अभी बीजेपी नेता नूपुर शर्मा का मामला शांत नहीं हुआ था। टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के ‘काली’ के पोस्टर पर एक नया विवाद बना दिया। बीजेपी ने टीएमसी पर मां काली का अपमान करने का आरोप लगाया है। साथ ही महुआ मोइत्रा को तुरंत गिरफ्तार करने के लिए कई जगह पर अलग अलग शिकायत दर्ज कराई है। वहीं महुआ मोइत्रा अब तक अपने बयान पर टिकी हुई हैं। हालांकि जिस पार्टी की वो संसद है वो उनसे उनके बयान से दूरी बनाई हुई है।
पार्टी ने बनाई बयान से दूरी।
टीएमसी नेता और सांसद सौगत रॉय ने महुआ मोइत्रा के बयान पर जब सवाल किया गया तो उन्होंने इससे पल्ला झाड़ते हुए कहा है कि तृणमूल कांग्रेस, महुआ मित्र के बयान का समर्थन नहीं करती है। ये उनकी अपनी निजी राय है। उनके इस बयान से किसी भी तरह का कोई इत्तेफाक नहीं रखती। साथ ही रॉय ने कहा की महुआ का बयान पार्टी की विचारधारा से बिलकुल अलग है। हमारी पार्टी सभी धर्मों का समान रूप से आदर करती है और महुआ ने जो कहा है वह पार्टी की विचारधारा से भिन्न है।
क्या महुआ मोइत्रा के खिलाफ करवाही होगी।
जब पत्रकारों ने उनसे पूछा के क्या टीएमसी सांसद के खिलाफ पार्टी कोई करवाही करेगी। तो सौगत रॉय ने कहा कि पार्टी इस पर विचार करेगी कि महुआ मोइत्रा के खिलाफ कोई कार्रवाई की जाए या नहीं ये पार्टी तय करेगी विपक्षी दलों के अनुसार पार्टी काम नही करेगी। उन्होंने बताया की पार्टी की एक अपनी कार्य प्रणाली है जिसके तहत टीएमसी काम करती है। वही बीजेपी के रुख पर प्रतिक्रिया देते हुए सौगत रॉय ने कहा कि बीजेपी अभी तक नूपुर शर्मा के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर सकी, वह किस मुंह से ऐसा बोल रही है। पहले वह अपने आप को देखे तब उसे किसी और के ऊपर उंगली उठानी चाहिए। शुभेंदु अधिकारी ने महुआ मोइत्रा को कुलांगार कहा था इस पर सौगत राय ने कहा कि शुभेंदु भी कुलांगर हैं।
क्या रही विपक्ष की प्रतिक्रिया।
पश्चिम बंगाल में बीजेपी नेता और बंगाल विधनसभा के नेता विपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने महुआ मोइत्रा पर निशाना साधाते हुए कहा की। हम किसी को भी हिन्दू देवी देवताओं का मजाक बनाने की इजाज़त नहीं दे सकते साथ ही उन्होंने कहा, हम बंगाली मां दुर्गा के बाद मां काली की शक्ति के रूप में पूजा करते हैं। और इस पर टीएमसी सांसद ने जो बयान दिया है वो शर्मनाक है। उन्होंने इस बयान के कारण हिंदुओं की भावना आहत करने का आरोप लगाया। और कहा ऐसा कोई बंगाली नहीं है, जो काली पूजा में फास्ट न रखता हो। साथ ही उन्होंने खुद को इससे दूर रखते हुए कहा कि मैं इस पर बयान नहीं देना चाहता कि उनकी पार्टी ने क्या किया क्या नही किया पर अगर कोई भी व्यक्ति हमारी भावनाओं को आहट करेगा तो जरूरी है के उस पर कानूनी करवाही हो, साथ ही उन्होंने बंगाल पुलिस को भी निशाने पर लेते हुए कहा कि अगर बंगाल की पुलिस के मन में अशोक स्तंभ के प्रति जरा सी भी सम्मान भावना है तो उनको इस बयान पर करवाही करनी चाहिए। आधिकारी ने कहा की जिस तरह की तत्परता बंगाल पुलिस ने नूपुर शर्मा के खिलाफ कारवाही में दिखाती है अगर उसकी आधी भी वो इस मामले में दिखा दे तो ये एक मिशाल बन सकती है अधिकारी ने कहा टीएमसी सांसद के खिलाफ देशभर में एफआईआर दर्ज हुईं मैं चाहता हूं बंगाल पुलिस कार्रवाई करे। साथ ही उन्होंने बंगाल की पुलिस को चेताते हुए कहा की अगर बंगाला पुलिस 10 दिन के अंदर कोई करवाही नही करती है तो करती तो वो 11वें दिन कोर्ट का रुख करेंगे।
आईए जाने कौन है महुआ मोइत्रा?
महुआ मोइत्रा एक भारतीय राजनीतिज्ञ और 17वीं लोकसभा में कृष्णानगर, पश्चिम बंगाल से सांसद हैं। उन्होंने 2019 के भारतीय आम चुनाव में अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस (AITC) पार्टी के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा और जीत हासिल की।
मोइत्रा ने 2016 से 2019 तक करीमपुर का प्रतिनिधित्व करने वाली पश्चिम बंगाल विधानसभा के सदस्य के रूप में कार्य किया और पिछले कुछ वर्षों से एआईटीसी के महासचिव और राष्ट्रीय प्रवक्ता के रूप में कार्य किया है। राजनीति में आने से पहले वह एक निवेश बैंकर थीं।
उन्होंने भारतीय राजनीति में प्रवेश करने के लिए 2009 में लंदन में जेपी मॉर्गन चेस में उपाध्यक्ष के रूप में अपना पद छोड़ दिया। इसके बाद, वह भारतीय युवा कांग्रेस, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की युवा शाखा में शामिल हो गईं, जहां वह राहुल गांधी के भरोसेमंद हाथों में से एक थीं। परियोजना “आम आदमी का सिपाही”। 2010 में, वह अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस पार्टी में चली गईं। वह 2016 में हुए विधान सभा चुनाव में पश्चिम बंगाल के नदिया जिले के करीमपुर निर्वाचन क्षेत्र से चुनी गई थीं। वह कृष्णानगर, पश्चिम बंगाल से 17 वीं लोकसभा के लिए संसद सदस्य के रूप में चुनी गई हैं। 13 नवंबर 2021 को, 2022 गोवा विधान सभा चुनाव लड़ने के लिए पार्टी को तैयार करने के लिए उन्हें टीएमसी पार्टी का गोवा प्रभारी नियुक्त किया गया।