श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे देश छोड़कर मालदीव भाग गए हैं। राजपक्षे के देश छोड़ने से श्रीलंकाइयों का गुस्सा भड़क गया है। राजधानी कोलंबो की सड़कों पर प्रदर्शनकारी जमकर उत्पात कर रहे हैं। लोगों के उग्र विरोध को देखते हुए प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने इमरजेंसी का ऐलान किया है।
गुस्साई भीड़ ने पीएम हाउस और नेशनल टीवी ‘रूपवाहिनी’ के स्टूडियो पर कब्जा कर लिया। जबकि हजारों की तादाद में लोग संसद भवन की ओर मार्च कर रहे हैं। नेशनल टीवी पर कब्जे के बाद चैनल ऑफ एयर हो गया। कई जगहों पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों में हिंसक झड़प हुई। लंकाई प्रधानमंत्री कार्यालय की रिपोर्ट के मुताबिक, अब तक 30 से ज्यादा प्रदर्शनकारी घायल हुए हैं।
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श्रीलंका इन दिनों एतिहासिक आर्थिक संकट से जूझ रहा है। यहां के राष्ट्रपति भवन पर जनता ने कब्जा जमा लिया है। इस बीच खबर है कि राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे आज सुबह कोलंबो से मालदीव भाग निकले हैं। वायुसेना के विशेष विमान से वह अपनी पत्नी व दो अंगरक्षकों के साथ मुल्क से फरार हो गए हैं। आज गोतबाया को राष्ट्रपति पद से इस्तीफा भी देना था। राष्ट्रपति के देश छोड़ने की खबरों से प्रदर्शनकारी फिर से भड़क गए हैं। हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारियों ने संसद व प्रधानमंत्री कार्यालय पहुंच गए हैं। सेना व प्रदर्शनकारी आमने-सामने हैं। इस बीच श्रीलंका में आपातकाल लागू कर दिया गया है। श्रीलंका में बेकाबू होते हालातों के बीच संसद के स्पीकर ने बताया कि राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे आज अपना इस्तीफा देंगे। उन्होंने बताया नया राष्ट्रपति 20 जुलाई को चुना जाएगा।इधरसंकट के बीच अमेरिकी दूतावास ने श्रीलंका में दो दिन के लिए अपनी सेवाएं बंद कर दी हैं।श्रीलंका में राष्ट्रीय टीवी चैनल रूपवाहिनी कॉरपोरेशन का प्रसारण बंद हो गया है। बताया जा रहा है कोलंबो में टीवी चैनल के दफ्तर को प्रदर्शनकारियों ने चारों तरफ से घेर लिया है। ऐसे में चैनल ने प्रसारण बंद करने का फैसला किया है।एक विडियो मे श्रीलंका में हालात बेकाबू हो गए हैं। देश का भविष्य अधर में लटक गया है। इस बीच प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए सुरक्षाकर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। बड़ी संख्या में पुलिस और सेना के जवानों को तैनात किया गया है। प्रदर्शनकारियों पर लगातार आंसू गैस के गोले दागे जा रहे हैं।
कार्यवाहक राष्ट्रपति पर विपक्ष ने खड़े किए सवाल
गोतबाया राजपक्षे के देश छोड़ने के बाद रानिल विक्रमसिंघे को श्रीलंका का कार्यवाहक राष्ट्रपति बनाया गया है। अब विपक्ष ने इस पर सवाल खड़े किए गए हैं। श्रीलंका में विपक्ष के नेता साजिथ प्रेमदासा ने कहा, प्रधानमंत्री तभी कार्यवाहक राष्ट्रपति बनते हैं जब राष्ट्रपति उन्हें नियुक्त करते हैं और उनका कार्यालय खाली हो जाता है। इसके अलावा संसद के परामर्श पर मुख्य न्यायाधीश पीएम को कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त करते हैं। इनके बिना, पीएम राष्ट्रपति की शक्ति का प्रयोग नहीं कर सकते और कर्फ्यू की घोषणा नहीं कर सकते।
कोलंबो में प्रधानमंत्री आवास के बाहर इकट्ठा हजारों प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए सुरक्षाकर्मियों ने कार्रवाई शुरू कर दी है। आवास के बाहर गोली चलने की आवाजें सुनी गई हैं। बताया जा रहा है कि सुरक्षाकर्मियों ने हवाई फायरिंग की है।
श्रीलंका में सड़कों पर हालात बेकाबू हो चुके हैं। हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री आवास के बाहर जमा हैं। ऐसे में उन पर हेलीकॉप्टर के जरिए नजर रखी जा रही है। वायु सेना के हेलीकॉप्टर पीएम आवास व संसद के आसपास चक्कर लगा रहे हैं।
अब तक नहीं दिया इस्तीफा
राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे को आज इस्तीफा देना था। हालांकि, पहले ही वह मालदीव भाग गए हैं। ऐसे में में उनके इस्तीफे को लेकर संशय बरकरार है। उधर, श्रीलंका की संसद की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि उन्हें अब तक राष्ट्रपति का इस्तीफा नहीं मिला है। उम्मीद है कि वह आज ही अपना इस्तीफा सौंप देंगे।
गोटबाया की पहली कोशिश नाकाम हुई थी
गोटाबाया 8 जुलाई के बाद से कोलंबो में नहीं दिख रहे थे। वे मंगलवार यानी 12 जुलाई को नौसेना के जहाज से भागने की फिराक में थे, लेकिन पोर्ट पर इमिग्रेशन अधिकारियों ने पासपोर्ट पर सील लगाने के लिए VIP सुईट में जाने से इनकार कर दिया था। राजपक्षे ने जोर दिया था कि देशभर में चल रहे विरोध की वजह से दूसरी सार्वजनिक सुविधाओं का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं, लेकिन अफसर नहीं माने थे।
राष्ट्रपति को गिरफ्तारी से है छूट
दरअसल, श्रीलंका में पदस्थ राष्ट्रपति को गिरफ्तारी से छूट प्राप्त है। ऐसे में माना जा रहा है कि गोतबाया राजपक्षे इस्तीफा देने से पहले विदेश भागना चाहते थे। उन्हें डर था कि इस्तीफा देते ही गोतबाया को गिरफ्तार किया जा सकता है। बता दें, गोतबाया को आज अपना इस्तीफा देना था।
राष्ट्रपति के भाई भी देश से भागना चाहते हैं
राष्ट्रपति के भाई और पूर्व वित्त मंत्री बेसिल राजपक्षे को देश छोड़कर भागने की फिराक में थे, लेकिन एयरपोर्ट पर इमीग्रेशन स्टॉफ के विरोध के बाद उन्हें वापस लौटना पड़ा। देश में जहां एक तरफ जनता दाने-दाने के लिए तरस रही है, वहीं बासिल ने अमेरिका जाने के लिए 1.13 करोड़ श्रीलंकाई रुपए में बिजनेस क्लास के चार टिकट किए थे।