टीवी की जानी मानी कलाकार शिवांगी जोशी अस्पताल में भर्ती है सूत्रों के मुताबिक़ कहा जा रहा है कि शिवांगी जोशी को इंफ़ेक्शन हुआ है. जिसके चलते वह अभी अस्पताल में भर्ती है. शिवांगी जोशी ने समय रहते हुए इस ख़तरनाक साबित होने वाली किडनी इंफ़ेक्शन के बारे में जान लिया नहीं तो ऐसे इन्फेक्शन होने से किडनी ख़राब होने का डर बना रहता है. किडनी इन्फेक्शन से बचने के लिए जान लीजिए तरीक़ों के बारे में कैसे किडनी इंफेक्शन के लक्षण से बचाव करना है.
शिवांगी जोशी ने अपने फैंस को ख़बर देते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट के ज़रिए शेयर किया कि उन्हें किडनी इंफ़ेक्शन हुआ है. पूरे शरीर में कितने ही एक ऐसा ज़रूरी है यह पार्ट होता है जो खून को साफ़ करता है और शरीर के ख़राब पदार्थों को यूरिन के रास्ते शरीर के बाहर निकालना का काम करता हैं.
किडनी कई अलग–अलग प्रकार के काम करता है जैसे की किडनी ब्लड प्रेशर को रेगुलेट करता है और शरीर के लाल खून की कोशिकाओं का निर्माण करता है और इसके साथ शरीर के पी.एच(PH) लेवल को भी कंट्रोल करने में अधिक सहायता करता है. शरीर में किसी भी प्रकार की तक़लीफ़ होती है तो आपको कोई बीमारियों का सामना करना पड़ता है वैसे ही आपके किडनी में कोई भी समस्या होती है, तो इसके लक्षण सबसे पहले किडनी में देखे जा सकते हैं. अगर आपको किडनी में कोई लक्षण दिखें तो उसी समय सतर्क हो जाए और इस समस्या को बिलकुल भी इग्नोर न करें और तुरंत ही अपना इलाज करवाए.
पायलोनेफ्राइटिस का इलाज मुख्य रूप से उसके अंदरूनी कारण और रोग की गंभीरता के अनुसार किया जाता है. यह एक प्रकार का बैक्टीरियल संक्रमण है, इसलिए एंटी बैक्टीरियल दवाओं को इसका प्रमुख इलाज माना जाता है. एंटीबायोटिक दवाओं के प्रकार का चयन डॉक्टर ट्रेनिंग के दौरान बैक्टीरिया की पहचान करने के लिए करते हैं. अगर ट्रेनिंग के दौरान बैक्टीरिया के प्रकार का पता नहीं लग पाया है, तो विभिन्न प्रकार की दवाओं का इस्तेमाल किया जा सकता है.
जानिए किडनी ने इंफेक्शन के लक्षण के बारे में विस्तार से
1. साँस लेने में परेशानी होना
किडनी के इंफ़ेक्शन का लक्षण साँस लेने में परेशानी होना देखा जा सकता है. किडनी का काम हमारे शरीर में फ़्लूइड को बैलेंस करने का होता है और यदि किडनी की समस्या होने पर फ़्लूइड फेफड़ों में जमने लग जाए तो इससे साँस लेने में परेशानी होने लगती है. जिस कारण कुछ लोगों को छाती में अक्सर दर्द होने की शिकायत लगी रहती है.
2. मांसपेशियां में दर्द
बिगड़ा हुआ गुर्दा समारोह से इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन का परिणाम हो सकता है. उदाहरण के लिए, कम कैल्शियम का स्तर होना और खराब नियंत्रित फास्फोरस मांसपेशियों में ऐंठन में योगदान कर सकते हैं.
3. आंखों के पास सूजन
किडनी का सबसे महत्वपूर्ण काम विषाक्त और अपशिष्ट पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने का होता है पर जब किडनी सही तरीके से काम करना बंद कर दे तो अपशिष्ट पदार्थ शरीर से बाहर नहीं निकल पाते, जिसके वजह से शरीर के ऊतकों में पानी और नमक के साथ ही विषाक्त पदार्थों का निर्माण होना शुरू हो जाता है. शरीर में इन सभी का लेवल बढ़ने से आंखों के आसपास सूजन दिखाई देने लगती है.
4. थकान होना
किडनी लाल रक्त कोशिकाओं भी निर्माण करती है, जिसकी कमी से एनीमिया हो सकता है. किडनी मस्तिष्क और मांसपेशियों तक पहुंचने वाली ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की आपूर्ति में भी बाधा प्रकट कर सकती है, जिससे आप बहुत थका हुआ महसूस कर सकते हैं.
5. त्वचा में खुजली होना
आमतौर पर त्वचा में खुजली होने की समस्याएं हो सकती हैं, जब आपके गुर्दे अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालने में असफल होते हैं और गंदगी आपके खून में जमा हो जाती है. समय के साथ आपकी किडनी शरीर में मिनरल और अन्य पोषक तत्वों को संतुलित करने में सक्षम नहीं हो पाते इससे हड्डियों से जुड़ी बीमारियां हो सकती हैं, जिससे आपकी त्वचा रूखी और खुजली दार हो सकती है.
किडनी इन्फेक्शन से बचाव कैसे करें ?
किडनी इंफ़ेक्शन से बचने के लिए रोज़ समय पर हेल्दी डाइट लें.
खाने में नमक का इस्तेमाल कम से कम करें.
शरीर के वज़न में कंट्रोल कंट्रोल रखें.
पेनकिलर एवं दर्द के दवाओं का इस्तेमाल ज़्यादा ज़रूरी होने पर ही करें. क्योंकि ऐसी दवाई किडनी को नुक़सान पहुँचाती है.
धूम्रपान या अन्य तंबाकू उत्पादों का इस्तेमाल न करें, धूम्रपान से किडनी में रक्त संचार कम हो जाता है, जिससे पहले से हो चुकी समस्या और गंभीर हो सकती है.
अगर आपको डायरिया, उल्टी, बुखार आदि है तो डिहाइड्रेशन से बचाव के लिए खूब तरल पदार्थ लें.