18 जुलाई से संसद का मानसून सत्र शुरू होने वाला है! संसद के मानसून सत्र के लिए तारीखों का एलान कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि संसद का मानसून सत्र 18 जुलाई से शुरू होगा। यह अगस्त के दूसरे हफ्ते तक चलेगा। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, सत्र 18 जुलाई से शुरू होकर 12 अगस्त तक चलेगा। राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 18 जुलाई को ही है।राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन पत्रों की जांच के बाद राजग उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू और विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ही अब मुकाबले में रह गए हैं। राज्यसभा महासचिव पीसी मोदी ने गुरुवार को कहा कि बुधवार को नामांकन का आखिरी दिन था और उस दिन तक 94 लोगों के कुल 115 नामांकन पत्र मिले थे। इनमें से 28 को पेश करते वक्त ही खारिज कर दिया गया था।
उन्होंने कहा कि मानदंड पूरा नहीं करने को लेकर 107 नामांकन पत्र खारिज कर दिए गए। मुर्मू और सिन्हा के चार-चार सेट नामांकन पत्रों ने सभी मानदंडों को पूरा किया और उन्हें स्वीकार कर लिया गया। उन्होंने कहा कि उम्मीदवारों की अंतिम सूची 2 जुलाई को दोपहर तीन बजे के बाद राजपत्र में प्रकाशित की जाएगी, जो नामांकन वापस लेने की अंतिम तारीख है।
इस बीच खबर आ रही है कि नए संसद भवन में भारत की विविधता देखने को मिलेगी। नई इमारत के प्रवेश द्वार पर एक पारंपरिक प्रतिमा स्थापित की जाएगी। संसद भवन में एक गैलरी भी होगी, जिसमें भारतीय लोकतंत्र की यात्रा को दर्शाया जाएगा। इमारत की आंतरिक सज्जा में देश की सांस्कृतिक विविधता और परंपरा को कलाकृतियों के जरिए सहेजा जाएगा। केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने नई इमारत की आंतरिक सज्जा की योजना बनाने के लिए तीन समितियों का गठन किया है, वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई और उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू का कार्यकाल 10 अगस्त को समाप्त हो रहा है। चुनाव आयोग ने देश के अगले राष्ट्रपति के चुनाव के लिए 18 जुलाई को मतदान कराने की घोषणा की है। नए उपराष्ट्रपति के चुनाव की तारीखों की घोषणा का अभी इंतजार किया जा रहा है, हालांकि बताया जा रहा है कि नए उपराष्ट्रपति का चुनाव अगस्त में कराया जा सकता है। देश के इन दो शीर्ष पदों के लिए चुनावी प्रक्रिया के बीच ही इस बार संसद के मानसून सत्र के आयोजित होने की भी संभावना जताई जा रही है। सूत्रों के मुताबिक, संसद का मानसून सत्र 18 जुलाई से शुरू हो सकता है। बताया जा रहा है कि मानसून सत्र का समापन 12 अगस्त को हो सकता है!
18 जुलाई को ही राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान होना है और संसद के संभावित मानसून सत्र के समापन से पहले नए उपराष्ट्रपति का भी चुनाव संपन्न हो जाने की संभावना है। देश का उपराष्ट्रपति, राज्य सभा का पदेन सभापति भी होता है इसलिए यह माना जा रहा है कि संसद के मानसून सत्र के समापन से पहले देश के नए उपराष्ट्रपति शपथ लेने के बाद राज्य सभा की कार्यवाही का संचालन भी कर सकते हैं।
हालांकि संसद के मानसून सत्र की तारीखों को लेकर आधिकारिक और अंतिम फैसला अभी किया जाना बाकी है। संसद सत्र की तारीखों को लेकर संसदीय मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ही सिफारिश करती है। वर्तमान में इस समिति के अध्यक्ष रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह हैं।
राष्ट्रपति चुनाव की छाया में शुरू होने वाले संसद के मानसून सत्र का भी हंगामेदार होना तय माना जा रहा है क्योंकि इस चुनाव को लेकर अगर विपक्षी दलों में एकता बनती है तो राष्ट्रपति चुनाव का जो भी नतीजा आए, लेकिन विपक्षी एकता का असर संसद के दोनों सदनों लोक सभा और राज्य सभा में साफ-साफ दिखाई देगा।संसद का शीतकालीन सत्र तो हंगामे की भेंट चढ़ा रहा, लेकिन कामकाज के लिहाज से बजट सत्र ऐतिहासिक रहा था. इस दौरान जब बजट पास करने से संबंधित सभी कार्यवाही लोकसभा व राज्यसभा दोनों में 31 मार्च से पहले ही पूरी कर ली गईं . इसकी बदौलत बजट के प्रावधानों को लागू करने का काम अब नए वित्त वर्ष यानी 1 अप्रैल से ही शुरू हो चुका है. पहले यह काम जून-जुलाई तक ही शुरू हो पाता था. यह भी पहली बार हुआ जब सरकार ने रेल बजट और आम बजट को मिलाकर एक साथ पेश किया.शीतकालीन सत्र पूरे बजट सत्र के दौरान सरकार लोकसभा में 24 बिल और राज्यसभा में 14 बिल पास करा पाई. 18 बिल ऐसे थे जिसे सरकार ने दोनों सदनों में पास कराने में सफलता पाई. सरकार के लिए सबसे बड़ी उपलब्धि यह रही कि 10 साल से ज्यादा से लटका हुआ जीएसटी बिल आखिरकार लोकसभा व राज्यसभा दोनों से पास हो गया. राज्यसभा में सरकार के पास बहुमत नहीं होने के बावजूद विपक्ष का सहयोग मिला और बिना किसी संशोधन के यह बिल राज्य सभा से भी पास हो गया!