नई दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुवाहाटी के स्टेट गेस्ट हाउस में पौधारोपण किया असम दौरे के दूसरे दिन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुवाहाटी में कहा कि पूरे असम से अफस्पा हटाया जाएगा। इस दौरान गुवाहाटी में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक विशाल जनसभा को संबोधित किया.गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि असम में हमने हिंसा, अलगावाद और उग्रवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है. युवाओं की आकांक्षाओं के अनुरूप विकास, प्रगति और शिक्षा के नए युग की शुरुआत की है. उग्रवादी संगठन के साथ गई समझौते हुए, 9,000 से ज्यादा उग्रवादी हथियार डालकर आज मुख्यधारा में शामिल हुए हैं.शाह ने असम पुलिस की तारीफ करते हुए कहा कि उसने संवैधानिक दायित्व की पूर्ति के लिए गोली का जवाब गोली से दिया। उसके बाद राज्य के भटके युवाओं को मुख्य धारा में लाया गया। उग्रवादियों से शांति समझौते किए जा रहे हैं। गृहमंत्री ने कहा कि असम में 1990 में विशेष सशस्त्र बल कानून AFSPA लागू किया गया था। इसके बाद इसे 7 बार बढ़ाया गया। लेकिन पीएम नरेंद्र मोदी के आठ साल के शासनकाल में हम असम को अफस्पा मुक्त राज्य बनाने में जुटे हैं।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि असम सरकार को मैं कोविड मैनेजमेंट की भी बधाई देता हूं. टीका आने से पहले ऑक्सीजन से लेकर सारी सुविधाओं की व्यवस्था करना और टीका आने के बाद जंगल हो या पहाड़ी क्षेत्र, गांव हो या शहर, टीकाकरण अभियान यहां सफल हुआ है. कोविड के खिलाफ असम ने मजबूती से लड़ाई लड़ी है. अमित शाह ने कहा कि हमने वादा किया था कि हम असम से घुसपैठ को रोकेंगे। बांग्लादेश की सीमा पर कल ही मैं दौरा करके आया हूं. सारे आंकड़े बताते हैं कि असम में घुसपैठ की घटनाओं पर बहुत ज्यादा कमी आई है. कुछ समय के बाद ये घुसपैठ पूरी तरह से बंद हो जाएगी.उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी घुसपैठ की समस्या को समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं लेकिन बंगाल केंद्र के साथ सहयोग नहीं कर रहा है। केंद्र ने अप्रैल माह में अधिसूचना जारी कर असम के 23 जिलों से पूरी तरह और एक उप-संभाग से आंशिक रूप से अफ्स्पा हटा दिया था। असम के नौ जिलों- तिनसुकिया, डिब्रूगढ़, चराईदेव, शिवसागर, जोरहाट, गोलाघाट, कारबी आंगलोंग, वेस्ट कारबी आंगलोंग, दिमा हसाओ और कछार जिले के लखीमपुर उप-संभाग में अफ्स्पा लागू रहेगा।