ब्रिटेन में बोरिस जॉनसन की जगह लेने की होड़ में कंजर्वेटिव पार्टी के सांसदों में दूसरे दौर की वोटिंग में भारतीय मूल के ऋषि सुनक ने बाजी मारी है। उन्हें सर्वाधिक 101 सांसदों ने वोट दिया। इसके साथ ही उन्होंने दूसरे दौर की वोटिंग में भी जीत हासिल की है। इस जीत के साथ ही सुनक पीएम की रेस में एक कदम और आगे बढ़ गए हैं। दूसरी ओर, अटॉर्नी जनरल सुएला ब्रेवरमैन सबसे कम 27 मतों के साथ पीएम की रेस से बाहर हो गए हैं।
चुनाव की पूरी प्रक्रिया को समझे
ब्रिटेन PM बनने के लिए ऋषि सुनक के सामने सबसे बड़ी चुनौती कंजर्वेटिव पार्टी में अपना नेतृत्व स्थापित करने की है। दरअसल, कंजर्वेटिव पार्टी में नेता चुनने की प्रक्रिया में एक कमेटी शामिल होती है। इस कमेटी के सदस्य पार्टी के सांसद ही होते हैं।
नेता चुनने के लिए तीन स्तर की प्रक्रिया होती है, नॉमिनेशन, एलिमिनेशन और फाइनल सेलेक्शन। सुनक नॉमिनेशन राउंड में सबसे आगे रहे थे। वहीं बुधवार से शुरू हुए एलिमिनेशन राउंड के फर्स्ट बैलेट रिजल्ट में भी वे टॉप पर थे। गुरुवार को एलिमिनेशन राउंड के सेकेंड बैलेट रिजल्ट में भी सुनक सबसे आगे रहे। बता दें कि एलिमिनेशन राउंड की अगली वोटिंग 18 जुलाई को होगी। इस राउंड की आखिरी वोटिंग 21 जुलाई को फाइनल होगी।
30 से कम वोट मिलने पर उम्मीदवार एलिमिनेट हो जाता है
नॉमिनेशन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, अब एलिमिनेशन राउंड चल रहा है। फिलहाल ऋषि सुनक इस रेस में आगे चल रहे हैं। उनकी टक्कर एक और भारतीय राजनेता सुएला ब्रेवरमैन से है। ब्रिटेन PM बनने के लिए 8 राजनेताओं ने अपनी उम्मीदवारी दाखिल की थी, जिनमें से दो उम्मीदवार एलिमिनेशन राउंड में बाहर हो गए हैं। बता दें कि एलिमिनेशन राउंड की वोटिंग बैलेट पेपर से होती है। इसमें 30 से कम वोट मिलेंगे वाले उम्मीदवार एलिमिनेट हो जाता है।
पहले राउंड में किसे कितने वोट?
एलिमिनेशेन राउंड के फर्स्ट बैलेट वोटिंग में ऋषि सुनक को 88, यानी 25% वोट मिले हैं, इसके साथ ही वे टॉप पर हैं। इस रेस में कामयाब होने पर ऋषि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बन जाएंगे, लेकिन उनके सामने ब्रिटिश सांसदों का समर्थन जुटाने की चुनौती है। ऋषि सुनक के बाद एलिमिनेशेन राउंड की वोटिंग में पेन्नी मॉर्डान्ट को 67 वोट मिले हैं, वो 19% वोट के साथ दूसरे नंबर पर हैं। इसके साथ ही लिज ट्रॉस 14% वोट के साथ तीसरे नंबर पर हैं। 11% वोट के साथ केमी बेडेनोक चौथे स्थान पर हैं। टॉम टुजैन्ट 10% वोट लेकर 5वें नंबर पर हैं, जबकि भारतीय मूल की सुएला ब्रेवरमैन 9% वोट लेकर छठे नंबर पर हैं। एलिमिनेशन राउंड में दो उम्मीदवारों नधीम जहावी और जर्मी हंट को सिर्फ 7 और 5% वोट हासिल हुए और इसके साथ ही वे PM बनने की रेस से बाहर हो गए।
नारायण मूर्ति के दामाद हैं ऋषि सुनक
ऋषि भारतीय सॉफ्टवेयर कंपनी इंफोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति के दामाद हैं। ऋषि और अक्षता की दो बेटियां हैं, जिनके नाम कृष्णा और अनुष्का हैं। दोनों की शादी साल 2009 में हुई थी।ऋषि सुनक के पेरेंट्स पंजाब के रहने वाले थे, जो विदेश में जाकर बस गए। सुनक का जन्म ब्रिटेन के हैम्पशायर में हुआ था। ऋषि ने अमेरिका की स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी से MBA किया है।
उन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से राजनीति, दर्शन और अर्थशास्त्र की पढ़ाई की। राजनीति में आने से पहले ऋषि ने इन्वेस्टमेंट बैंक गोल्डमैन सैश और हेज फंड में काम किया। इसके बाद उन्होंने इन्वेस्टमेंट फर्म की भी स्थापना की। उनकी मां एक फार्मासिस्ट और राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (NHS) में काम करती हैं। सुनक के पिता ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट हैं।
राजनीतिक सफर पर एक नजर
ऋषि को कंजर्वेटिव पार्टी का उभरता सितारा माना जाता है। ऋषि 2015 में पहली बार सांसद चुने गए। 2018 में स्थानीय सरकार में बतौर मंत्री शामिल हुए। 2019 में उन्हें ट्रेजरी का चीफ सेक्रेटरी बनाया गया। प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के इलेक्शन कैम्पेन में ऋषि का अहम रोल रहा है। मीडिया इंटरव्यू के लिए सरकार अक्सर उन्हें ही आगे रखती है। कई मौकों पर टीवी डिबेट में बोरिस की जगह पर ऋषि ने हिस्सा लिया।