नई दिल्ली :: उत्तर प्रदेशकी राजनीति में चचा-भतीजे की लड़ाई फिर एक बार उजागर हो गई है. शिवपाल यादव ने एक बार फिर से ट्वीट कर अखिलेश पर बड़ा हमला किया है. शिवपाल का ये ट्वीट अब हर तरफ चर्चा का विषय बना हुआ है. दरसल ईद के मौके पर शिवपाल यादव से पहले आजम खान ने भी बेटे के ट्विटर हैंडल के सहारे अखिलेश को निशाने पर लिया है समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव पर उनके चाचा और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी प्रमुख शिवपाल यादव ने बड़ा हमला किया है। उन्होंने अपना दर्द जाहिर करते हुए कहा है कि जिसे चलना सिखाया वही उन्हें रौंदता रहा।
शिवपाल यादव ने ईद के मौके पर प्रदेशवासियों को मुबारकबाद दी। इसके साथ ही उन्होंने अखिलेश यादव को भी निशाने पर ले लिया शिवपाल यादव ने मंगलवार को ट्वीट कर लिखा, ”अपने सम्मान के न्यूनतम बिंदु पर जाकर मैंने उसे संतुष्ट करने का प्रयास किया! इसके बावजूद भी अगर नाराज हूं तो किस स्तर तक उसने हृदय को चोट दी होगी! हमने उसे चलना सिखाया.. और वो हमें रौंदते चला गया… एक बार पुनः पुनर्गठन,आत्मविश्वास व सबके सहयोग की अप्रतिम शक्ति से ईद की मुबारकबाद।’
उत्तर प्रदेश चुनाव 2022 के परिणाम के बाद समाजवादी पार्टी के विधाायक दल की बैठक में शिवपाल यादव को न बुलाए जाने के बाद से नाराजगी का मामला सतह पर आया था। शिवपाल ने नाराजगी जताई। इसको लेकर सपा की ओर से साफ किया गया कि जो भी नेता सहयोगी दलों का होने के बाद भी सपा के टिकट पर चुनाव लड़े और जीते, उन्हें विधायक दल की बैठक में नहीं बुलाया गया। इस बयान ने शिवपाल के सामने पूरी स्थिति साफ कर दी। उनका समाजवादी पार्टी में भविष्य नहीं है। इसके बाद शिवपाल की भाजपा से नजदीकी की खबर आती रही। शिवपाल इन खबरों को न खारिज किए और न ही कभी स्वीकार। पिछले दिनों अखिलेश ने उनके भाजपा से नजदीकी का मामला उठाते हुए उन्हें चले जाने की सलाह दे दी। दोनों के बीच जुबानी जंग का सिलसिला जारी है। सपा विधायक दल की बैठक में न बुलाए जाने से नाराज शिवपाल यादव के बीजेपी में जाने की भी चर्चा है। शिवपाल के बीजेपी में जाने की चर्चा पर बीते दिनों अखिलेश यादव ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि बीजेपी हमारे चाचा को लेना चाहती है तो अच्छी बात है, ले ले उन्हें। देर क्यों कर रही है? साथ ही उन्होंने कहा कि उनकी चाचा से कोई नाराजगी नहीं है। वहीं, शिवपाल यादव ने भी इस बयान पर पलटवार किया था। शिवपाल ने कहा था कि अगर उन्हें ऐसा लगता है तो वह उन्हें पार्टी से निकाल क्यों नहीं देते वहीं जब शिवपाल यादव से बीजेपी में जाने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने न तो इसे खारिज किया और न ही स्वीकार किया. उन्होंने कहा कि वो इसका जवाब सही समय पर देंगे. इसके साथ ही समान नागरिक संहिता के बयान पर तटस्थ रहते हुए उन्होंने इसका समर्थन किया. शिवपाल यादव को लेकर खबरें तेज हैं कि वो बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. हालांकि इसे लेकर अभी उनकी तरफ से कोई साफ जवाब नहीं आया है वहीं अखिलेश ने बुधवार को साफ कहा कि जो बीजेपी से मिलेगा वो सपा में नहीं रहेगा.