आज हम आपको बताएंगे कि पीएम मोदी की परीक्षा पर चर्चा का मकसद क्या होता है! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 29 जनवरी को ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम के तहत छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों के साथ बातचीत की। बातचीत के दौरान परीक्षा के तनाव को कम करने और परीक्षा की रणनीति पर चर्चा होगी। परीक्षा पे चर्चा 2024 के लिए रेकॉर्ड एक करोड़ से ज्यादा रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्कूली छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के साथ बातचीत कार्यक्रम ‘परीक्षा पे चर्चा’ का यह सातवां संस्करण होगा। इस वर्ष यह कार्यक्रम 29 जनवरी को सुबह 11 बजे से भारत मंडपम, प्रगति मैदान में होगा। कार्यक्रम में लगभग 4000 प्रतिभागी प्रधानमंत्री के साथ बातचीत करेंगे। हर राज्य और केंद्रशासित प्रदेश से दो छात्रों और एक शिक्षक के अलावा कला उत्सव और वीर गाथा प्रतियोगिता के विजेताओं को मुख्य कार्यक्रम के लिए विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया जा सकता है। आजकल तो पूरा परिवार मोबाइल में लगा रहता है, घर में बराबर में बैठकर एक दूसरे को मैसेज करते हैं। मोबाइल के दुष्प्रभाव को रोकने के लिए पूरे परिवार को नियम बनाने होंगे। हम खाने के वक्त कोई गैजेट्स का इस्तेमाल न करें, ऐसा नियम बना सकते हैं। टेक्नोलॉजी से बचने की जरूरत नहीं है, लेकिन उसका सही उपयोग सीखना बेहद जरूरी है। हमारे मोबाइल पर लगा पासवर्ड परिवार के सभी सदस्यों को पता होगा, तो काफी सुधार हो जाएगा। इसके अलावा हमें स्क्रीन टाइम अलर्ट को मॉनीटर करना चाहिए।
परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम की शुरुआत साल 2018 में की गई थी। उसके बाद से हर साल, कभी ऑनलाइन मोड में तो कभी ऑफलाइन मोड में इसका आयोजन किया जाता रहा है। इस वर्ष ‘परीक्षा पे चर्चा’ (पीपीसी) कार्यक्रम 29 जनवरी को ‘भारत मंडपम’ में आयोजित किया जाएगा, जहां प्रधानमंत्री देश और विदेश के विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों के साथ बातचीत करेंगे। पीएम मोदी से सवाल पूछने के लिए छात्र, अभिभावक और टीचर्स वर्चुअल मोड में भी कार्यक्रम का हिस्सा बन सकते हैं।
यह एक ऐसा कार्यक्रम है जिसमें देश और विदेश दोनों के ही छात्र, शिक्षक और अभिभावक प्रधानमंत्री मोदी के साथ परीक्षाओं और स्कूली जीवन से संबंधित चिंताओं पर चर्चा करते हैं। परीक्षा पे चर्चा युवाओं के लिए तनाव मुक्त माहौल तैयार करने की दिशा में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में बड़ी पहल ‘एग्जाम वॉरियर्स’ का हिस्सा है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बच्चों का एग्जाम प्रेशर कम करना है। बोर्ड परीक्षा 2024 से पहले छात्रों में तनाव होना स्वाभाविक है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस कार्यक्रम के जरिए उसे कम करने की कोशिश करते हैं। वह बच्चों को बोर्ड परीक्षा में बेस्ट मार्क्स स्कोर करने के टिप्स देते हैं, उन्हें मोटिवेट करते हैं और उनके सवालों के जवाब भी देते हैं।
शिक्षा मंत्रालय का कहना है कि इस खास कार्यक्रम में भाग लेने और प्रधानमंत्री के साथ बातचीत करने के लिए छात्रों में बहुत उत्साह है। देशभर के साथ-साथ विदेशों से भी छात्र, अभिभावक और शिक्षक परीक्षाओं और स्कूल के बाद के जीवन से संबंधित चिंताओं पर चर्चा करने के लिए पीएम के साथ बातचीत करते हैं। चेन्नई के एक छात्र ने पीएम मोदी से सवाल किया कि वो प्रधानमंत्री के रूप में बड़े-बड़े प्रेशर कैसे हैंडल कर पाते हैं? इसके जवाब देते हुए पीएम मोदी ने हंसते हुए छात्र से पूछा कि क्या आप भी PM बनना चाहते हैं। पीएम ने कहा कि मैं चुनौतियों को ही चुनौतियां देता हूं। मैं मानता हूं कि कुछ भी क्यों न हो, मेरे साथ 140 करोड़ देशवासियों का साथ है। हर राज्य और केंद्रशासित प्रदेश से दो छात्रों और एक शिक्षक के अलावा कला उत्सव और वीर गाथा प्रतियोगिता के विजेताओं को मुख्य कार्यक्रम के लिए विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया जा सकता है। आजकल तो पूरा परिवार मोबाइल में लगा रहता है, घर में बराबर में बैठकर एक दूसरे को मैसेज करते हैं। मोबाइल के दुष्प्रभाव को रोकने के लिए पूरे परिवार को नियम बनाने होंगे। हम खाने के वक्त कोई गैजेट्स का इस्तेमाल न करें, वह बच्चों को बोर्ड परीक्षा में बेस्ट मार्क्स स्कोर करने के टिप्स देते हैं, उन्हें मोटिवेट करते हैं और उनके सवालों के जवाब भी देते हैं।ऐसा नियम बना सकते हैं।मैं अपनी शक्ति देश के सामर्थ्य बढ़ाने में लगा रहा हूं।परीक्षा पे चर्चा 2024 के लिए अब तक MyGov पोर्टल पर एक करोड़ से अधिक रजिस्ट्रेशन दर्ज किए गए हैं, जबकि 2023 में 38.80 लाख प्रतिभागियों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। इस बार पिछले वर्ष की तुलना में दोगुने से भी ज्यादा रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं।