हाल ही में फ्रांस की परेड में भारतीय सैनिक दिखे थे! शायद आपने पेरिस में भारतीय जवानों के दस्ते की परेड देखी हो। नहीं देखी तो जरूर देखिए। आपको गर्व होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, ‘इसे देखकर हर भारतीय गौरवान्वित होगा।’ वैसे, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपनी विदेश यात्रा के दूसरे पड़ाव पर अबू धाबी उतर चुके हैं। कल वह फ्रांस में थे। वहां फ्रांस के राष्ट्रीय दिवस समारोह के तहत आयोजित बैस्टिल दिवस परेड के वह विशिष्ट अतिथि थे। वीडियो उसी परेड के समय का है। अचानक भारतीय सैनिकों का दस्ता परेड में आगे बढ़ता है। मुख्य अतिथि के मंच के पास हलचल बढ़ती है। धुन बदलती है- सारे जहां से अच्छा हिंदोस्तां सुनाई देता है। पीएम मोदी मुस्कुराते हैं और खड़े हो जाते हैं। इसके बाद का दृश्य आपको जोश से भर देगा। भारत की तीनों सेनाओं के एक दल ने इस परेड में हिस्सा लेकर भारतीयों को गौरवान्वित किया। जैसे ही भारतीय दल सलामी मंच के पास पहुंचा फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों अलर्ट हो गए। उन्होंने पीएम मोदी से टुकड़ी के बारे में कुछ पूछा। पीएम ने उन्हें धुन और सैनिकों की खासियत बताई। इसके बाद पीएम ने जवानों का अपने अंदाज में अभिवादन किया।
इसके बाद पीएम मोदी ने भारतीय सैनिकों की टुकड़ी को सैल्यूट किया। पास में फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों खड़े थे। पीएम को देख वह भी अलर्ट मुद्रा में आ गए। बाकी सभी पीएम को देखते रहे। ‘सारे जहां से अच्छा’ की धुन पर मार्च करते हुए भारत की तीनों सेनाओं के 241 सदस्यीय दल ने परेड में भाग लिया। एक सैन्य बैंड ने भी हिस्सा लिया। भारतीय सेना की टुकड़ी का नेतृत्व राजपूताना राइफल्स रेजिमेंट के साथ पंजाब रेजिमेंट ने किया।
इस मौके पर फ्रांसीसी लड़ाकू विमानों के साथ भारतीय वायुसेना के राफेल लड़ाकू विमान भी ‘फ्लाईपास्ट’ में शामिल हुए।इसके बाद पीएम मोदी ने भारतीय सैनिकों की टुकड़ी को सैल्यूट किया। पास में फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों खड़े थे। पीएम को देख वह भी अलर्ट मुद्रा में आ गए। बाकी सभी पीएम को देखते रहे। ‘सारे जहां से अच्छा’ की धुन पर मार्च करते हुए भारत की तीनों सेनाओं के 241 सदस्यीय दल ने परेड में भाग लिया। एक सैन्य बैंड ने भी हिस्सा लिया। भारतीय सेना की टुकड़ी का नेतृत्व राजपूताना राइफल्स रेजिमेंट के साथ पंजाब रेजिमेंट ने किया। इस मौके पर फ्रांसीसी लड़ाकू विमानों के साथ भारतीय वायुसेना के राफेल लड़ाकू विमान भी ‘फ्लाईपास्ट’ में शामिल हुए। फ्रांस के राष्ट्रपति ने कहा, ‘हम उन लोगों की स्मृति का सम्मान करते हैं जिन्होंने प्रथम विश्व युद्ध में फ्रांसीसियों के साथ लड़ाई लड़ी थी। हम यह कभी नहीं भूलेंगे।’फ्रांस के राष्ट्रपति ने कहा, ‘हम उन लोगों की स्मृति का सम्मान करते हैं जिन्होंने प्रथम विश्व युद्ध में फ्रांसीसियों के साथ लड़ाई लड़ी थी। हम यह कभी नहीं भूलेंगे।’
बता दे कि पेरिस के बास्टील में एक किला था, जिसका निर्माण पेरिस के पूर्वी दरवाजे की रखवाली के लिए किया गया था. इस किले को बाद में जेल में तब्दील कर दिया गया था. 17वीं और 18वीं सदी के दौरान इसका इस्तेमाल राजनीतिक कैदियों को रखने के लिए किया जाने लगा. 18वीं सदी में बेस्टाइल बर्बन साम्राज्य की क्रूरता का प्रतीक बन गया था. 14 जुलाई 1789 में भीड़ ने बास्टील किले पर रखे हथियारों को लेने के लिए धावा बोल दिया था. जब गार्ड्स ने रोकने की कोशिश की तो क्रांतिकारियों ने जेल पर कब्जा कर लिया और सात कैदियों को रिहा कराया!साल 1880 में पहली बार बास्टील परेड का आयोजन किया गया था. इसी साल 14 जुलाई को फ्रांस में राष्ट्रीय छुट्टी घोषित कर दी गई थी. मिलिट्री परेड के साथ-साथ राजनेता स्पीच देते हैं. साथ ही आतिशबाजी भी होती थी. जनता “Vive le 14 juillet!” नारा लगाते हैं. इसका मतलब है 14 जुलाई अमर रहे. बास्टील डे परेड में करीब साढ़े नौ हजार सैनिक शामिल होते हैं. इसमें 7800 पैदल सैनिक होते हैं. द्वितीय विश्व युद्ध और साल 2020 में कोरोना महामारी के कारण इस परेड को रद्द कर दिया गया था!
आपको बता दें कि इस साल बास्टील डे परेड में भारतीय सेना के तीनों विंग शामिल होंगी. सेना की टुकड़ी का प्रतिनिधित्व पंजाब रेजिमेंट करेगी. इसके अलावा परेड में राजपूताना राइफल्स रेजिमेंट बैंड भी शामिल होगा. पंजाब रेजिमेंट के सैनिकों ने पहले विश्व युद्ध में मेसोपोटामिया, गैलीपोली, फिलिस्तीन, मिस्र, चीन, हांगकांग, दमिश्क सीरिया और फ्रांस में लड़ाई लड़ी थी! फ्रांस की बैस्टिल डे परेड में शुक्रवार को PM नरेंद्र मोदी बतौर चीफ गेस्ट शामिल हुए। इस परेड में शामिल होने वाले वे दूसरे प्रधानमंत्री हैं। उन्हें फ्रांस की फर्स्ट लेडी ब्रिजेट मैंक्रो ने रिसीव किया। राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने मोदी को गले लगाकर स्वागत किया।