मुकेश अंबानी ने अपनी बेटी ईशा अंबानी को रिटेल कारोबार की जिम्मेदारी सौंप दी है! बेटियां अब बेटों से कम नहीं हैं। वो दिन गए जब पिता की संपत्ति पर पूरा अधिकार बेटे जमाकर बैठ जाते थे। शादी के बाद बेटियों को हर चीज से किनारे कर दिया जाता था। अब जमाना बदल गया है। इस बदलाव की बयार बड़े-बड़े कॉरपोरेट समूहों में भी दिख रही है। इनमें बेटियों के हाथों में कारोबार की कमान सौंपी जा रही है। दिग्गज उद्योगपति मुकेश अंबानी ने भी इसकी शानदार मिसाल पेश की है। उन्होंने बेटी ईशा अंबानी के हाथों में रिलायंस इंडस्ट्रीज के रिटेल कारोबार की कमान सौंपी है। सोमवार को रिलायंस की 45वीं एजीएम में मुकेश ने ईशा का परिचय ग्रुप के खुदरा कारोबार की मुखिया के तौर पर कराया। यह वाकई लाखों करोड़ों के दिलों में घर कर गया। इस ऐलान के साथ मुकेश अंबानी ने बड़ा मैसेज भी दिया है। यह पितृ सत्ता प्रधान समाज को आईना दिखाता है। उद्योगपति ने साफ कर दिया है कि उनके कारोबार के बटवारे में बिटिया का हक भी उतना ही है जितना दो बेटों अनंत और आकाश का है।रिलायंस की सालाना आमसभा की बैठक में ईशा ने रिटेल कारोबार के मुखिया के तौर पर प्रजेंटेशन दिया। एजीएम में अंबानी ने ईशा का परिचय खुदरा कारोबार के अगुवा के तौर पर कराया। अंबानी ने ईशा को रिटेल बिजनेस के बारे में बोलने के लिए मंच पर बुलाया। इसी समय उन्होंने ईशा को रिटेल बिजनेस का मुखिया बताया। इस तरह मुकेश अंबानी ने अपने सक्सेशन प्लान यानी उत्तराधिकार योजना को भी साफ कर दिया। इसमें उन्होंने तीनों बच्चों के लिए रास्ता साफ कर दिया है। यानी आगे किसी खटपट की गुंजाइश नहीं छोड़ी है। इस विरासत में बेटी को भी बेटों जितना ही हक मिलेगा।
साफ किया सक्सेशन प्लान
मुकेश अंबानी ने ईशा को रिटेल की कमान देने के साथ छोटे बेटे अनंत को एनर्जी बिजनेस की कमान सौंपी है। बड़े बेटे आकाश को ग्रुप की टेलीकॉम कंपनी रिलायंस जियो का प्रमुख पहले ही नामित किया जा चुका है। इस तरह पूरा सक्सेशन प्लान स्पष्ट है।मुकेश अंबानी ने जब कंपनी की अगली पीढ़ी का परिचय दिया तो उनकी आवाज में वो फख्र और सुकून महसूस किया जा सकता था जो कोई पिता लायक बच्चों को अपनी विरासत सौंपते हुए करता है। उन्होंने एजीएम में कहा कि इन तीनों को समूह संस्थापक (धीरूभाई अंबानी) की सोच विरासत में मिली है। वो पेशेवरों और अगुवा लोगों की युवा टीम के बीच समकक्षों में पहले हैं। इन सभी को उनके और निदेशक मंडल के अन्य सदस्यों समेत तमाम वरिष्ठों का रोजाना मार्गदर्शन मिल रहा है। अंबानी यह भी बोले कि आकाश और ईशा ने जियो और रिटेल का नेतृत्व संभाला हुआ है। वहीं, अनंत भी पूरे मन से न्यू एनर्जी बिजनस के साथ जुड़े हुए हैं। मुकेश अंबानी 65 साल के हैं। उनके तीन बच्चे हैं। ईशा और आकाश जुड़वां भाई-बहन हैं। वहीं, सबसे छोटे अनंत हैं। ईशा की शादी पीरामल समूह के आनंद पीरामल से हुई है।
वैसे मुकेश अंबानी ने यह भी साफ कर दिया है कि वह अभी रिटायर नहीं होंगे। वह ग्रुप में पहले की तरह एक्टिव रहेंगे। इस एजीएम में सबकी नजरें अंबानी के उत्तराधिकारियों के नामों पर थी। इसके बारे में उन्होंने पिछले साल दिसंबर में संकेत दिए थे। तब भी उन्होंने साफ कहा था कि तीनों बच्चे पहले ही ग्रुप की गैर-सूचीबद्ध कंपनियों में डायरेक्टर की भूमिका निभा रहे हैं। आगे उन्हें बड़ी जिम्मेदारी दी जाएगी। जून में अंबानी ने रिलायंस जियो इंफोकॉम के चेयरमैन पद से इस्तीफा दिया था। इस तरह उन्होंने अपने बड़े बेटे आकाश के लिए कंपनी की बागडोर संभालने का रास्ता खोल दिया था। मुकेश अंबानी की सेहत को लेकर तरह-तरह की अफवाहें थीं। निवेशकों को लीडरशिप में बदलाव का इंतजार था। शायद मुकेश अंबानी ने उनकी आशंका को दूर कर दिया है। वो भी बड़े मैसेज के साथ। रिलायंस ग्रुप के मुख्य रूप से तीन कारोबार हैं। इनमें पेट्रोलियम, रिटेल और डिजिटल कारोबार (टेलीकॉम) शामिल हैं। ऐसी उम्मीद है कि मुकेश अंबानी अपने छोटे बेटे अनंत को तेल और ऊर्जा कारोबार का जिम्मा सौंप सकते हैं।
जून में अंबानी ने रिलायंस जियो इंफोकॉम के चेयरमैन पद से इस्तीफा दिया था। इस तरह उन्होंने अपने बड़े बेटे आकाश के लिए कंपनी की बागडोर संभालने का रास्ता खोल दिया था। मुकेश अंबानी की सेहत को लेकर तरह-तरह की अफवाहें थीं। निवेशकों को लीडरशिप में बदलाव का इंतजार था। शायद मुकेश अंबानी ने उनकी आशंका को दूर कर दिया है। वो भी बड़े मैसेज के साथ। रिलायंस ग्रुप के मुख्य रूप से तीन कारोबार हैं। इनमें पेट्रोलियम, रिटेल और डिजिटल कारोबार (टेलीकॉम) शामिल हैं। ऐसी उम्मीद है कि मुकेश अंबानी अपने छोटे बेटे अनंत को तेल और ऊर्जा कारोबार का जिम्मा सौंप सकते हैं।