कानपुर अग्निकांड केस कहां तक पहुंचा?

0
188

आज हम आपको बताएंगे कि कानपुर अग्निकांड केस आखिर कहां तक पहुंचा है! कानपुर देहात में अतिक्रमण हटाने के दौरान आग लगने से मां-बेटी की जलकर मौत हो गई। इस मामले को लेकर अब जमकर राजनीति हो रही है। सरकार पर विपक्ष के लोग हमलावर हैं तो वहीं कानपुर देहात के प्रशासन के रवैये पर भी सवाल उठाये जा रहे हैं। एक तरफ जहां जलकर मां बेटी की मौत हुई है, बवाल मचा है तो वहीं इसी बीच कानपुर देहात के डीएम नेहा जैन की भूमिका को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। आइए एक नजर डालते हैं डॉक्टर नेहा जैन डेंटिस्ट से लेकर आईएएस टॉपर बनने तक के सफर पर। सोशल मीडिया पर डीएम और अन्य अधिकारियों की भूमिका पर सभी सवाल खड़े कर रहे हैं। वहीं देहात महोत्सव में डीएम नेहा जैन स्टेज पर डांस भी करती दिखाई दे रही हैं। नेहा जैन के डांस का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। कानपुर देहात में हुई घटना के बाद सोशल मीडिया पर लोगों को डीएम के डांस का यह वीडियो रास नहीं आ रहा है और लोग उनकी खूब आलोचना कर रहे हैं। डॉ. नेहा जैन मूल रूप से दिल्ली की रहने वाली हैं और उनकी शुरुआती पढ़ाई भी दिल्ली में ही हुई। इसके बाद नेहा ने दिल्ली के प्रतिष्ठित संस्थान से डेंटिस्ट्री की डिग्री हासिल की। डिग्री हासिल करने के बाद उन्होंने डेंटिस्ट कंसल्टेंट के तौर पर एक नौकरी ज्वाइन कर ली। वे अपने करियर के साथ रिस्क नहीं लेना चाहती थीं, इसलिए उन्होंने नौकरी के साथ यूपीएससी की तैयारी शुरू की।

डॉ नेहा जैन की बचपन से आईएएस बनने की इच्छा थी। उन्होने ठान लिया कि मुझे यूपीएससी की परीक्षा पास करनी है। डेंटिस्ट की जॉब के बीच से समय निकालकर उन्होने तैयारी शुरू कर दी। वीकेंड पर डॉ नेहा जैन ज्यादा से ज्यादा पढ़ाई करने की कोशिश करती थीं। यूपीएससी की तैयारी के दौरान उनके परिवार के सदस्यों ने भी उनका साथ दिया। नेहा जैन ने यूपीएससी की परीक्षा के दौरान ऑन लाइन क्लासेस का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया था। उन्होने भी यही माना था कि ऑन लाइन क्लासेस अच्छी तरह से गाइड करते हैं। यदि आप ज्यादा वेबसाइट का इस्तेमाल करते हैं, तो कंफ्यूजन की स्थिति बनी रहती है। इस लिए सिर्फ सिलेक्टेड वेबसाइड का ही इस्तेमाल करना चाहिए। नेहा ने नौकरी के दौरान प्रतिदिन 4 से 5 घंटे के लिए पढ़ाई का समय निकाल लेती थीं। इस तरह से नेहा जैन ने दूसरे प्रयास में सफलता हासिल कर ली थी।

कानपुर देहात की डीएम बनने से पहले आईएएस डॉ नेहा जैन यूपीसीडा में अपर कार्यपालक पद पर तैनात थीं। पूर्व में ट्रेनिंग के दौरान वह आगरा तैनात रही हैं।जैन की बचपन से आईएएस बनने की इच्छा थी। उन्होने ठान लिया कि मुझे यूपीएससी की परीक्षा पास करनी है। डेंटिस्ट की जॉब के बीच से समय निकालकर उन्होने तैयारी शुरू कर दी। वीकेंड पर डॉ नेहा जैन ज्यादा से ज्यादा पढ़ाई करने की कोशिश करती थीं। यूपीएससी की तैयारी के दौरान उनके परिवार के सदस्यों ने भी उनका साथ दिया। नेहा जैन ने यूपीएससी की परीक्षा के दौरान ऑन लाइन क्लासेस का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया था।

उन्होने भी यही माना था कि ऑन लाइन क्लासेस अच्छी तरह से गाइड करते हैं। यदि आप ज्यादा वेबसाइट का इस्तेमाल करते हैं, तो कंफ्यूजन की स्थिति बनी रहती है। इस लिए सिर्फ सिलेक्टेड वेबसाइड का ही इस्तेमाल करना चाहिए।जैन की बचपन से आईएएस बनने की इच्छा थी। उन्होने ठान लिया कि मुझे यूपीएससी की परीक्षा पास करनी है। डेंटिस्ट की जॉब के बीच से समय निकालकर उन्होने तैयारी शुरू कर दी। वीकेंड पर डॉ नेहा जैन ज्यादा से ज्यादा पढ़ाई करने की कोशिश करती थीं। यूपीएससी की तैयारी के दौरान उनके परिवार के सदस्यों ने भी उनका साथ दिया। नेहा जैन ने यूपीएससी की परीक्षा के दौरान ऑन लाइन क्लासेस का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया था। उन्होने भी यही माना था कि ऑन लाइन क्लासेस अच्छी तरह से गाइड करते हैं। यदि आप ज्यादा वेबसाइट का इस्तेमाल करते हैं, तो कंफ्यूजन की स्थिति बनी रहती है। इस लिए सिर्फ सिलेक्टेड वेबसाइड का ही इस्तेमाल करना चाहिए। नेहा ने नौकरी के दौरान प्रतिदिन 4 से 5 घंटे के लिए पढ़ाई का समय निकाल लेती थीं। इस तरह से नेहा जैन ने दूसरे प्रयास में सफलता हासिल कर ली थी। नेहा ने नौकरी के दौरान प्रतिदिन 4 से 5 घंटे के लिए पढ़ाई का समय निकाल लेती थीं। इस तरह से नेहा जैन ने दूसरे प्रयास में सफलता हासिल कर ली थी। इसके बाद उन्होंने लखनऊ में एसडीएम व फिरोजाबाद में मुख्य विकास अधिकारी के तौर पर जिम्मेदारी संभाली। डीएम नेहा जैन को लेकर योगी सरकार में मंत्री प्रतिभा शुक्ला ने भी गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि, एक महिला होने के बावजूद वह दूसरी महिला को न्याय नहीं दे सकी।