रक्तदान महादान! आपने इस पंक्ति को तो सुना होगा, इसका मतलब भी बहुत गहन है, जी हां रक्तदान एक इंसान यदि करता है तो वह कम से कम 3 लोगों की जान बचा सकता है! इससे बड़ा दान और पुण्य दान कुछ नहीं माना जाता! वैश्विक स्तर पर रक्तदान को बढ़ावा देने के लिए हर साल 14 जून को ‘विश्व रक्तदाता दिवस’ मनाया जाता है। इस खास दिन का उद्देश्य दुनियाभर में रक्तदान को बढ़ावा देने
के लिए लोगों को प्रेरित करना है। एक अनुमान के अनुसार दुनियाभर में हर साल अनुमानित 118.5 मिलियन ब्लड डोनेशन एकत्रित किए जाते हैं। रक्तदान को सबसे महत्वपूर्ण दान में से एक माना जाता है क्योंकि यह किसी व्यक्ति की जिंदगी को बचा सकता है। चोट, ऑपरेशन या फिर किसी गंभीर रोग के इलाज के दौरान रोगी को बाहर से रक्त की आवश्यकता पड़ सकती है, ऐसे में रक्तदान से एकत्रित खून को प्रयोग में लाया जाता है।
रक्तदान सिर्फ प्राप्तकर्ता के लिए ही नहीं बल्कि रक्तदाता के लिए भी फायदेमंद माना जाता है। अध्ययनों से पता चलता है कि नियमित रक्तदान करने वाले लोगों में हेमोक्रोमैटोसिस का खतरा कम हो जाता है। यह शरीर में आयरन की अधिकता के कारण होने वाली समस्या है। इसके अलावा रक्तदान करते रहने वाले लोगों के शरीर में नई रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में भी वृद्धि होती है। रक्तदान करने से कैंसर, हृदय और लिवर से संबंधित स्वास्थ्य जोखिम भी कम हो जाता है। हालांकि रक्तदान करने से पहले और बाद में खान-पान और स्वास्थ्य को लेकर विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए।
18 वर्ष या उससे अधिक और 60 वर्ष से कम आयु वाले स्वस्थ व्यक्ति स्वेच्छा से रक्तदान कर सकते हैं। रक्तदाता का वजन कम से कम 50 किलोग्राम होना चाहिए साथ ही वह मधुमेह या रक्तचाप जैसी समस्याओं का रोगी नहीं होना चाहिए। एक बार रक्तदान करने के 56 दिनों बाद दूसरा रक्तदान किया जा सकता है।
सबसे खास बात रक्तदान करने से न तो कमजोरी आती है और न ही इससे सेहत को कोई नुकसान होता है। हां, रक्तदान से पहले और बाद में खान-पान को लेकर सतर्कता बरतने की सलाह दी जाती है।
रक्तदान करने से पहले हल्का लेकिन स्वस्थ भोजन जरूर करें और खूब पानी पिएं। इससे आपके शारीरिक कार्यों को नियंत्रित रखने और रक्तचाप को कंट्रोल रखने में मदद मिलेगी। कभी भी खाली पेट रक्तदान नहीं करना चाहिए। रक्तदान करने से आपके शरीर में आयरन के स्तर में थोड़ी कमी आ सकती है, इसलिए स्वस्थ और पौष्टिक खाद्य पदार्थों का सेवन करने के बाद ही रक्तदान करें। हालांकि रक्तदान के बाद शरीर में होने वाली आयरन की कमी की स्वत: पूर्ति भी हो जाती है। रक्तदान करने से पहले उच्च वसा वाले खाद्य पदार्थ, धूम्रपान या शराब का सेवन नहीं करना चाहिए।
रक्तदान के बाद कुछ समय तक आपको हल्की कमजोरी का एहसास हो सकता है, हालांकि यह स्वत: ठीक हो जाता है। रक्तदान करने के बाद पानी पीना और स्वस्थ-पौष्टिक चीजों का सेवन करना आवश्यक माना जाता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ आयरन और विटामिन-सी से भरपूर चीजों के सेवन की सलाह देते हैं। रक्तदान के बाद शरीर में स्वत: कुछ समय के भीतर नई रक्त कोशिकाओं का निर्माण शुरू हो जाता है, ऐसे में रक्तदान के बाद किसी तरह की दिक्कत नहीं होती है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं, रक्तदान पूरी तरह से सुरक्षित है, इससे बिल्कुल भी घबराना नहीं चाहिए। रक्तदान करने के बाद आपको आत्मसंतुष्टि का एहसास होता है जो मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। शरीर में रक्त निर्माण की प्रक्रिया सतत चलती रहती है, ऐसे में रक्तदान करने से शरीर में खून की कमी नहीं होती है। रक्तदान को विशेषज्ञ पूरी तरह से स्वस्थ प्रक्रिया मानते हैं।
डॉक्टर्स कहते हैं कि ब्लड डोनेशन (Blood Donation) से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि शरीर में आयरन की कमी तो नहीं है। आयरन हमारे शरीर के लिए एक महत्वपूर्ण खनिज है जिसका उपयोग आपका शरीर हीमोग्लोबिन (Hemoglobin) बनाने के लिए करता है। जबकि हीमोग्लोबिन (Hemoglobin) का काम आपके फेफड़ों से ऑक्सीजन को आपके शरीर के बाकी हिस्सों तक ले जाना होता है। इसलिए ऐसे फूड्स का सेवन करें जो आयरन रिच्ड हों। यदि आप शरीर में आयरन की कमी होने के बावजूद रक्त दान करते हैं तो आप एनीमिया के साथ अन्य कई बीमारियों का शिकार भी हो सकते हैं। इसके लिए आप पत्तेदार सब्जियां, फल, बीन्स, दाल और खूब सारी लिक्विड चीजों का सेवन कर सकते हैं।
हमारे खून का आधे से ज्यादा हिस्सा पानी से बनता है। इसलिए ब्लड डोनेशन (Blood Donation) से पहले अच्छी मात्रा में पानी पीएं। अगर ब्लड डोनेशन (Blood Donation) के दौरान शरीर में डिहाइड्रेशन (Dehydration)हो जाए तो आपका ब्लड प्रेशर लो हो सकता है, आपको चक्कर आ सकते हैं और थकान महसूस हो सकती है। अमेरिकन रेड क्रॉस के अनुसार ब्लड डोनेशन से पहले 2 कप एक्स्ट्रा पानी पीना चाहिए। हालांकि आप पानी के अलावा अन्य पेय पदार्थों का सेवन भी कर सकते हैं।