जम्मू-कश्मीर में मुठभेड़, सुरक्षा बलों के साथ झड़प में दो आतंकी ढेर, सर्च ऑपरेशन जारी जुलाई की शुरुआत से ही कश्मीर में कई जगहों पर आतंकी हमलों की घटनाएं हो रही हैं. जम्मू के शिवखाड़ी मंदिर से कटरा के वैष्णो देवी मंदिर तक तीर्थयात्रियों को ले जा रही बस पर आतंकियों ने हमला कर दिया. जम्मू-कश्मीर के डोडा में एक बार फिर सुरक्षा बलों की आतंकियों से झड़प हो गई. बुधवार को दोनों पक्षों के बीच हुई गोलीबारी में दो आतंकवादी मारे गये. इस महीने की 12 तारीख को आतंकवादियों ने डोडा में एक सैन्य अड्डे पर अचानक हमला कर दिया। घटना में सेना के दो जवान भी घायल हो गये.
12 जुलाई के हमले के बाद सुरक्षा बलों ने डोडा के विभिन्न वन क्षेत्रों में लगातार तलाशी अभियान शुरू किया. इस ऑपरेशन के दौरान बुधवार सुबह गंदोह इलाके के बजाद गांव में आतंकियों के साथ उनकी मुठभेड़ शुरू हो गई. सेना के एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को दिए इंटरव्यू में बताया कि डोडा में सुरक्षा गार्डों के साथ मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए. हालांकि, अभी तक उनकी पहचान उजागर नहीं की गई है. गोलीबारी नहीं रुकी. हालांकि, मारे गए आतंकियों के पास से कुछ आग्नेयास्त्र बरामद होने की खबर है।
जुलाई की शुरुआत से ही कश्मीर में कई जगहों पर आतंकी हमलों की घटनाएं हुई हैं. जम्मू के शिवखाड़ी मंदिर से कटरा के वैष्णो देवी मंदिर तक तीर्थयात्रियों को ले जा रही बस पर आतंकियों ने हमला कर दिया. हमले के कारण बस अनियंत्रित होकर खाई में जा गिरी. 10 श्रद्धालुओं की मौत हो गई. इसके बाद एक ही रात में आतंकियों ने दोहरे हमले को अंजाम दिया. सबसे पहले, आतंकवादियों का एक समूह कठुआ जिले के हीरानगरी में एक निवासी के घर में घुस गया और गोलीबारी की। बताया जा रहा है कि इस घटना में एक शख्स घायल हो गया. इसके कुछ घंटों बाद आतंकियों ने डोडा जिले के छत्तरगला इलाके में सेना के एक कैंप पर हमला कर दिया. बार-बार हो रहे आतंकी हमलों से जम्मू-कश्मीर प्रशासन असहज हो गया है. इसके बाद से सुरक्षा बल राज्य के विभिन्न इलाकों में तलाशी अभियान चला रहे हैं.
उन्होंने तीर्थयात्रियों की बस को उग्रवादियों से मिलवाया। ऐसी शिकायत है. आरोपी युवक को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. रियासी में तीर्थयात्रियों की बस पर हुए आतंकी हमले में उसकी संलिप्तता पाई गई थी. पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार युवक ने उग्रवादियों को शरण दी थी. उन्होंने उन्हें खाना भी दिया. उसने उग्रवादियों को ऐसी जानकारी भी उपलब्ध करायी जो हमले में उपयोगी हो सकती थी। पुलिस उसकी गिरफ्तारी को इस मामले में बड़ी सफलता के तौर पर देख रही है.
रियासी बस हमले में बुधवार को गिरफ्तार किए गए युवक का नाम हाकम है। 45 वर्षीय व्यक्ति पर सीधे हमले का आरोप नहीं है। हालाँकि, पुलिस ने दावा किया कि उसने वही किया जो आतंकवादियों को हमले को अंजाम देने के लिए चाहिए था। मुख्य घटना के 10 दिन बाद बुधवार को उसे राजौरी से गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने कहा कि युवक ने आतंकवादियों को बताया कि जब वे किसी स्थान पर पहुंचेंगे तो तीर्थयात्रियों की बस को कैसे खोजा जाएगा, 9 जून को आतंकवादियों ने वैष्णो देवी के मंदिर के रास्ते में जम्मू के रियासी में तीर्थयात्रियों की बस पर हमला किया था। आतंकियों ने बस को निशाना बनाकर फायरिंग की. ड्राइवर ने नियंत्रण खो दिया. बस सीधे खाई में जा गिरी. कथित तौर पर उग्रवादियों ने उसके बाद भी गोलीबारी बंद नहीं की. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हमलावरों की योजना बस के सभी यात्रियों को मारने की थी. 15 से 20 मिनट तक बस पर लगातार फायरिंग की गई. इस घटना में 10 लोगों की मौत हो गई. कई अन्य घायल हो गये. उस बस में मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली के निवासी सवार थे.
बस पर हुए हमले के मामले में पुलिस ने अब तक 50 लोगों को हिरासत में लिया है और पूछताछ कर रही है. बुधवार को जो भी पकड़ा गया, उससे आतंकियों के गुप्त ठिकाने के बारे में पूछताछ की जा सकती है.
तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा हालात पर उच्च स्तरीय बैठक की. उन्होंने आतंकवाद के दमन में पूरी ताकत लगाने की बात कही. इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी बैठक की. घाटी के अलावा जम्मू में भी आतंकवाद से निपटने और सुरक्षा पर जोर दिया गया है. रियासी बस हमले के बाद कठुआ, डोडा जिलों के कई इलाकों में आतंकी हमले हुए. एक जवान की भी मौत हो गई. आतंक के इस माहौल में 29 जून से अमरनाथ यात्रा शुरू हो रही है. 19 अगस्त तक जारी रहेगा. उससे पहले सुरक्षा उपायों पर खास जोर दिया जा रहा है.