वर्तमान में देश में भगवान के नाम पर लूट हो रही है! कहते हैं भगवान से डरो, लेकिन पैसे की चमक भगवान के डर को भी लोगों के दिमाग से खत्म कर देती है और फिर लोग इसे ही लूट का जरिया बना लेते हैं। भगवान के नाम पर लोगों को ठगना बेहद आसान होता है। आसान होता है किसी की आस्था और उसके विश्वास से खेलना। अक्सर ऐसी घटनाएं सामने आती हैं जब कुछ लोग भगवान के नाम को ही पैसे कमाने का धंधा बना लेते हैं। उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में रहने वाले एक पति-पत्नी पर आरोप लगे हैं कि वो भगवान के नाम पर लोगों से पैसे ऐंठ रहे हैं। बरेली में रहने वाले श्रीराम नाम के शख्स ने इन दोनों पति-पत्नी के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है। श्रीराम के मुताबिक उनके जानने वाले आदमी ने उन्हें उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में रह रहे ओमपाल और उनकी पत्नी विमला देवी से मिलवाया था। विमला दावा करती थी उसके ऊपर काली माता की कृपा है और वो इसके जरिए दूसरों का भला कर सकती है और उनकी सारी समस्याओं को दूर कर सकती है। कुछ महीने पहले श्रीराम भी इनके झांसे में आ गए और पूजा-पाठ के नाम पर लगातार दोनों आरोपियों के टच में रहे।
कुछ महीने पहले ये दोनों पति-पत्नी बरेली में श्रीराम के घर आए और तंत्र-मंत्र और काली साधना से श्रीराम के पैसों को दुगना करने का झांसा दिया। श्रीराम के मुताबिक उसने विमला देवी को एक लाल कपड़े में रखकर साढे तीन लाख रुपये दिए जिसे इन्होंने काली साधना से डबल करने का वादा किया। इसके लिए घर में काली की साधना का आयोजन भी किया गया, जिसके लिए विमला देवी ने 10 हजार रुपये अलग से लिए। बाद में ये पैसों को लेकर अपने घर चले गए और श्रीराम को कहा कि कुछ समय बाद ये दोगुने हो जाएंगे।
श्रीराम का कहना है कि जब वो बाद में इनके घर पैसे मांगने गया तो इन दोनों ने उससे एक बेहद अजीब मांग की। विमला देवी ने कहा कि काली मां को एक बच्चे की बलि चढ़ानी होगी। श्रीराम के मुताबिक जब उसने इनकार कर दिया तो इन्होंने उसके पैसे लौटाने से भी मना कर दिया। श्रीराम ने कुछ दिन पहले इस मामले की शिकायत बरेली के एक पुलिस थाने में की। पुलिस ने शिकायत दर्ज करने से इनकार कर दिया तो फिर श्रीराम ने कोर्ट का सहारा लिया जिसके बाद दोनों पति-पत्नी के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है और जांच चल रही है।
ऐसा ही एक मामला कुल्लू में भी दर्ज हुआ था जहां एक घर से तांत्रिकों ने पूजा-पाठ करने के बहाने 18 लाख रुपये और जूलरी लूट ली। दरअसल घर में रहने वाली महिला अपने पति के साथ बाजार गई हुई थी। घर में 11वीं में पढ़ने वाली बेटी मौजूद थी। इसी दौरान एक बाबा और एक महिला ने उनके घर का दरवाजा खटखटाया। उन्होंने लड़की को झांसा दिया कि वो अगर उनके घर में पूजा करेंगे तो उनकी सारी परेशानियां दूर हो जाएंगी। बच्ची बाबा और उस महिला के झांसे में आ गई और फिर इन दोनों ने माता-पिता की गैर हाजिरी में घर में पूजा पाठ शुरू कर दी। पूजा-पाठ के दौरान इन्होंने बच्ची से घर में रखा 18 लाख रुपया और जूलरी निकलवा ली और फिर फरार हो गए। बाद में पुलिस ने इन दोनों लुटेरों को गाजियाबाद से गिरफ्तार किया। ये पूजा-पाठ के नाम पर ऐसे ही लोगों से धोखाधड़ी करते थे। आरोपियों के पास से लाखों रुपया बरामद हुआ था।
जयपुर में भी थोड़े समय पहले पूजा-पाठ के नाम पर 45 हजार रुपये की ठगी का मामला सामने आया था। पीड़ित महिला हितिशा ने आयुष बंगाली नाम के एक शख्स पर भगवान के नाम पर उससे पैसे ऐंठने के आरोप लगाए थे।बच्ची बाबा और उस महिला के झांसे में आ गई और फिर इन दोनों ने माता-पिता की गैर हाजिरी में घर में पूजा पाठ शुरू कर दी। पूजा-पाठ के दौरान इन्होंने बच्ची से घर में रखा 18 लाख रुपया और जूलरी निकलवा ली और फिर फरार हो गए। बाद में पुलिस ने इन दोनों लुटेरों को गाजियाबाद से गिरफ्तार किया। ये पूजा-पाठ के नाम पर ऐसे ही लोगों से धोखाधड़ी करते थे। आरोपियों के पास से लाखों रुपया बरामद हुआ था। हितिषा ने न्यूज पेपर में एक एड देखा था जिसमें लिखा था कि घर में सुख-शांति के लिए पूजा करवाने लिए संपर्क करें। जिसके बाद उसने उस नंबर पर कॉन्टेक्ट किया। उसके घर में आयुष बंगाली नाम का एक शख्स पहुंचा और उसने धीरे-धीरे करके हितिषा ने 45 हजार रुपये ठग लिए, जिसके बाद उसने थाने में शिकायत दर्ज करवाई।