नई दिल्ली: संसद के बजट सत्र का आज का दिन बेहद खास रहने वाला है। संसद की कार्यवाही शुरू होते ही दोनों सदनों के सदस्यों द्वारा भारत रत्न और स्वर कोकिला लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी सुरों की साम्राज्ञी लता मंगेशकर ने 92 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया है। अपनी आवाज के जरिए गीतों में जान फूंकने वाली लता के निधन के साथ एक स्वर्णीम युग का अंत हो गया है। महान गायिका और सदन की पूर्व सदस्य को आज राज्यसभा में श्रद्धांजलि दी गई। सभापति एम वेंकैया नायडू के शोक सन्देश पढ़ने के बाद सदन की कार्यवाही को एक घंटे के लिए स्थगित कर दिया गया। जानकारी के अनुसार राज्यसभा की बैठक सुबह 10 बजे शुरू होगी. सभापति सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर के निधन पर शोक जतायेंगे, उसके बाद उन्हें मौन रहकर श्रद्धांजलि दी जायेगी और फिर सभा की कार्यवाही एक घंटे यानी 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी जायेगी
शोक संदेश सन्देश पढ़ते हुए सभापति नायडू ने कहा, लता मंगेशकर के निधन से, देश ने भारतीय संगीत और फिल्म उद्योग की दुनिया में एक महान पार्श्व गायिका, एक दयालु इंसान और एक महान व्यक्तित्व खो दिया है। उनके निधन से एक युग का अंत हुआ और संगीत की दुनिया में एक अपूरणीय शून्य पैदा हो गया है। शोक सन्देश पढ़ने के बाद राज्यसभा सदस्यों ने एक मिनट का मौन रखा लता मंगेशकर के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी भी मुंबई पहुंचे. लता मंगेशकर के आखिरी दर्शन और उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए प्रधानमंत्रीनरेंद्र मोदीशिवाजी पार्क पहुंचे थे. जिसके बाद उन्होंने लता जी के परिवारवालों से मुलाकात भी की. इसके साथ ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी लता जी के निधन पर दुख जताया है
भारत रत्न और स्वर कोकिला लता मंगेशकर का मुंबई के शिवाजी पार्क में पूरे राजकीय सम्मान के साथ रविवार को अंतिम संस्कार किया गया। उन्हें उनके भतीजे आदिनाथ ने मुखाग्नि दीइस मौके पर हज़ारों चाहने वाले और लता दीदी के परिवार के सदस्य वहां पर मौजूद रहे. फिल्मी दुनिया से लेकर राजनीतिक और खेल जगत की हस्तियां भी लता के अंतिम संस्कार में शामिल हुईं. राष्ट्रीय ध्वज में लिपटे लता मंगेशकर के पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए दक्षिण मुंबई में उनके आवास से शिवाजी पार्क लाया गया शरीर के कई अंगों के काम नहीं करने की वजह से लता मंगेशकर का मुंबई के एक अस्पताल में रविवार सुबह निधन हो गया। पुलिस और सेना ने मंगेशकर को औपचारिक सलामी दी और एक बैंड ने राष्ट्रगान बजाया। इसके बाद मंगेशकर के पार्थिव शरीर को फूलों से सजे ट्रक पर रखा गया और उसमें गायिका की एक विशाल तस्वीर भी रखी गई।