नई दिल्ली: भारतीय अंडर-19 क्रिकेट टीम ने इतिहास रचते हुए लगातार चौथे अंडर-19 क्रिकेट वर्ल्ड कप के फाइनल में जगह बना ली है. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में कप्तान यश ढुल की शतकीय पारी की बदौलत टीम इंडिया (Team India) ने 291 रन का टारगेट सेट किया और फिर ऑस्ट्रेलिया को 194 रन पर ऑलआउट कर ये मुकाबला 96 रन से जीत लिया. अब टीम इंडिया 5 फरवरी को इंग्लैंड के खिलाफ एंटीगुआ के सर विवियन रिचर्ड्स स्टेडियम में फाइनल मुकाबला खेलेगी धुल और राशिद ने टीम को शुरुआती दो झटकों से उबारा और इस मजबूत स्कोर तक पहुंचाने में अहम भूमिका अदा की। इन दोनों ने तीसरे विकेट के लिये 204 रन की साझेदारी निभायी। टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने का फैसला करने के बाद भारत ने फॉर्म में चल रहे सलामी बल्लेबाज अंगकृष रघुवंशी (06) का विकेट आठवें ओवर में 16 रन के स्कोर पर ही गंवा दिया था। विलियम साल्जमैन (57 रन देकर दो विकेट) की गेंद रघुवंशी के बल्ले का बाहरी किनारा लेकर उनके स्टंप उखाड़ गयी।
भारतीय अंडर 19 क्रिकेट टीम के कप्तान यश ढुल ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था. वहीं टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 5 विकेट के नुकसान पर 290 रन बनाकर ऑस्ट्रेलियाई अंडर 19 टीम को 291 रनों का लक्ष्य दिया था. भारत की ओर से कप्तान यश ढुल ने 110 गेंद में 10 चौके और एक छक्के की बदौलत 110 रन की शानदार पारी खेली. इसके अलावा शेख रशीद ने 94 रन की पारी खेली. दोनों के बीच तीसरे विकेट के लिए 204 रन की साझेदारी हुई. पारी के अंत में विकेटकीपर दिनेश बाना ने 4 गेंद में 20 रन बनाकर टीम इंडिया को बड़े स्कोर तक पहुंचाया. ऑस्ट्रेलिया की ओर से जैक निसबेट और विलियम साल्ज़मान को 2-2 विकेट लेने में सफल रहे.
अंडर-19 विश्व कप में अब भारतीय टीम का प्रदर्शन शानदार रहा है। लीग स्टेज में टीम ने तीन मैच खेले और सभी में जीत दर्ज की। इस दौरान भारत ने दक्षिण अफ्रीका, आयरलैंड और युगांडा को हराया। उसके बाद क्वार्टर-फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया ने बांग्लादेश को पांच विकेट से हराया था इस जीत के साथ चार बार की चैंपियन भारतीय टीम लगातार चौथी बार और रिकॉर्ड आठवीं बार फाइनल में पहुंच गई है। भारत के नाम अंडर-19 विश्व कप में सबसे ज्यादा बार फाइनल में पहुंचने का रिकॉर्ड है। टीम इंडिया 2000, 2006, 2008, 2012, 2016, 2018, 2020 और इस साल फाइनल में पहुंची है। भारत ने 2000, 2008, 2012 और 2018 में विश्व कप जीता था। वहीं, 2006, 2016 और 2020 में फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था।