Monday, December 23, 2024
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नए वाले कोरोना के लिए क्या कह रहा है विश्व स्वास्थ्य संगठन?

हॉकी में विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा नए कोरोना के लिए एक बयान दे दिया गया है! वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने शनिवार को कहा कि पिछले एक महीने के दौरान विश्व स्तर पर कोविड-19 के नए मामलों में 52 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। वहीं, भारत में शनिवार सुबह तक 24 घंटे में कोविड-19 के 752 नए मामले दर्ज किए गए। देश में 21 मई 2023 के बाद से एक दिन में सामने आए कोरोना वायरस संक्रमण के ये सबसे अधिक मामले हैं। इससे इस सीजन में कोविड के मरीजों की संख्या बढ़कर 3,420 हो गई। वहीं, देश में इस संक्रमण से चार लोगों को जान गंवानी पड़ी। यूएन हेल्थ बॉडी ने शुक्रवार को अपडेट करते हुए बताया कि 20 नवंबर से 17 दिसंबर तक यानी 28 दिनों में दुनिया भर में कोविड के 8.50 लाख से अधिक नए केस दर्ज किए। इस अवधि में इस संक्रमण से 3,000 से अधिक मरीजों की मौत के साथ इस आंकड़े में 8 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है। 17 दिसंबर तक विश्व स्तर पर कोविड के 772 मिलियन से अधिक मामलों की पुष्टि हो चुकी है, वहीं लगभग सात मिलियन मौतें दर्ज की जा चुकी हैं। दुनिया में 13 नवंबर से 10 दिसंबर के दौरान 1 लाख 18 हजार से अधिक कोविड के नए मरीज अस्पतालों में भर्ती हुए और 1,600 से अधिक नए मरीजों को ICU में भर्ती कराया गया। कोविड को लेकर लगातार रिपोर्ट करने वाले देशों में वर्तमान रिपोर्ट में 23 प्रतिशत और पिछली रिपोर्ट में 51 प्रतिशत की ओवरऑल वृद्धि दर्ज की गई।

WHO ने पिछले सप्ताह JN.1 को ओमिक्रॉन के BA.2.86 वेरिएंट का एक सब वेरिएंट बताया था। इसे मूल वेरिएंट BA.2.86 से सेपेरेट वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट के रूप में नामित किया, क्योंकि हाल के सप्ताहों में इसकी वृद्धि तेजी से हुई है। हालांकि, EG.5 विश्व स्तर पर सबसे अधिक रिपोर्ट किया जाने वाला VOI बना हुआ है। वहीं, दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में 9,200 से अधिक नए मामले दर्ज किए गए हैं, जो पिछले 28 दिनों की तुलना में 388 प्रतिशत की वृद्धि है। पंजाब में कोरोना के नए वेरिएंट की आशंका के चलते भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने इसे लेकर शनिवार को एक अडवाइजरी जारी की है। पंजाब में अभी तक JN.1 का कोई केस तो नहीं आया है, लेकिन अमृतसर हवाई अड्डे पर आने वाले यात्रियों की जांच के निर्देश दिए गए हैं। स्वास्थ्य निदेशालय की अडवाइजरी के अनुसार भीड़-भाड़ वाली जगहों पर सबों के लिए मास्क जरूरी रहेगा। अस्पतालों में डॉक्टर, पैरामेडिकल और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के साथ मरीजों और तीमारदारों के लिए भी मास्क जरूरी होगा। इसी के साथ हर व्यक्ति को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने का निर्देश है। साबुन से बार-बार हाथ धोने और सांस संबंधित परेशानी होने पर डॉक्टर के पास जाने की सलाह दी गई है। किसी भी तरह की मेडिकल सलाह के लिए मेडिकल हेल्पलाइन 104 पर सम्पर्क करें।

बता दे कि कोरोना वायरस एक बार फिर लोगों की चिंता बढ़ाने लगा है। कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट का सब-वेरिएंट JN.1 तेजी से फैल रहा है। इसकी रफ्तार ने दुनिया भर के एक्सपर्ट्स को अलर्ट कर दिया है। तेजी से इस नए वायरस का संक्रमण बढ़ रहा है, जिसे देखते हुए WHO ने इसे वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट घोषित किया है। इसका मतलब कि अब इस वायरस को लेकर वैज्ञानिक निगरानी करेंगे। वह यह देखेंगे कि इसका रूप तो नहीं बदल रहा। या फिर इस पर वैक्सीन काम कर रही है या नहीं।JN.1 से जुड़े कोविड-19 के मामले भारत, चीन, यूके और यूएस समेत दुनिया के कई देशों में मिले हैं। हालांकि WHO ने अभी कहा है कि इसका रिस्क कम है, लेकिन साथ ही यह भी चेतावनी दी कि कोरोना और अन्य संक्रमण ठंड में फैल सकते हैं। इसके अलावा उत्तरी गोलार्ध में श्वसन से जुड़े वायरस जैसे फ्लू, रेस्पिरेटरी सिंकाइटियल वायरस और बच्चों में निमोनिया बढ़ रहा है। कोरोना से जुड़े वायरस लगातार विकसित हो रहे हैं, जिसमें ओमिक्रोन सबसे प्रमुख है।

WHO अभी JN.1 समेत ओमिक्रोन से जुड़े कई वेरिएंट की बारीकी से निगरानी कर रही है, लेकिन फिलहाल किसी को भी चिंताजनक नहीं माना जा रहा। यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के के मुताबिक JN.1 कोविड-19 का सबसे तेजी से फैलने वाला वेरिएंट है, जो अमेरिका में 15-29 फीसदी संक्रमण के लिए जिम्मेदार है। इसके अलावा यूके में भी यह सबसे तेजी से बढ़ने वाला वायरस है। ऐसे में लगातार इसकी मॉनिटरिंग करना जरूरी है। रिपोर्ट के मुताबिक JN.1 सभी क्षेत्रों में तेजी से फैल रहा है। संभावित रूप से क्योंकि इसमें BA.2.86 वेरिएंट की तुलना में स्पाइक प्रोटीन में एक अतिरिक्त म्यूटेशन है। WHO का कहना है कि JN.1 पर टीका कितना असरदार है, इसे लेकर अभी सीमित सबूत है। WHO ने लोगों से संक्रमण और गंभीर बीमारी से बचने के लिए एहतियाती कदम उठाने को कहा है। जैसे कि भीड़-भाड़ वाले इलाकों में मास्क पहनना और नियमित रूप से हाथों को धुलना आदि।

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