एक ऐसा कत्ल जिसका राज एक तोते ने खोल दिया! घर में महिला का कत्ल हुआ, कातिल घर के अंदर ही छुपा था, लेकिन वो इतना शातिर था उसने एक सुराग नहीं छोड़ा। फिंगर प्रिंट्स मिटाए जा चुके थे, खून के धब्बे भी साफ कर दिए गए थे। यहां तक की घर के कुत्ते को भी बेरहमी से मार दिया गया था, लेकिन घर में कत्ल के वक्त कोई और भी मौजूद था और वो था महिला का तोता। इस तोते ने अपनी मालकिन से वफादारी निभाई और घर में छुपे कातिल को सलाखों के पीछे पहुंचाया। विजय शर्मा, उनकी पत्नी नीलम, एक बेटा, एक बेटी और पिता आनंद शर्मा आगरा के अच्छे बड़े घर में रहते थे। विजय को फिरोजाबाद एक शादी में जाना था। विजय ने अपने बेटे और बेटी को भी साथ चलने के लिए कहा। शाम को तीनों फिरोजाबाद के लिए निकलदिला गए। अब घर पर सिर्फ नीलम और उनके ससुर आनंद शर्मा मौजदू थे। नीलम अपने कमरे में सोने चली गई और उनके ससुर भी थोड़ी देर में जाकर अपने रूम में सो गए। आधी रात में घर में कोई घुसा और वो सीधा नीलम के कमरे में पहुंचा। वहां पहुंचते ही धारदार हथियार से उसने नीलम पर वार किया और उसे मौत के घाट उतार दिया। इसी बीच घर में कुत्ते ने ये कत्ल होते हुए देख लिया था। कातिल ने उसी धारदार हथियार से उस कुत्ते पर भी हमला कर दिया और फिर रात के अंधेरे में ही ये हत्यारा फरार हो गया। एक रात में इस घर की तस्वीर बदल चुकी थी। घर की मालिकन और कुत्ता दोनों की डेड बॉडी घर के अंदर थी।
रात में घर में कत्ल हो गया था, लेकिन आनंद शर्मा की नींद ही नहीं खुली। सुबह जब वो उठे तो घर का मंजर देखकर हैरान रह गए। विजय शर्मा को फोन किया गया और फिर थोड़ी ही देर में विजय और उनके दोनों बच्चे घर आ चुके थे। मां की लाश देखकर बच्चे फूट-फूटकर रोने लगे। उन्हें लग रहा था कि काश वो पिता के साथ न गए होते तो आज उनकी मां का कत्ल नहीं हुआ होता।
विजय और बच्चों को देखकर घर में मौजूद तोता भी जोर-जोर से रोने लगा। ये तोता नीलम ने पाला हुआ था। वो अपनी मालकिन से बेहद प्यार करता था। नीलम भी अक्सर तोते से बातें करती थी। नीलम को डॉग और तोते दोनों से ही बेहद प्यार था। कत्ल वाली रात नीलम को बचाने के लिए उनका कुत्ता सामने आया जिसके बाद उसको भी मार दिया गया था, लेकिन कातिल का ये ध्यान ही नहीं गया तोता भी सबकुछ देख रहा था।
पुलिस ने बिल्डिंग को सीज कर दिया गया। तफ्तीश शुरू हो चुकी थी, लेकिन घर में कोई सुराग हाथ ही नहीं लग रह थे। पुलिस को शक तो कई लोगों पर था, लेकिन सबूत के बिना कुछ भी नहीं हो सकता था। विजय शर्मा पत्नी की मौत से बेहद दुखी थे। तोता लगातार विजय को कुछ बताने की कोशिश कर रहा था। हालांकि मालकिन की मौत के बाद वो काफी शांत हो गया था, लेकिन कत्ल की बात पर वो चिल्लाने लगता था। इसी बीच घरवालों के मुंह से तोते ने आशू का नाम सुना। तो वो भी उस नाम पर जोर-जोर से चिल्लाने लगा। तोता ये बताने के कोशिश कर रहा था कि आशू ने किया है मालकिन का कत्ल।
कौन था ये आशू जिसकी चर्चा घर पर हो रही थी और क्या इसी आशू ने वाकई नीलम का कत्ल किया था। पुलिस को बुलाया गया। विजय शर्मा ने बताया कि तोता कत्ल में आशू का नाम ले रहा है। दरअसल आशू विजय की बहन का बेटा था। उसका पूरा नाम आशूतोष गोस्वामी था। पुलिस ने तोते के बताने के बाद आशूतोष को गिरफ्तार किया और उससे पूछताछ की गई। वो मना करता और आखिरकार पुलिस की सख्ती के सामने वो टूट गया। आशू ने कबूल किया अपना जुर्म। उसने बताया कि उस रात उसने ही अपनी मामी का कत्ल किया था। उनका कुत्ता सामने आया तो उसने उसे भी मार डाला।
इस केस में सालों तक सुनवाई होती रही। आशू के खिलाफ वैसे तो ज्यादा सबूत नहीं थे, लेकिन तोते की गवाही को कोर्ट ने आधार बनाया और अब आखिरकार इतने सालों बाद आशूतोष को उम्र कैद की सजा सुनाई गई है। नीलम की मौत के बाद से तोता काफी दुखी रहने लगा था। वो बस कातिल के नाम पर चिल्लाता था। करीब 6 महीने बाद ही इस तोते की भी मौत हो गई थी, लेकिन मरने से पहले उसने अपनी वफादारी निभाई थी।