चुनाव के मायनों को लेकर क्या बोले सीएम शिवराज सिंह चौहान?

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हाल ही में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने चुनाव के मायनों को लेकर एक बड़ा बयान दिया है! सीएम शिवराज सिंह चौहान आदिवासी बहुल क्षेत्र डिंडौरी पहुंचे थे। जहां उन्होंने एक जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए बड़ा सवाल पूछ लिया। उन्होंने जनता से पूछा कि मामा को फिर से मुख्यमंत्री बनना चाहिए कि नहीं, फिर से भाजपा की सरकार बननी चाहिए कि नहीं, नरेंद्र मोदी की सरकार बननी चाहिए की नहीं ? उनके इन सवालों पर जनता ने भी जोरदार समर्थन दिया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार को चरण पादूका कार्यक्रम में शामिल होने डिंडौरी पहुंचे थे। यह आदिवासी बहुल क्षेत्र माना जाता है। उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी सरकार ने तय किया है कि तेंदू पत्ता तोड़ने वाले कोई भी हमारे भाई हो, हमारी बहन हो, उनको नंगे पांव तेंदू पत्ता तोड़ने जाना ना पड़े। इसके लिए हम भाई के पांव में जूता पहनाएंगे और बहन के पांव में चप्पल पहनाने का काम करेंगे ताकि भाई बहन के पांव में कांटा न चुभे। उन्होंने आगे कहा कि आपकी जिंदगी बदलने की इन योजनाओं के माध्यम से हमने कोशिश की है। जैसे मैंने आपको बताया ₹200 छाते के लिए भी डालेंगे, पीने के पानी की कुप्पी भी मिलेगी, बहन को साड़ी भी भेंट की जाएगी। एक बात मेरे मन में आई कि साल में एक बार पैसे देने से काम नहीं चलेगा। बताओ साल में एक बार पैसा देने से काम चलता है क्या..?

इसलिए हमने तय किया है कि एक बार नहीं हर महीना अपनी बहनों के खाते में मैं ₹1 हजार डालूंगा। जैसे-जैसे पैसे की व्यवस्था होती जाएगी हजार से बढ़ाकर 1250 रुपया करूंगा। ये साढ़े 1200 रुपया अंतिम नहीं है। फिर पैसे का जुगाड कर रहा हूं, जैसे ही पैसे की व्यवस्था होगी साढ़े 1200 से बढ़ाकर 1500 रुपए कर दूंगा। फिर 1500 से बढ़ाकर 1750 रुपए करूंगा।

फिर 1750 रु से बढ़ाकर 2 हजार, 2 हजार से साढ़े 2200, 2250 से 2500, फिर 2500 से 2750 और फिर बाद मे 3 हजार कर दूंगा। बेटा-बेटियों की पढ़ाई के लिए, वह भी जरूरी चीज है कि अपने बच्चों की पढ़ाई ठीक ढंग से हो जाए। उसके लिए आश्रम शाला, कन्या शिक्षा परिषद, छात्रावास सब बना रहे हैं। उन्होंने लाडली बहनों को संबोधित करते हुए कहा कि ‘मैं बड़ा भाग्यशाली भाई हूं। मेरी प्रदेश में एक करोड़ 32 लाख लाडली बहनें हैं। उन बहनों को मैं एक हजार रुपए देता हूं तो 15 हजार करोड़ रुपए लगते हैं। जैसे-जैसे पैसे का जुगाड़ होता जाएगा आपकी राशि बढ़ती जाएगी। इस राशि को बढ़ाकर तीन हजार रुपए तक ले जाऊंगा।’

जनता को संबोधित करने हुए वे इमोशनल हो गए। उन्होंने कहा कि मेरे साथ आज सभी संकल्प लें कि जो आपके हित में काम करेगा, आप उसी के साथ हैं। इसलिए आप बताओ मैं अच्छा काम कर रहा हूं कि नहीं। फिर से मुख्यमंत्री बनूं कि नहीं? भाजपा सरकार बनें कि नहीं ? वहां बैठी जनता ने उनकी हर बात का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि आप सभी संकल्प लीजिए और भारत माता की जय बोलिए। यहि नहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा की आज का दिन मध्यप्रदेश के विकास के लिए इतिहास में दर्ज किया जायेगा। उन्होंने कहा की पहले प्रदेश में विकास यात्राएं निकाली जिसमे कई लोकार्पण और भूमिपूजन हुए। फिर विकास पर्व मनाया लेकिन कामों की संख्या बहुत अधिक है। हमने जन कल्याण करते हुए प्रदेश में अपने कैपिटल एक्सपेंडिचर को बढ़ाया है। प्रदेश में चारों तरफ सिंचाई परियोजनाओं, पीने का पानी, सड़कों का जाल बिछा रहे है। शिक्षा का क्षेत्र हो या इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट चारों तरफ विकास की गंगा बह रही है। मुख्यमंत्री ने बताया की आज 18 विभागों के 14 हजार 871 कामों का लोकर्पण और शिलान्यास किया गया। इसमें 12 हजार 301 कामों का लोकार्पण किया है। 7 हजार 819 लाख करोड़ के कामों का भूमिपूजन हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह प्रधानमंत्री का धन्यवाद देते है। जिनका प्रदेश के विकास में सदद सहयोग मिला है। सीएम ने कहा की मैं आज टीम एमपी के साथी अधिकारियों, विधायकों पंचायतों में साथी जन प्रतिनिधियों का धन्यवाद देना चाहता हूं।

सीएम ने कहा एक तरफ विकास हो रहा है तो वहीं कमलनाथ प्रदेश को चौपट प्रदेश कह रहे हैं। कांग्रेस की सरकार में हम बीमारू राज्य की श्रेणी में गिने जाते थे, लेकिन आज हम विकसित राज्यों की गिनती में आते हैं। जीएसडीपी से लेकर बजट तक के आंकड़े प्रदेश के विकास का प्रमाण है। मुख्यमंत्री ने मीडिया के उनके द्वारा मंच से जनता से चुनाव लडू या नहीं…मैं चला जाऊंगा तो बहुत याद आऊंगा जैसे बयान देने को लेकर पूछे सवाल पर कहा कि इसका मतलब भाई बहन समझते हैं। मामा और प्रदेश की जनता जो परिवार है वह समझते हैं। उन्होंने कहा हम चुनाव लडेंगे तो पूछ के ही तो लडेंगे। सीएम ने कहा हम कहते है की लड़े क्या? तो वो कहते है लड़ो। आगे उन्होंने कहा कि देखो इसको समझने के लिए काफी गहरी दृष्टि चाहिए।