12 करोड़ से ज्यादा किसान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का इंतजार कर रहे हैं,यह किस्त अप्रैल से जुलाई के बीच में किसानों के खाते में आनी है. पिछले दिनों केंद्रीय कृषि मंत्री ने एक कार्यक्रम के दौरान 11वीं किस्त जारी होने के बारे में बताया. हालांकि दूसरी तरफ यह भी खबर है कि 31 तारीख से पहले ई-केवाईसी नहीं कराने वालों के खाते में पैसे नहीं आएंगे.आपको बता दें 11वीं किस्त की तारीख कंफर्म होने के बाद अब जगह की भी जानकारी आ गई है. पीएम मोदी 11वीं किस्त को 31 मई को शिमला से 12 करोड़ किसानों के लिए किसान सम्मान निधि की 11वीं किस्त जारी करेंगे. यह निधि सीधे किसानों के खाते में भेजी जाएगी!
इसमें सालाना कितने पैसे मिलते हैं?
पात्रों के नामों की लिस्ट तैयार होने के साथ ही दूसरी तरफ अपात्र किसानों से वसूली और लिस्ट से नाम कटने की प्रक्रिया भी चल रही है. इसके लिए देशभर कई जिलों में ऐसे किसानों को रिकवरी का नोटिस भेजा गया है, जो इस योजना के पात्र नहीं है. साथ ही ऐसे किसानों का नाम लिस्ट से भी काटा जा रहा है. आपको बता दें जांच में पाया गया कि इनकम टैक्स भरने वाले लोग भी केंद्र सरकार की पीएम किसान योजना का लाभ उठा रहे थे.केंद्र सरकार की इस योजना में सालाना 6 हजार रुपये तीन किस्तों में दिए जाते हैं. अब इस साल की पहली किस्त 31 मई को आने वाली है. यदि आप आपने अभी तक भी लिस्ट में अपना नाम चेक नहीं किया है तो अब कर लीजिए. अपना नाम आप घर बैठे-बैठे आसानी से चेक कर सकते हैं.सबसे पहले पीएम किसान योजना की आधिकारिक वेबसाइट https://pmkisan.gov.in पर जाएं.
अब ‘फॉर्मर कॉर्नर’ में दिए गए Beneficiary List वाले ऑप्शन पर क्लिक करें.यहां क्लिक करने पर खुलने वाले वेबपेज पर आपसे प्रदेश, जिला, सब जिला, ब्लॉक और गांव की जानकारी मांगी जाएगी.सभी जानकारी सही भरने के बाद गेट रिपोर्ट पर क्लिक करें.यहां आपके सामने एक लिस्ट होगी, इसमें आप अपना नाम ढूंढ सकते हैं.यदि आपका नाम लिस्ट में है तो आपके खाते में पीएम किसान निधि के 2000 रुपये आएंगे!
देश के किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए मोदी सरकार हर जरूरी कदम उठा रही है। केंद्र सरकार देश के अन्नदाताओं के लिए कई सरकारी योजनाएं चला रही है। इनमें से एक योजना ऐसा भी है, जिसके तहत सरकार सीधे किसानों के बैंक अकाउंट्स में पैसे ट्रांसफर करती है। जी हैं, हम बात कर रहे हैं प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की।मालूम हो कि कई बार से ये योजना के तहत अपात्र किसानों के अकाउंट्स में भी किस्त ट्रांसफर हुई है। ऐसे में सरकार ने राज्यों से उन किसानों की पहचान करने को कहा है जिन्होंने इसका फायदा उठाया, लेकिन वे अपात्र थे। सरकार ने उनसे पैसे वसूलने का निर्देश दिया है।