आज हम आपको बताएंगे कि विपक्षी एकता के लिए पांच राज्यों के लोग क्या कहते हैं! 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव के बीच क्या विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा। चुनावी राज्यों में कांग्रेस के साथ सीटों को लेकर आखिरी वक्त तक कई दलों ने इंतजार किया लेकिन जब बात नहीं बनी तब वह मैदान में कूद गए। पहले समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच खींचतान हुई और उसके बाद वामदल और कांग्रेस के बीच। कांग्रेस, CPI और सीपीएम के बीच सीट-बंटवारे की बातचीत का राजस्थान, छत्तीसगढ़ और एमपी में कोई नतीजा नहीं निकला। जिसकी वजह से अब दोनों वामपंथी दल अलग होकर चुनाव मैदान में उतर रहे हैं। वहीं अब यूपी कांग्रेस के नए अध्यक्ष ने कहा है कि प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी पार्टी कर रही है। CPM राजस्थान में 17, छत्तीसगढ़ में तीन और मध्य प्रदेश में चार सीटों पर चुनाव लड़ेगी, वहीं सीपीआई छत्तीसगढ़ में 16, राजस्थान में 12 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। तेलंगाना में कैसे बात आगे बढ़ती है इस पर नजर रहेगी। I.N.D.I.A गठबंधन के बीच सीट-बंटवारे में आम सहमति नहीं बनने पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा फिलहाल कुछ नहीं कहा गया है लेकिन सीताराम येचुरी ने स्वीकार किया कि यदि समझौता हो जाता तो यह बेहतर होता। I.N.D.I.A गठबंधन का गठन 2024 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर किया गया था। यही घोषित उद्देश्य था। येचुरी ने कहा कि अधिक तालमेल और सहयोग होना चाहिए था जिससे 2024 के चुनावों के दौरान इससे और मदद मिलती।
सीपीआई के डी राजा ने सबसे पुरानी पार्टी को I.N.D.I.A गठबंधन में अपने कनिष्ठ सहयोगियों के प्रति समायोजन की भावना दिखाने की आवश्यकता पर जोर दिया। साथ ही यह भी कहा कि इस तरह के रुख से भविष्य की बातचीत प्रभावित हो सकती है। संयोग से वामपंथी दलों का अकेले चुनाव लड़ने का फैसला इस महीने की शुरुआत में समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव और कांग्रेस नेता कमलनाथ के बीच सीट-बंटवारे को लेकर तीखी नोकझोंक के बाद आया है। इन दोनों दलों के बीच भी बात नहीं बन पाई थी। हालांकि मामला धीरे-धीरे शांत हो गया। इस कड़वाहट के बीच सपा, AAP और अब वामदल ‘इंडिया’ गठबंधन के साथी कांग्रेस के खिलाफ मैदान में होंगे। बता दें कि तेलंगाना में कैसे बात आगे बढ़ती है इस पर नजर रहेगी। I.N.D.I.A गठबंधन के बीच सीट-बंटवारे में आम सहमति नहीं बनने पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा फिलहाल कुछ नहीं कहा गया है लेकिन सीताराम येचुरी ने स्वीकार किया कि यदि समझौता हो जाता तो यह बेहतर होता। I.N.D.I.A गठबंधन का गठन 2024 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर किया गया था। यही घोषित उद्देश्य था। येचुरी ने कहा कि अधिक तालमेल और सहयोग होना चाहिए था जिससे 2024 के चुनावों के दौरान इससे और मदद मिलती। न केवल मध्य प्रदेश बल्कि छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भी कई सीटों पर ऐसे मुकाबले होंगे जहां ‘इंडिया’ गठबंधन के कई साथी मैदान में होंगे।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस और सपा के बीच वाकयुद्ध के कुछ दिनों बाद उत्तर प्रदेश कांग्रेस के नए चीफ अजय राय ने कहा कि उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। अजय राय ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव बहुत महत्वपूर्ण हैं और पार्टी के राज्य प्रमुख के रूप में, यह सुनिश्चित करना मेरी जिम्मेदारी है कि हम पूरी ताकत के साथ राज्य की सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार हों। यूपी में सभी लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारियों के लिए के लिए जिला और मंडल पदाधिकारियों के साथ बैठकें कर रहे हैं। वहीं सपा प्रमुख अखिलेश कांग्रेस, CPI और सीपीएम के बीच सीट-बंटवारे की बातचीत का राजस्थान, छत्तीसगढ़ और एमपी में कोई नतीजा नहीं निकला। जिसकी वजह से अब दोनों वामपंथी दल अलग होकर चुनाव मैदान में उतर रहे हैं। वहीं अब यूपी कांग्रेस के नए अध्यक्ष ने कहा है कि प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी पार्टी कर रही है। CPM राजस्थान में 17, छत्तीसगढ़ में तीन और मध्य प्रदेश में चार सीटों पर चुनाव लड़ेगी, वहीं सीपीआई छत्तीसगढ़ में 16, राजस्थान में 12 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। तेलंगाना में कैसे बात आगे बढ़ती है इस पर नजर रहेगी।यादव साइकिल पर सवार होकर पीडीए यात्रा की शुरुआत की है। लखनऊ में इस यात्रा का नेतृत्व खुद अखिलेश यादव ने किया। यह यात्रा प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में जाएगी।