आज हम आपको दिल्ली के एक मौब लिंचिंग के मामले को बताने जा रहे हैं! देश की राजधानी दिल्ली जहां 26 साल का लड़का दर्जनों लोगों की भीड़ के बीच घिरा हुआ, दिखने में वो इंसानों की भीड़ थी, लेकिन असल में वो इंसान के रूप में हैवान थे। ऐसे हैवान जो इस 26 साल के लड़के मार रहे थे पीट रहे थे। जिसका मन जहां आ रहा था उस लड़के के शरीर पर वार कर रहा था। उस अकेले लड़के को घेर कर पहले जितना मन आया उतना पीटा गया। वो लड़का रो रहा था, उम्मीद कर रहा था कि इस भीड़ में शायद किसी का दिल पसीज जाए, लेकिन दिल तो तब पसीजे न जब वो इंसान हों। ये राक्षस यहां भी नहीं रुके। लड़के को खंभे से बांध दिया गया ताकि पीटने में और आसानी हो। खंभे से बांधकर तब तक पीटते रहे जब तक वो मौत के बेहद करीब नहीं पहुंच गया। दिल्ली के सुंदर नगरी में हुई ये इंसानियत को रौंदने वाली खौफनाक घटना। पीट-पीटकर भीड़ ने जिस लड़के को मौत दी उसका नाम था इसार। अधमरा करने के बाद लड़के को उसके घर के पास फेंक दिया गया। ईसार के पिता सुंदर नगरी में ही फल कारोबारी हैं। अपने 26 साल के बेटे को तड़पते हुए अधमरी हालत में देखा तो होश उड़ गए। अस्पताल ले जाया गया, लेकिन लड़के की मौत हो गई। 26 साल की ईसार को दिल्ली के हैवानों की भीड़ ने मौत दे दी।
ईसार के पिता ने बताया कि उनके बेटे पर पड़ोस के कुछ लोगों ने चोरी के आरोप लगाए और फिर मॉब लिंचिंग शुरू कर दी गई। 26 साल की ईसार को दिल्ली के हैवानों की भीड़ ने मौत दे दी। लोगों की नफरत की भेंट चढ़ गया था एक नौजवान, बिल्कुल वैसे ही जैसे दिल्ली में ईसार को मौत दी है। इस मामले में लंबे समय तक केस चलता रहा। तबरेज अंसारी की पत्नी न्याय के लिए लड़ाई लड़ती रही। आखिरकार इस मामले में सरायकेला की जिला अदालत ने 10 आरोपियों को 10-10 साल की सजा सुनाई।पुलिस ने 6 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है,नफरत में अंधे हो चुके गांव के लोगों ने खंभे से बांधकर तबरेज को खूब पीटा। धार्मिक नारे भी लगाए गए। जमकर पीटने के बाद तबरेज को उस भीड़ ने पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस कस्टडी में अगले ही दिन तबरेज की मौत हो गई। जिनके नाम कमल, मनोज, यूनुस, किशन, पप्पू और लकी हैं। इसार के केस ने साल 2019 में झारखंड में हुए तबरेज अंसारी लिंचिंग केस की याद दिला दी। बिल्कुल ऐसे ही तबरेज अंसारी की भी हत्या की गई थी।
तबरेज अंसारी पुणे में काम करता था और त्योहार मनाने वो अपने गांव कदमडीह गया हुआ था, लेकिन गांव के कुछ लोगों ने उसपर मोटरसाइकिल चोरी का आरोप लगा दिया। बता दें कि वहा लड़के को खंभे से बांध दिया गया ताकि पीटने में और आसानी हो। खंभे से बांधकर तब तक पीटते रहे जब तक वो मौत के बेहद करीब नहीं पहुंच गया। दिल्ली के सुंदर नगरी में हुई ये इंसानियत को रौंदने वाली खौफनाक घटना। पीट-पीटकर भीड़ ने जिस लड़के को मौत दी उसका नाम था इसार। अधमरा करने के बाद लड़के को उसके घर के पास फेंक दिया गया। चोरी के आरोप में गांव के लोगों ने उसके साथ पिटाई शुरू कर दी। नफरत में अंधे हो चुके गांव के लोगों ने खंभे से बांधकर तबरेज को खूब पीटा। धार्मिक नारे भी लगाए गए। जमकर पीटने के बाद तबरेज को उस भीड़ ने पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस कस्टडी में अगले ही दिन तबरेज की मौत हो गई।
मॉब लिंचिंग का ये मामला तब सामने आया जब पिटाई की वीडियो वायरल हुआ। इस वीडियो में लोग बेरहमी से तबरेज को पीट रहे थे। तबरेज की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से भी ये साफ था कि पिटाई की वजह से उसकी मौत हो गई। बता दें कि ईसार के पिता सुंदर नगरी में ही फल कारोबारी हैं। अपने 26 साल के बेटे को तड़पते हुए अधमरी हालत में देखा तो होश उड़ गए। अस्पताल ले जाया गया, लेकिन लड़के की मौत हो गई। 26 साल की ईसार को दिल्ली के हैवानों की भीड़ ने मौत दे दी। लोगों की नफरत की भेंट चढ़ गया था एक नौजवान, बिल्कुल वैसे ही जैसे दिल्ली में ईसार को मौत दी है। इस मामले में लंबे समय तक केस चलता रहा। तबरेज अंसारी की पत्नी न्याय के लिए लड़ाई लड़ती रही। आखिरकार इस मामले में सरायकेला की जिला अदालत ने 10 आरोपियों को 10-10 साल की सजा सुनाई।