योग करना हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी होता है, इसके माध्यम से हम कई बीमारियों से मुक्ति पा सकते हैं! शरीर के अंगों को ठीक से काम करते रहने के लिए पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है। इसके लिए आपके श्वसन तंत्र और इससे संबंधित अंगों का स्वस्थ रहना बहुत आवश्यक माना जाता है। श्वसन तंत्र को मजबूत रखकर आप कई तरह की गंभीर समस्याओं से बचे रह सकते हैं। इसके लिए दैनिक रूप से योगासनों के अभ्यास की आदत आपके लिए विशेष लाभप्रद हो सकती है। नियमित योगासन आपके फेफड़े और हृदय को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं, जिससे ऑक्सीजन का संचय और शरीर के सभी अंगों तक ऑक्सीजन युक्त रक्त सरलता से पहुंचता रहता है।
ऐसे कई सांस लेने के योग-व्यायाम हैं जिनका अभ्यास करके अधिक प्रभावी ढंग से फेफड़ों की क्षमता को बढ़ावा दिया जा सकता है। इसके अलावा रोजाना योग करने से आपके दिमाग और शरीर को भी मजबूत बनाने में मदद मिल सकती है। योग आसन फेफड़ों की कार्यक्षमता को बढ़ाकर, सांस लेने में सुधार करते हैं। श्वसन तंत्र के लिए रोजाना कुछ अभ्यास आपके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकते हैं।
कोबरा पोज, जिसे भुजंगासन भी कहा जाता है, यह फेफड़ों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और इसके कार्य को आसान बनाने में काफी मददगार योगाभ्यास है। मन को शांत करने और तनाव-चिंता जैसी समस्याओं से राहत दिलाने में भी इस योग के अभ्यास को काफी लाभदायक माना जाता है।
भुजंगासन योग के अभ्यास के दौरान फेफड़े की मांसपेशियां स्ट्रेच होती हैं जिससे ऑक्सीजन का संचय अधिक अच्छे तरीके से हो पाता है। नियमित रूप से भुजंगासन योग का अभ्यास करके आप अपने श्वसन तंत्र को मजबूत बनाए रख सकते हैं।
फिश पोज़ या मत्स्यासन योग, फेफड़ों और हृदय के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता योग है। यह योग मुद्रा शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा को बढ़ाने के साथ रक्त परिसंचरण को सुधारने में सहायक है। इससे शरीर के सभी अंगों को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मिलता रहता है, जिससे उनका स्वास्थ्य बेहतर बना रहता है।
शोध बताते हैं कि मत्स्यासन योग, कई प्रकार के श्वसन विकारों को दूर करके फेफड़ों की कार्यक्षमता में सुधार करने में काफी सहायक अभ्यास हो सकता है। रोजाना मत्स्यासन योग के अभ्यास की आदत डालें, यह आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है।
सुखासन योग, संपूर्ण शरीर के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के साथ रक्त प्रवाह को व्यवस्थित रखने और फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए एक बेहतरीन अभ्यास है। यह फेफड़ों की मांसपेशियों को मजबूत बनाने के साथ श्वसन अंगों की सेहत में भी सुधार करता है! सुखासन योग का अभ्यास बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक, सभी आसानी से करके शरीर के लिए अधिकतम लाभ प्राप्त कर सकते हैं। शोध में यहां तक बताया गया है कि सुखासन योग का नियमित अभ्यास आपकी आयु को भी बढ़ाने में सहायक है।