लिवर हमारे शरीर के लिए बहुत ही जरूरी अंग होता है, आजकल आपने सुना होगा कि कई बीमारियां अब लिवर में होने लगी है, जिससे लोगों को बहुत ही ज्यादा समस्याएं उत्पन्न होने लगी है! विज्ञापन
भारत में वर्षों से खान-पान की स्वस्थ परंपरा पर जोर दिया जाता रहा है। यही कारण है कि हमारे किचन में रोजाना उपयोग में लाए जाने वाले मसालों और खाद्य पदार्थों को शरीर के लिए काफी फायदेमंद माना जाता रहा है। विशेषकर गर्मी के इस मौसम में कई ऐसे देसी ड्रिंक्स के विकल्प मौजूद होते हैं जो न सिर्फ स्वाद के मामले में लोगों की पसंद रहे हैं,साथ ही इन्हें सेहत के लिहाज से भी काफी फायदेमंद पाय गया है।
लस्सी ऐसा ही एक पेय है, जिसे आयुर्वेद और मेडिकल साइंस, दोनों ही सेहत के लिए, विशेषकर लिवर को स्वस्थ रखने में बेहद कारगर पेय के रूप में मानते हैं।
दही को मथकर तैयार किया जाने वाला यह पेय कई तरह की पोषकता से भरपूर होता है, जिसका गर्मियों में नियमित सेवन आपको डिहाइड्रेशन की समस्या से बचाने के साथ पेट को स्वस्थ रखने और कई तरह की अन्य बीमारियों के खतरे को कम कर सकता है।
दही और लस्सी, प्रोबायोटिक्स के सबसे अच्छे प्राकृतिक स्रोतों में से एक है। वैज्ञानिकों का मानना है कि इसका सेवन लिवर में वसा के जमाव को कम करने के साथ लिवर में सूजन, सिरोसिस के लक्षणों को कम करने और लिवर के कार्यों को आसान बनाने में काफी मददगार हो सकता है। चूंकि लस्सी को लिवर की सेहत के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है, ऐसे में विशेषज्ञों का मानना है कि वजन कम करने की कोशिश में लगे लोगों को भी इससे लाभ हो सकता है।
लस्सी में मौजूद लैक्टिक एसिड न केवल संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं साथ ही ये मुंहासों को रोकने, आपकी त्वचा को मॉइस्चराइज करने और दाग-धब्बों को कम करने में भी मददगार है। लैक्टिक एसिड और विटामिन-डी का संयोजन आपकी त्वचा पर उम्र बढ़ने के असर को कम करने में भी सहायक है। त्वचा के साथ लस्सी आपके बालों को स्वस्थ रखने के लिए भी लाभदायक है।
लस्सी, कैल्शियम से भरपूर होती है इसलिए यह आपकी हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए बेहतरीन पेय हो सकती है। कैल्शियम वाली चीजें हड्डी और दांतो को स्वास्थ रखने में काफी फायदेमंद मानी जाती है। नियमित रूप से कैल्शियम युक्त चीजों का सेवन करके उम्र के साथ होने वाली हड्डियों की समस्या को रोकने में काफी मदद मिल सकती है।
अपने दैनिक आहार में लस्सी को शामिल करना प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में काफी मददगार हो सकता है। यह लैक्टिक एसिड और विटामिन-डी का समृद्ध स्रोत है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने और शरीर को विभिन्न प्रकार के रोगों से सुरक्षित रखने में सहायक है। मजबूत इम्युनिटी के साथ शरीर के बेहतर स्वस्थ्य के लिए भी लस्सी के सेवन की विशेषज्ञ सलाह देते हैं। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, सभी के लिए लस्सी का सेवन स्वास्थ्यवर्धक हो सकता है। फैटी लिवर की समस्या तब होती है जन हमारे शरीर में फैट की मात्रा बढ़ती है और शरीर फैट को सही तरीके से अवशोषित नहीं कर पाता है। इस स्थिति में अतिरिक्त फैट लिवर की कोशिकाओं में जमा हो जाता है और इसकी वजह से फैटी लिवर की समस्या शुरू होती है। इसके पीछे खानपान और शारीरिक स्थिति के कई कारण हो सकते हैं। फैटी लिवर की समस्या के प्रमुख कारण इस प्रकार से हैं।
मोटापा
शराब का अधिक सेवन
ब्लड शुगर की अधिकता
इंसुलिन प्रतिरोध
ट्राइग्लिसराइड्स
गर्भावस्था
तेजी से वजन घटाना
हेपेटाइटिस सी
दवाओं से होने वाले दुष्प्रभाव
विषाक्त पदार्थों का सेवन
फैटी लिवर की समस्या होने पर व्यक्ति कई दूसरी समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है। लिवर में अधिक मात्रा में फैट जमा होने की वजह से इसमें सूजन शुरू हो जाती है और इसकी वजह से लिवर सही तरीके से काम नही कर पाता है। इस समस्या में लिवर को फायदा पहुंचाने वाले इन 5 तरह के जूस का सेवन करना चाहिए।
चुकंदर का जूस लिवर के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसमें शरीर और लिवर के लिए फायदेमंद पोटेशियम, विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट की भरपूर मात्रा होती है। चुकंदर में खून को साफ करने वाले यौगिक भी मौजूद होते हैं। इतना ही नहीं, यह शरीर को लिवर कैंसर और अन्य पुरानी बीमारियों से बचाने के लिए भी फायदेमंद होता है। इस जूस का और अधिक लाभ पाने के लिए आप इसमें चुकंदर के साथ कुछ अन्य सब्जियां व फल भी मिला सकते हैं। इस लिवर डिटॉक्स ड्रिंक के नियमित सेवन से लिवर मजबूत और स्वस्थ होता है!