नई दिल्ली :शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को संगठन में पार्टी के नेता पद से हटा दिया है। उद्धव ठाकरे द्वारा जारी आदेश के मुताबिक, शिंदे पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के कारण यह कार्रवाई की गई है। सीएम ठाकरे ने कुछ दिन पहले शिवसेना के 2 हजार पार्षदों की ऑनलाइन बैठक ली थी। शहरी और ग्रामीण इलाके में शिवसेना के संगठन में सेंध न लगे, इसलिए उद्धव ठाकरे ने अपने पार्टी के सभी पार्षदों की बैठक बुलाई थी। सूत्रों के मुताबिक, बगावत करने और शिवसैनिकों को भड़काने वाले बागियों को चिन्हित कर उन्हें शिवसेना के सभी पदों से हटाने को भी कहा था। बताया जा रहा है कि एकनाथ शिंदे और रामदास कदम को सभी पदों से हटाया जाएगा। बता दें कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के अधिकांश नेताओं ने बगावत कर दी थी, जिसके बाद महाराष्ट्र की महा विकास आघाडी सरकार संकट में आ गई थी, और अंतत: उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। शिंदे ने बीते दिन ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभाला था। उनके साथ भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। हालांकि, उद्धव ठाकरे के इस फैसले को शिंदे के उन दावों पर हमला बताया जा रहा है, जिसके जरिए वे शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे की विरासत पर दावा कर रहे हैं।
शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में भाजपा पर तंज कसा है। शिवसेना ने लिखा- भाजपा के लोग बड़े मन और छोटे मन की बात कर रहे हैं, लेकिन अटल जी कह गए हैं, टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता। शिवसेना ने चेतावनी दी है कि सरकार अच्छे तरीके से काम करे, क्योंकि यह शिवराय का महाराष्ट्र है ना कि धृतराष्ट्र का महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे शुक्रवार को गोवा पहुंचे और अपने समर्थक विधायकों से मुलाकात की। उन्होंने उद्धव ठाकरे के इस्तीफे के बाद गोवा के होटल में ठहरे बागी विधायकों के डांस पर नाराजगी जताई है। होटल से निकलकर शिंदे ने कहा कि वे शनिवार को विधायकों के साथ मुंबई में बैठक करेंगे। यानी सभी विधायक शनिवार को मुंबई पहुंचेंगे और मीटिंग में शामिल होंगे। नई सरकार ने 3 और 4 जुलाई को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया है। शिंदे सरकार इस दौरान अपना बहुमत साबित करेगी। इसके बाद नए मंत्रिमंडल पर भी चर्चा होने की संभावना है। इससे पहले भाजपा विधायक राहुल नार्वेकर ने शुक्रवार को विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया। आवश्यकता पड़ने पर इस पद के लिए तीन जुलाई को चुनाव कराया जाएगा। तीन जुलाई से ही दो दिवसीय विशेष सत्र शुरू हो रहा है। कांग्रेस के नाना पटोले के पिछले साल फरवरी में इस्तीफा देने के बाद से यह पद खाली था। महाराष्ट्र शिवसेना विधायक दीपक केसरकर ने कहा कि उद्धव ठाकरे बड़े कद के नेता हैं और हम उनके खिलाफ नहीं बोलेंगे। हम उनसे सही समय पर बात करेंगे। सभी गलतफहमियों को सुलझा लिया जाएगा। राकांपा प्रमुख शरद पवार ने सीएम एकनाथ शिंदे को फोन कर बधाई दी। उन्होंने यह भी कहा कि आप सतारा के हैं इसलिए सतारा के लिए मैं आपसे बहुत सी चीजों की अपेक्षा करता हूं। अभी ईडी का शासन है, लेकिन यहां ईडी का मतलब एकनाथ शिंदे के लिए ‘ई’ और देवेंद्र फडणवीस के लिए ‘डी’ है।
शिवसेना के एक बयान में कहा गया है कि शिंदे को ‘पार्टी विरोधी गतिविधियों’ में शामिल होने के चलते उन्हें हटा दिया गया है. महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना में विद्रोह से पैदा हुआ था, जो अन्य विधायकों के साथ गुवाहाटी में रहे और उनका समर्थन किया. उद्धव ठाकरे ने बुधवार को इस्तीफा दे दिया. इससे पहले शुक्रवार को, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शिवसेना के एक बागी नेता एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री का पद देने के लिए भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि यदि भाजपा और अमित शाह अपने वादे पर कायम रहते तो इस वक्त भाजपा का मुख्यमंत्री होता उद्धव ने नगरसेवकों को संबोधित करते हुए कहा था कि उद्धव ठाकरे को अकेले कर दो, बाकी सबको अपने साथ ले लो। लेकिन मेरा चैलेंज है कि अगर दम है तो लेकर दिखाओ मेरे शिवसैनिकों को। वे शिवसैनिक जो नगरसेवक, विधायक, सांसद और मंत्री बनाते हैं। यह स्थिति बनाई गई है। जो तड़प रहे हैं, उन शिवसैनिकों से मेरी बात हो रही है। यह बड़ी साजिश है। बीजेपी ने शिवसेना के साथ गठबंधन तोड़ा, पीठ पर वार किया और आज आप साजिश कर रहे हो शिवसेना तोड़ने की।