नई दिल्लीउत्तर प्रदेश में पहले चरण का आज से शुरू हुआ मतदान गाजियाबाद, मेरठ और मुजफ्फरनगर समेत 11 जिलों में आज वोटिंग जारी है यूपी चुनाव के पहले चरण में कई जगहों से ईवीएम खराब होने की शिकायत मिली हैं. वहीं, रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी ने ईवीएम खराब होने पर तंज कसा. उन्होंने ट्वीट किया कि युवा, किसान गुस्से में बटन दबा रहे हैं. आपसे निवेदन है जोर से नहीं, धीरे से ईवीएम दबाएं. गठबंधन के पक्ष में प्यार से बटन दबाएं. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 11 जिलों की 58 विधानसभा सीटों पर वोटिंग के बीच सपा ने मतदान को प्रभावित करने के आरोप लगाए हैं. पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से कहा गया कि गौतम बुद्ध नगर की दादरी विधानसभा के पोलिंग बूथ में मतदान प्रभावित किया जा रहा है. कहा गया कि यहां पोलिंग बूथ के अंदर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर लगा कर मतदाताओं को प्रभावित किया जा रहा है. ट्वीट में कहा कि ये चुनाव आयोग की आचार संहिता के नियमों की धज्जियां उड़ाना है. तत्काल संज्ञान ले कर चुनाव आयोग कार्रवाई करे lभाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा है कि अभी वोटिंग का आधा दिन भी नहीं हुआ है और विपक्ष ने अपनी पूरी हार मान ली है। अपने बूथों पर सन्नाटा देख कर ईवीएम को दोष देना शुरू हो गया है।
हापुड़ जिले में 11 बजे तक कुल मतदान हुआ 24.8 फीसदी हुआ है. वहीं हापुड़ नगर विधानसभा में 22.4 प्रतिशत वहीं धौलाना विधानसभा में 22.5 फीसदी तक वोटिंग हुई है. गढ़मुक्तेश्वर विधानसभा में 21, नोएडा 18 फीसदी, दादरी में 22 फीसदी, जेवर में 24.7 फीसदी वोटिंग हुई है. वहीं नोएडा में कुल वोटिंग 19.89 फीसदी हुई है. वहीं बुलंदशहर में 28.21 , आगरा में 24 .65 फीसदी मतदान हुआ है. इसके अलावा मेरठ जनपद की सात विधानसभाओं में दोपहर 11 बजे 19 फीसदी मतदान हुआ है SP ने आरोप लगाया है कि मुजफ्फरनगर जिले की खतौली विधानसभा 15, बूथ नंबर 363 पर पोलिंग पार्टी के लोग खुद ही मतदान कर रहे हैं. चुनाव आयोग और जिला प्रशासन संज्ञान लेते हुए सुचारू मतदान कराने की कृपा करें.
सहारनपुर में बोले पीएम मोदी उन्होंने कहा, पहले चरण के मतदाताओं से माफी मांगना चाहता हूं क्योंकि मैं वहां पहुंच नहीं पाया कानून व्यवस्था सुधरने पर यूपी में, निवेशकों में एक बार फिर औद्योगिक विकास का विश्वास आया है। भाजपा सरकार यूपी के हर जिले, हर क्षेत्र की ताकत, वहां की विशेषता को पहचानकर, उसे बढ़ाने में जुटी है। इसी सोच के साथ वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट योजना शुरू की गई है