दिल्ली में आज कल ठक-ठक गैंग काफी चर्चे में है! उनकी नज़र आपकी कार में लगी है। वो देख रहे हैं कहां आपने अपना मोबाइल रखा है, कहां आपने अपने लैपटॉप का बैग रखा है। वो आपके दूसरे कीमती सामान जैसे गले की चेन, कीमती बैग और कैश पर भी अपनी नज़र गड़ाएं हुए हैं। अगर आप कार या टैक्सी से ट्रैवल करते हैं तो सावधान हो जाएं क्योंकि वो आपकी आंखों के सामने ही आपका बैग आपसे छीन लेंगे और आप देखते रह जाएंगे। ट्रेफिक सिग्नल हो या फिर भीड़-भाड़ वाला इलाका हर तरफ उनके आदमी फैले हुए हैं जिनका काम है आपकी कार में रखा सामान लूटना। वो ठक-ठक करके आपके पास आएंगे और आप उन्हें पहचान भी नहीं पाएंगे। दिल्ली के अशोक नगर में रीना अपनी कार में बैठकर अपनी बेटी का इंतजार कर रहीं थीं। उन्हें अपने किसी रिश्तेदार के घर जाना था। उनकी बेटी उन्हें कार में ही मिलने वाली थी। तभी ठक-ठक की आवाज से वो चौंकी। सामने देखा तो कोई शख्स उनकी कार के बाहर से उनसे बात करना चाह रहा था। रीना ने अपना शीशा नीचे किया। ‘मैडम आपकी कार के इंजिन से ऑयल निकल रहा है’… प्लीज चेक कर लीजिए नहीं तो आग लग सकती है। उस शख्स ने रीना को चेताया तो रीना ने तुरंत अपनी कार से उतरकर अपना बोनट खोला और तेल चेक करने लगी। वो शख्स भी वहीं खड़ा था। रीना को थोड़ा घबरा गईं थी, लेकिन उन्होंने देखा तो कार में उन्हें सबकुछ ठीक लगा। रीना वापस अपनी कार में बैठने लगी तो ये देखकर हैरान रह गईं कि उनकी कार में पड़ा उनका बैग गायब हो गया था। वो परेशान हो गई। उस बैग में करीब सात लाख रूपये थे। उसके अलावा बैग में जूलरी, कुछ और कीमती सामान भी मौजूद था। रीना को कुछ समझ नहीं आ रहा था।
दरअसल रीना ठक-ठक गैंग का शिकार हुईं थी। जिस शख्स ने उन्हें कार खराब होने की बात की वो ठक-ठक गैंग का एक सदस्य था और उसी ने ही रीना का बैग कार से उठाया था। उस शख्स की नज़र पहले ही उस बैग पर थी। जब उसने रीना की कार में बैग देखा तो उसने ये साजिश रची। पहले ठक-ठक करके रीना को अपनी बातों में लिया और फिर जब वो गाड़ी को चेक करने लगीं तो मौका देखकर वो बैग लेकर फरार हो गया।
रीना ने जब इस मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई तो कुछ दिन बाद एक शख्स को गिरफ्तार किया गया। इस शख्स का नाम गौतम उर्फ विजय है जो साउथ दिल्ली का रहने वाला है। इससे जब पूछताछ की गई तो इसने बताया कि वो ठक-ठक गैंग का सदस्य है। उसे जैसे कई लोग दिल्ली में लूट का काम लगे हुए हैं। पुलिस ने इसके पास से 4 लाख 90 हज़ार रुपये , रीना का बैग और करीब 20-25 लाख की जूलरी बरामद की है।
विजय ने बताया कि उसने अशोक नगर से कार से जो बैग चुराया था उस वक्त उसका एक और साथी भी वहीं मौजूद था। एक तरफ वो रीना को लगातार अपनी बातों में उलझाए हुए था। वो अपनी कार चेक कर रहीं थी उस दौरान भी विजय वहीं था और इसलिए रीना को उसपर शक ही नहीं हुआ। जब तक रीना को पता चलता कि उनका कीमती बैग चोरी हो चुका है, तब तक उसका दूसरी साथी अपना काम कर चुका था।
ये एक साथ तीन चार लोग वहां पर मौजूद होते हैं। जैसे ही ऐसे किसी शख्स की बातों में आकर आपने शीशा खोला, वहीं मौजूद इनका दूसरा साथी मौका देखते ही आपके कार के अंदर पड़े सामान को निकाल लेगा। कई बार आप अपने सामने ये होते हुए देखगें, लेकिन ये आपकी आंखों के सामने ही इतनी तेजी से कहीं फरार हो जाएंगे कि आप इन्हें पकड़ ही नहीं पाएंगे। इनका गैंग बातें बनाने में इतना शातिर होता है कि कोई भी इनके झांसे में आ जाए।
इस तरह के सैकड़ों गैंग पूरे देश में काम कर रहे हैं। इन लोगों को ठक-ठक गैंग के नाम से ही जाना जाता है। इनके पास कई तरह के बहाने मौजूद होते हैं और फिर ये आपसे सामान छीनकर उसे कहीं और सस्ते दामों में बेच देते हैं। इस गैंग के झांसे में आने से बचें। कुछ सावधानियां आपको इस गैंग का शिकार होने से बचा सकती हैं। आप अपना कीमती सामान जैसे बैग, लैपटॉप को बूट स्पेस यानी पीछे डिकी में ही रखें। डिकी लॉक रहती है और इस गैंग के लिए वहां से सामान निकालना आसान नहीं है। मोबाइल को कभी भी डैश बोर्ड पर न रखें। डैश बोर्ड से मोबाइल उठाना बेहद आसान होता है और ये आसानी से आपको चकमा देकर आपका मोबाइल आपकी आंखों के सामने ही ले सकते हैं। भीड़-भाड़ वाली जगह में अपनी कार का शीशा खोलकर ड्राइव न करें। ऐसे इलाकों में कार की स्पीड काफी कम हो जाती है और ये लोग इसी मौके का फायदा उठाते हैं।
कोई अगर आपके शीशे के बाहर ठक-ठक करके आपको किसी बात के लिए शीशा खोलने के लिए कहे तो पहले ये सुनिश्चित कर लें कि दूसरी तरफ का शीशा या दरवाजा लॉक हो और सामने ही कोई कीमती सामान न पड़ा हो। जितना हो सके ऐसे लोगों से बात करने से बचें। अगर आप इन सबके बावजूद इस गैंग का शिकार बन जाते हैं तो तुरंत फोन करके पुलिस को खबर दें। कई बार उसी समय पुलिस को सूचना देने से इन्हें पकड़ना आसान हो जाता है और आपका सामान वापस मिलने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।