हाल ही में आबू धाबी में पीएम मोदी ने एक बयान दे दिया है! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अबू धाबी में पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने अयोध्या में बने भव्य राम मंदिर का जिक्र करना नहीं भूले। उन्होंने कहा कि पिछले महीने ही अयोध्या में भव्य राम मंदिर का सदियों पुराना सपना पूरा हुआ। राम लला अपने भवन में विराजमान हुए हैं, पूरा भारत और हर भारतीय उस भाव में अभी तक लीन है। इसी दौरान पीएम मोदी ने कहा कि मैं जानता नहीं कि मैं मंदिरों के पुजारी की योग्यता रखता हूं या नहीं लेकिन मैं इसका गर्व अनुभव करता हूं कि मैं मां भारती का पुजारी हूं। उन्होंने कहा कि परमात्मा ने मुझे जितना समय दिया है, उसका हर एक पल और परमात्मा ने जो शरीर दिया है, उसका कण-कण सिर्फ और सिर्फ मां भारती के लिए है। 140 करोड़ देशवासी मेरे आराध्य देव हैं। अबू धाबी में BAPS हिंदू मंदिर के उद्घाटन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह मंदिर पूरी दुनिया के लिए सांप्रदायिक सौहार्द और एकता का प्रतीक होगा। मंदिर के निर्माण में यूएई सरकार की भूमिका सराहनीय है। मुझे विश्वास है कि यहां आने वाले समय में बड़ी संख्या में श्रद्धालु आएंगे। इससे यूएई आने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ेगी और पीपल टू पीपल कनेक्ट भी बढ़ेगा। मैं इसके लिए UAE सरकार को बहुत धन्यवाद देता हूं।
पीएम मोदी ने कहा कि UAE ने एक सुनहरा अध्याय लिखा है। मंदिर के उद्घाटन में वर्षों की कड़ी मेहनत है और कई लोगों के सपने मंदिर से जुड़े हैं। स्वामीनारायण का आशीर्वाद भी जुड़ा है। हमारी संस्कृति, हमारी आस्था हमें विश्व कल्याण के इन संकल्पों का हौसला देती है। भारत इस दिशा में ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ के मंत्र पर काम कर रहा है। मुझे विश्वास है कि अबू धाबी के मंदिर की मानवीय प्रेरणा हमारे इन संकल्पों को ऊर्जा देगी, उन्हें साकार करेगी। हमें विविधता में बैर नहीं दिखता, हमे विविधता ही विशेषता लगती है।प्रधानमंत्री ने अबू धाबी में कहा कि ये समय भारत के अमृतकाल का समय है। ये हमारी आस्था और संस्कृति के लिए भी अमृतकाल का समय है।पीएम मोदी ने कहा कि अबू धाबी का ये विशाल मंदिर केवल एक उपासना स्थली नहीं है। ये मानवता की सांझी विरासत का प्रतीक है। ये भारत और अरब के लोगों के आपसी प्रेम का भी प्रतीक है। इसमें भारत और UAE के रिश्तों का एक आध्यात्मिक प्रतिबिंब है। अब तक जो यूएई बुर्ज खलीफा, फ्यूचर म्यूजियम, शेख जायद मस्जिद और दूसरी हाइटेक बिल्डिंग्स के लिए जाना जाता था, अब उसकी पहचान में एक और सांस्कृतिक अध्याय जुड़ गया है। मुझे विश्वास है कि आने वाले समय में यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु आएंगे। मुझे आशा है कि ये मंदिर भी मानवता के लिए बेहतर भविष्य के वसंत का स्वागत करेगा। ये मंदिर पूरी दुनिया के लिए सांप्रदायिक सौहार्द और वैश्विक एकता का प्रतीक बनेगा।अभी पिछले महीने ही अयोध्या में भव्य राम मंदिर का सदियों पुराना सपना पूरा हुआ है। रामलला अपने भवन में विराजमान हुए हैं। पूरा भारत और हर भारतीय उस प्रेम में उस भाव में अभी तक डूबा हुआ है। अयोध्या के हमारे उस परम आनंद को आज अबू धाबी में मिली खुशी की लहर ने और बढ़ा दिया है। ये मेरा सौभाग्य है कि मैं पहले अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर और फिर अब अबू धाबी में इस मंदिर का साक्षी बना हूं।
पीएम मोदी ने कहा कि अबू धाबी का ये विशाल मंदिर केवल एक उपासना स्थली नहीं है। ये मानवता की सांझी विरासत का प्रतीक है। ये भारत और अरब के लोगों के आपसी प्रेम का भी प्रतीक है। इसमें भारत और UAE के रिश्तों का एक आध्यात्मिक प्रतिबिंब है।मंदिर के निर्माण में यूएई सरकार की भूमिका सराहनीय है। मुझे विश्वास है कि यहां आने वाले समय में बड़ी संख्या में श्रद्धालु आएंगे। इससे यूएई आने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ेगी और पीपल टू पीपल कनेक्ट भी बढ़ेगा। मैं इसके लिए UAE सरकार को बहुत धन्यवाद देता हूं। अब तक जो यूएई बुर्ज खलीफा, फ्यूचर म्यूजियम, शेख जायद मस्जिद और दूसरी हाइटेक बिल्डिंग्स के लिए जाना जाता था, अब उसकी पहचान में एक और सांस्कृतिक अध्याय जुड़ गया है। मुझे विश्वास है कि आने वाले समय में यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु आएंगे। मुझे आशा है कि ये मंदिर भी मानवता के लिए बेहतर भविष्य के वसंत का स्वागत करेगा। ये मंदिर पूरी दुनिया के लिए सांप्रदायिक सौहार्द और वैश्विक एकता का प्रतीक बनेगा।