किसी भी फल या किसी भी सब्जी की पत्ती हमारे लिए कितनी उपयोगी हो सकती है यह उसके बारे में अध्ययन करने से ही पता चलता है, तो आज हम आपको उन्हीं सब पत्तियों के बारे में बताएंगे जो आपके लिए और आपकी सेहत के लिए लाभदाई होती हैं! वजन बढ़ना और इसे कम करने के लिए तमाम तरह के प्रयत्न करते रहना, मौजूद समय में काफी सामान्य हो गया है। भारत में अधिक वजन के शिकार लोगों की संख्या 40.3 फीसदी से अधिक है। अध्ययनों में अधिक वजन की समस्या को शरीर में तमाम तरह की बीमारियों के प्रमुख जोखिम कारक के रूप में बताया जाता है। डायबिटीज से लेकर हृदय रोग तक के लिए वजन बढ़ने की समस्या को खतरनाक माना जाता रहा है। यही कारण है कि स्वास्थ्य विशेषज्ञ सभी लोगों को बचपन से ही वजन को नियंत्रित करते रहने वाले उपाय करने की सलाह देते हैं। आहार से लेकर जीवनशैली को ठीक रखने तक के उपाय, वजन को नियंत्रित करने में मददगार माने जाते हैं।
पर क्या आप जानते हैं कि वजन कम करने में कुछ प्रकार की पत्तियों का सेवन भी फायदेमंद हो सकता है? विशेषज्ञ बताते हैं, रसोई में मौजूद कुछ हरी पत्तियों का उपयोग करके न सिर्फ वजन कम करने में मदद मिल सकती है, साथ ही यह आपके शरीर के लिए कई अन्य प्रकार से भी फायदेमंद हो सकते हैं।
करी पत्ते, दक्षिण भारतीय व्यंजनों में ज्यादा प्रयोग में लाए जाते हैं। यह न सिर्फ भोजन के स्वाद को बढ़ाने में सहायक हैं साथ ही इसमें मौजूद घटक शरीर के लिए अन्य कई तरह से भी लाभदायक भी हो सकते हैं। विशेषज्ञ बताते हैं, हर सुबह खाली पेट करी पत्ते चबाने से वजन कम करने में मदद मिल सकती है। करी पत्ते कई प्रकार के पोषक तत्वों और पौधे-आधारित यौगिकों से भरपूर होते है। इसमें महानिम्बाइन नामक अल्कलॉइड पाया जाता है जो वजन और लिपिड की मात्रा को कम करने के साथ फैट को काटने, मेटाबॉलिज्म दर को बढ़ाने और शरीर में वसा के जमाव को कम करने में मदद करता है।
कुछ अध्ययनों में अमरूद के पत्तों को भी वजन कम करने में मददगार माना जाता है। विशेषज्ञ कहते हैं, अमरूद के पत्तों का सेवन वजन घटाने में सहायक हो सकता है। चूहों पर किए गए शोध से पता चलता है कि अमरूद का पत्ता रक्त शर्करा और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में सहायक है। इसके अलावा अमरूद के पत्ते में कैटेचिन, क्वेरसेटिन और गैलिक एसिड सहित एंटीऑक्सिडेंट भी पाए जाते हैं जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने के साथ वजन घटाने में आपके लिए फायदेमंद हो सकते हैं। हालांकि भोजन के स्वाद को बढ़ाने में इस पत्ते का उपयोग नहीं है।
ऑरीगैनो, इतालवी भोजन का प्रमुख हिस्सा रहे हैं। पॉलीफेनोल्स और फ्लेवोनोइड्स जैसे बायोएक्टिव यौगिकों से भरपूर ये पत्तियां न केवल शरीर में इंसुलिन के नियमन में मदद करती है बल्कि शरीर को आकार में भी रखती है। यह एक उत्कृष्ट जड़ी-बूटी है जो वजन बढ़ने की समस्या को कम करके कब्ज को रोकने में आपके लिए मददगार हो सकती है।
वजन कम करने के लिए धनिया की पत्तियों को भी काफी लाभकारी प्रभावों वाला माना जाता है। धनिया की पत्तियां कई प्रकार के ऐसे खनिजों और विटामिन्स से भरपूर होती हैं जो वजन और मेटाबॉलिज्म के स्तर को नियंत्रित करने में सहायक हैं। इसमें मैग्नीशियम, विटामिन-बी और फोलिक एसिड की मात्रा के साथ क्वेरसेटिन नामक एक महत्वपूर्ण तत्व पाया जाता है जो वजन कम करने में सहायक हो सकता है। हर घर में इन पत्तियों का सेवन कई प्रकार से किया जाता रहा है।प्रोटीन, वसा, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, मिनरल होते हैं। इसके अलावा हरे धनिया में कैल्शियम, फास्फोरस, आयरन, कैरोटीन, थियामीन, पोटोशियम और विटामिन सी भी पाया जाता हैं।हरा धनिया ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए रामबाण माना जाता है। डाइबिटीज रोगियों के लिए हरा धनिया किसी जड़ी-बूटी से कम नहीं है। इसके नियमित सेवन से ब्लड में इंसुलिन की मात्रा को कंट्रोल किया जा सकता है।हरा धनिया न सिर्फ पेट की समस्याओं को दूर करने में फायदा देता है बल्कि यह आपकी पाचन शक्ति को बढ़ाने में भी लाभकारी हो सकता है। पेट की समस्याओं जैसे पेट में दर्द होने पर आधा गिलास पानी में दो चम्मच धनिया डालकर पीने से पेट दर्द से राहत मिल सकती है।धनिया आपके शरीर में खून को बढ़ाने में तो फायदेमंद होता ही है, साथ ही यह आयरन से भरपूर होता है। इसलिए यह एनीमिया को दूर करने में फायदेमंद हो सकता है। साथ ही एंटीऑक्सीएडेंट, मिनरल, विटामिन ए और सी से भरपूर होने के कारण धनिया कैंसर से भी बचाव करता है।