योग सदैव लाभकारी होते हैं! परंतु किस योग को किस रोग में करना है? यह एक बड़ा सवाल है! पूरे दिन सही तरीके से काम करते रहने के लिए शरीर को पर्याप्त मात्रा में ऊर्जा या स्फूर्ति की आवश्यकता होती है। शरीर को ऊर्जावान बनाए रखने के लिए आहार में पौष्टिक चीजों को शामिल करने के साथ नियमित योग और व्यायाम करने की सलाह दी जाती है। योग-व्यायाम के नियमित अभ्यास की आदत बनाकर आप सेंडेंटरी लाइफस्टाइल के कारण होने वाली जटिलताओं को कम करके शरीर को स्वस्थ और फिट भी बनाए रख सकते हैं। विशेषज्ञ बताते हैं सभी उम्र के लोगों को अपनी क्षमता के अनुसार रोजाना योगाभ्यास जरूर करना चाहिए।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि ऊर्जावान महसूस करने के लिए सिर्फ शरीर का फिट होना पर्याप्त नहीं है, इसके लिए मन की एकाग्रता और शांति भी बहुत आवश्यक होती है। दिनचर्या में योगासनों को शामिल करके इसमें लाभ पाया जा सकता है। दिन की शुरुआत इन योगासनों के साथ करने से काफी लाभ मिलता है।
माउंटेन पोज़ योग का अभ्यास शरीर की जागरूकता को बढ़ाने और शारीरिक असंतुलन को ठीक करने में आपके लिए काफी सहायक है। नियमित रूप से इस योग के अभ्यास से शारीरिक पोश्चर ठीक रहता है साथ ही रक्त संचरण सही बना रहता है। सिर से लेकर पैर तक की मांसपेशियों को स्वस्थ रखने और कार्यक्षमता को बढ़ावा देने के लिए पर्वतासन योग का नियमित अभ्यास करना आपके लिए विशेष लाभकारी हो सकता है।
सभी उम्र के लोगों के लिए नियमित रूप से नौकासन योग का अभ्यास करना विशेष लाभप्रद हो सकता है। यह आसन पेट की मांसपेशियों की बेहतर स्ट्रेचिंग करने के साथ शरीर की कार्यक्षमता को बढ़ाने, पाचन को ठीक रखने और पेट की चर्बी को कम करने में सहायक है। पेट और पैर की मांसपेशियों को भी मजबूत करने और शरीर को एक्टिव बनाए रखने के लिए नियमित रूप से इस योग का अभ्यास करना आपके लिए लाभदायक हो सकता है।
पश्चिमोत्तानासन योग आपके हैमस्ट्रिंग की मांसपेशियों की स्ट्रेचिंग करने के साथ रक्त परिसंचरण को बेहतर बनाए रखने में मदद करता है। रीढ़ के लचीलेपन को बढ़ाने के साथ तंत्रिका तंत्र को आराम देने और मन को शांत बनाए रखने में पश्चिमोत्तानासन योग के अभ्यास की आदत काफी फायदेमंद हो सकती है। शरीर और मन दोनों के लिए इस योग के नियमित अभ्यास को काफी फायदेमंद अभ्यास के तौर पर जाना जाता है।