हमने अच्छी फील्डिंग भी नहीं की. साथ ही सही क्षेत्रों में गेंदबाजी नहीं की. जब हमने बांग्लादेश के खिलाफ आखिरी मैच खेला था, तो आज पिच बेहतर थी (उसकी तुलना में). हमने शानदार गेंदबाजी नहीं की, कुछ कैच छोड़े. स्थिति अलग हो सकती थी.
क्या थी प्लेइंग इलेवन
अफगानिस्तान : हजरतुल्लाह जजई, रहमानुल्ला गुरबाज (विकेटकीपर), इब्राहिम जादरान, मोहम्मद नबी (कप्तान), नजीबुल्लाह जादरान, करीम जनत, समीउल्लाह शिनवारी, राशिद खान, नवीन-उल-हक, मुजीब उर रहमान, फजलहक फारूकी.
श्रीलंका : पथुम निसानका, कुसल मेंडिस (विकेटकीपर), चरिथ असलंका, दनुष्का गुणथिलका, भानुका राजपक्षे, दासुन शनाका (कप्तान), वनिन्दु हसरंगा, चमिका करुणारत्ने, महेश थीक्षाना, असिथा फर्नांडो, दिलशान मदुशंका