हाल ही में वायु सेवा द्वारा यूएफओ दिखने पर राफेल से पीछा किया गया था! मणिपुर के इंफाल में यूएफओ को दिखने का मामला सामने आया है। UFO को देखने जाने के बाद वायुसेना ने एक्शन लेते हुए दो राफेल जेट को यूएफओ का पता लगाने के लिए भेजा। वायुसेना आसमान ने दिखे यूएफओ की खोजबीन में जुटी हुई है। यह अपनी तरह का पहला मामला है जब वायुसेना ने आसमान में यूएफओ की संभावना को देखते हुए फाइटर जेट से सर्च ऑपरेशन लांच किया है। यूएफओ को सबसे पहले इंफाल एयरपोर्ट से देखा गया। इसके बाद एयरपोर्ट की सुरक्षा संभालने वाली सीआईएसएफ ने फ्लाइट के संचालन को रोक दिया। सीआईएसएफ के इनपुट पर वायुसेना ने अपने दो राफेल खोज में भेजे। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार वेस्टर्न वायु सेना की वेस्टर्न कमांड को सूचना मिली कि इंफाल एयरपोर्ट पर यूएफओ को देखा गया है। इसके बाद वायुसेना एक्शन में आई और फिर तत्काल हाशीमारा एयरबेस से राफेल को रवाना किया गया। वायुसेना को सर्च ऑपरेशन में तुरंत कोई यूएफओ नहीं दिखा, लेकिन वायुसेना इंफाल एयरपोर्ट पर आकाश में यूएफओ की मौजूदगी जैसे विजुअल सामने आने के बाद अलर्ट मोड में है। इंफाल एयरपोर्ट पर यूएफओ को 19 नवंबर को देखा गया। यूएफओ को देखे जाने के विजुअल सामने आने के बाद अभी इंफाल और आसपास काफी अलर्ट है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पूर्वी वायु कमान ने लिखा है कि IAF ने इंफाल हवाई अड्डे से यूएफओ के इनपुट के आधार पर अपने एयर डिफेंस रिस्पांस मैकेनिज्म को सक्रिय किया, लेकिन इसके बाद छोटी वस्तु नजर नहीं आई।
इंफाल एयरपोर्ट से यूएफओ को देखे जाने की घटना दोपहर बाद 2.30 बजे के करीब सामने आई। इसके बाद सीआईएसएफ ने यह जानकारी एयरपोर्ट अथॉरिटी को दी। इसके बाद वायुसेना को सूचित किया गया और फिर कुछ देर के लिए नागरिक विमानों की उड़ानों को रोक दिया गया। वायुसेना के राफेल जेट फाइटरों ने यूएफओ देखे जाने वाले क्षेत्र में जाकर छानबीन की। दोनों राफेल जेट सर्च पहली सर्च में अभी तक यूएफओ की पुष्टि नहीं हुई। वायुसेना ने फ्रांस से मिले राफेल जेट को हाशीमारा एयरबेस पर तैनात किया है। यह एयरबेस पश्चिम बंगाल में है।
यहि नहीं एयरपोर्ट के डायरेक्टर चिपेम्मी कीशिंग ने कहा कि इम्फाल कंट्रोल एयर स्पेस के भीतर एक अज्ञात उड़ने वाली वस्तु देखे जाने के कारण, दो उड़ानों को डायवर्ट कर दिया गया। तीन प्रस्थान उड़ानों में देरी हुई है। एयर ट्रैफिक कंट्रोल के एक अधिकारी ने कहा कि उन्हें दोपहर 2:30 बजे सीआईएसएफ से एक संदेश मिला। इसमें बताया गया कि एयरपोर्ट के पास एक यूएफओ पाया गया है। शाम 4 बजे तक यूएफओ नॉर्मल आंखों से एयर स्पेस के पश्चिम की ओर बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा था। डायवर्ट की गई उड़ानों में कोलकाता से इंडिगो की एक उड़ान भी शामिल थी। इसे शुरू में ओवरहेड होल्ड करने का निर्देश दिया गया था। 25 मिनट के बाद इसे गुवाहाटी की ओर मोड़ दिया गया। हालांकि रोकी गई उड़ानें करीब तीन घंटे देरी से मंजूरी मिलने के बाद इम्फाल एयरपोर्ट से रवाना हुईं। अधिकारी ने बताया कि शिलांग स्थित भारतीय वायु सेना की पूर्वी कमान को घटनाक्रम की जानकारी दे दी गई है। मणिपुर की सीमा नागालैंड, मिजोरम और असम से लगती है। इसके अलावा इसके पूर्व में म्यांमार के साथ एक अंतरराष्ट्रीय सीमा साझा होती है।
हवाई अड्डे के निदेशक चिपेम्मी कीशिंग द्वारा जारी एक बयान में कहा कि इम्फाल नियंत्रित हवाई क्षेत्र के भीतर एक अज्ञात उड़ती वस्तु देखे जाने के कारण दो उड़ानों का मार्ग परिवर्तित किया गया है और तीन उड़ानों के प्रस्थान समय में विलंब हुआ है। सक्षम प्राधिकारी से मंजूरी मिलने के बाद उड़ान संचालन शुरू हुआ। वहीं हवाई यातायात नियंत्रण एटीसी के एक अधिकारी ने बताया कि उन्हें दोपहर ढाई बजे केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल सीआईएसएफ से एक संदेश मिला, जिसमें बताया गया कि हवाई अड्डे के पास एक यूएफओ पाया गया है। वायुसेना के राफेल जेट फाइटरों ने यूएफओ देखे जाने वाले क्षेत्र में जाकर छानबीन की। दोनों राफेल जेट सर्च पहली सर्च में अभी तक यूएफओ की पुष्टि नहीं हुई। वायुसेना ने फ्रांस से मिले राफेल जेट को हाशीमारा एयरबेस पर तैनात किया है। यह एयरबेस पश्चिम बंगाल में है।अधिकारी ने कहा कि शाम चार बजे तक यूएफओ नग्न आंखों से हवाई क्षेत्र के पश्चिम की ओर बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा था। अधिकारी ने बताया कि शिलांग स्थित भारतीय वायु सेना की पूर्वी कमान को घटनाक्रम की जानकारी दे दी गई है।