एशिया कप में रोमांचक मुक़ाबले भर-भर के देखने को मिल रहे हैं. बृहस्पतिवार को हुए श्रीलंका-बंग्लादेश मुकाबले में आखिरी गेंद तक कोई यह नही बता पा रहा था कि मैच कौन ले जायेगा. टॉस जीतकर श्रीलंका ने पहले गेदबाजी का फैसला किया. बंग्लादेश ने 20 ओवर में 7 विकेट खोकर 183 रन बनाया. इसके जवाब में श्रीलंका ने यह लक्ष्य 19.2 गेद में 2 विकेट शेष रहते हुए ही हासिल कर लिया. कुसल मेंडिस के शानदार अर्धशतक के लिए उनको मैन ऑफ द मैच का अवार्ड मिला.
बंग्लादेश ने दिया था 184 रन का टार्गेट
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए बंग्लादेश की शुरुआत अच्छी नही रही और सलामी बल्लेबाज सब्बीर सिर्फ 5 रन बनाकर पवेलियन लौट गए. लेकिन उसके बाद कप्तान शाकिब अल हसन और सलामी बल्लेबाज मिराज ने मौर्चा संभाला और एक बेहतरीन साझेदारी की. मिराज ने 26 गेंदों में 2 चौके और 2 छक्के की मदद से 38 रन की पारी खेली तो वही शकीब ने 3 चौके की मदद से 24 रन बनाए. अफीफ हुसैन ने कुछ अच्छे हाथ दिखाये और 22 गेंदों में 4 चौके और 2 छक्के की मदद से 39 रन बनाए. अंत में महमूदुल्ला और मोसद्दक की पारी ने बंग्लादेश की पारी को 180 के पार पहुंचाया. श्रीलंका के तरफ से हसरंगा और करूनारत्ने को दो-दो विकेट मिला.
श्रीलंका ने 19.2 ओवर में हासिल की जीत
लक्ष्य का पिछा करने उतरी श्रीलंका की टीम शरू से ही सकारात्मक दिख रही थी. सलामी बल्लेबाज कुशल मेंडिस ने शानदार अर्धशतक लगाकर श्रीलंका को ठोस शुरुआत दी. कुसल ने 37 गेंदों में 4 चौके और 3 छक्के की मदद से 60 रन की पारी खेली. कप्तान शनाका ने भी 45 रन की अहम पारी खेली. कुशल मेंडिस के इस पारी के लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच का खिताब मिला.
पोस्ट मैच प्रजेंटेशन में क्या बोले खिलाड़ी
मैच के मैन ऑफ द मैच रहे कुसल मेंडिस ने पोस्ट मैच प्रजेंटेशन में कहा कि, ‘पहले छह ओवर, मैं अपने सामान्य खेल के साथ गया और फिर अगले चार ओवर, मैं अपने शॉट्स के साथ गया। (नो बॉल पर) यह एक अच्छा विकल्प था, मुझे फिर से बल्लेबाजी करनी पड़ी. मेरे पास दो मौके थे, इसलिए आज मेरा दिन था. मैंने 60 रन बनाए और अपनी टीम के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया. मैंने पिछले छह महीने से एक साल तक श्रीलंका में अभ्यास किया है, मैं हर रोज सीख रहा हूं और मुझे पता है कि टीम मुझसे क्या चाहती है. समर्थन के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद, श्रीलंकाई प्रशंसक!
श्रीलंकाई कप्तान शनाका ने पोस्ट मैच प्रजेंटेशन में कहा कि, ‘बीच में, मुझे लगा कि यह कठिन है. लेकिन जब मैं और कुशल बल्लेबाजी कर रहे थे तो मुझे लगा कि यह हासिल किया जा सकता है. मुझे लगता है कि सलामी बल्लेबाजों ने अच्छा काम किया, हमने चर्चा की कि हमें शुरुआत के लिए उस ओपनिंग पार्टनरशिप की जरूरत है. आज, वह कुंजी थी और इसलिए हमने इस कुल स्कोर का पीछा किया. मैंने खुद को प्रमोट करने के बारे में सोचा, लेकिन टीम की बात से मुझे नीचे आकर फिनिशर के तौर पर खेलने के लिए कुर्बानी देनी होगी. मेरी पहली प्राथमिकता टीम के लिए है. जब चमिका रन आउट हो गया तो हमें लगा कि खेल खत्म हो गया है. लेकिन असिथा फर्नांडो ने वो दो शॉट बहुत अच्छे से बनाए, इन लोगों में बहुत क्षमता है. यह देखकर बहुत खुशी होती है.
बंग्लादेश के कप्तान शाकिब अल हसन ने पोस्ट मैच प्रजेंटेशन में कहा कि, ‘मुझे लगता है कि कुछ खराब ओवरों ने हमें खेल की कीमत चुकानी पड़ी. आखिरी ओवर में वे 8 रन बनाकर आउट हो गए, लेकिन चार गेंदें हाथ में लेकर वे वहां पहुंच गए. इससे पता चलता है कि हम डेथ ओवर में अच्छी गेंदबाजी नहीं कर रहे हैं, लेकिन जिस तरह से उन्होंने बल्लेबाजी की उसका श्रेय श्रीलंका को जाता है. मुझे लगता है कि दासुन ने बहुत अच्छा खेला. हम जल्दी विकेट लेना चाहते थे, लेकिन गेंदबाज अपनी योजना पर अमल नहीं कर सके और इसलिए स्पिनर ने आखिरी ओवर फेंका. पिछले छह महीनों में हमने अच्छा नहीं खेला है, लेकिन हम इन पिछले दो मैचों में प्रतिस्पर्धी रहे हैं. विश्व कप अब एक अलग चुनौती होगी, हमें सुधार करना होगा. हमें अपने प्रशंसकों के लिए खेद है, हम जहां भी जाते हैं हमें ऐसा शानदार समर्थन मिलता है.
क्या रही प्लेइंग इलेवन
बंग्लादेश: सब्बीर रहमान, मुशफिकुर रहीम (विकेटकीपर), शाकिब अल हसन (कप्तान), आफिफ हुसैन, महमूदुल्लाह, मोसादेक हुसैन, मेहदी हसन, तस्कीन अहमद, मेहदी हसन, मुस्ताफिजुर रहमान, इबादत हुसैन.
श्रीलंका: पथुम निसंका, कुसाल मेंडिस (विकेटकीपर), चरित असलंका, दासुन गुणातिलका, भानुका राजपक्षा, वानिंडु हसरंगा, दासुन शनाका (कप्तान), चमिका करुणारत्ने, महीथ तीक्ष्णा, दिलशान मधुशंका, असिता फर्नांडो.