हाल ही के दिनों में योगी के मुख्य सलाहकार के रूप में अवनीश अवस्थी का नियुक्ति करण किया गया है! पूर्व ACS गृह अवनीश अवस्थी अगले छह महीने तक मुख्यमंत्री के सलाहकार के रूप में काम करेंगे। 28 फरवरी 2023 तक के लिए उनकी पुनर्नियुक्ति का आदेश नियुक्ति विभाग से जारी कर दिया गया है। अवनीश अवस्थी पिछले महीने 31 अगस्त को ही रिटायर हुए थे। उस समय चर्चा थी कि उन्हें सेवा विस्तार मिलेगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। तब भी यह तय था कि उन्हें जल्दी ही बड़ी भूमिका में वापस शासन में काम करने का मौका मिलेगा। इसके संकेत भी जल्द मिले जब 9 सितंबर को वृंदावन के पर्यटन सुविधा केंद्र में वह पर्यटन प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम के साथ पहुंचे। अवनीश अवस्थी को केंद्र से सेवा विस्तार न मिलने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ का सलाहकार बनना कई लिहाज से अहम है।
अब चूंकि अवनीश अवस्थी मुख्यमंत्री के सलाहकार के तौर पर काम करने जा रहे हैं इसलिए माना जा रहा है कि अब उनकी भूमिका पहले से ज्यादा व्यापक होगी। उनके पास कानून-व्यवस्था से लेकर प्रदेश में होने वाले निवेश और इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास दोनों का अनुभव है। वह सीएम योगी के सलाहकार के रूप में योगी के संकल्पों, उनकी महत्वाकांक्षी परियोजनाओं और प्राथमिकताओं पर विशेष ध्यान रहेगा खासकर जिनका सीधा संबंध 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से होगा।
अवनीश अवस्थी को सीएम योगी आदित्यनाथ के सबसे करीबी अफसरों में से माना जाता रहा है। योगी का उन पर विश्वास था इसीलिए उन्हें कई अहम विभागों की जिम्मेदारी दी गई और अवस्थी उस पर खरे उतरे। अवनीश अवस्थी पर सीएम योगी का भरोसा उस समय का है जब 2002-2003 में अवस्थी गोरखपुर के डीएम थे और योगी गोरखपुर के सांसद। इसीलिए जैसे ही योगी सत्ता में आए उन्होंने सेंटर में डेप्युटेशन पर गए अवनीश अवस्थी को फिर वापस यूपी में बुला लिया।
यूपी में अवनीश अवस्थी को मुख्य सचिव सूचना के साथ पर्यटन विभाग, यूपीडा, उत्तर प्रदेश राज्य राजमार्ग प्राधिकरण की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इसके बाद 31 जुलाई 2019 को सीएम योगी ने अवनीश अवस्थी को गृह विभाग की जिम्मेदारी दी। यूपी सरकार के कई अहम फैसलों में भी अवनीश अवस्थी का बड़ा योगदान रहा है।
यूपी के अपर मुख्य सचिव गृह के तौर पर अवस्थी ने CAA और NRC के खिलाफ विरोध प्रदर्शन पर कार्रवाई, माफिया के खिलाफ योगी सरकार का बुलडोजर ऐक्शन, धर्मस्थलों से लाउडस्पीकर उतारना हो, अपराधियों के एनकाउंटर जैसी पॉलिसी को मजबूती से लागू किया।यूपी के अपर मुख्य सचिव गृह के तौर पर अवस्थी ने CAA और NRC के खिलाफ विरोध प्रदर्शन पर कार्रवाई, माफिया के खिलाफ योगी सरकार का बुलडोजर ऐक्शन, धर्मस्थलों से लाउडस्पीकर उतारना हो, अपराधियों के एनकाउंटर जैसी पॉलिसी को मजबूती से लागू किया। सरकार के इस रुख का विपक्ष ने विरोध भी किया लेकिन न अवस्थी डिगे न योगी को पीछे हटना पड़ा।सरकार के इस रुख का विपक्ष ने विरोध भी किया लेकिन न अवस्थी डिगे न योगी को पीछे हटना पड़ा।
लेकिन अवनीश अवस्थी ने अपनी मजबूत नौकरशाह वाली इमेज का हाइलाइट न करके हर कामयाबी का पूरा क्रेडिट सीएम योगी की साफ छवि, जमीन से जुड़ी चिंताएं और कर्मठता को दिया। इसीलिए अपने रिटायरमेंट वाले दिन भी उन्होंने सीएम योगी की तारीफ करते हुए कहा था कि दृढ़ इच्छाशक्ति और सीएम योगी की कार्यप्रणाली से वह अपना काम बेहतर रूप से कर सके।लेकिन अवनीश अवस्थी ने अपनी मजबूत नौकरशाह वाली इमेज का हाइलाइट न करके हर कामयाबी का पूरा क्रेडिट सीएम योगी की साफ छवि, जमीन से जुड़ी चिंताएं और कर्मठता को दिया।
इसीलिए अपने रिटायरमेंट वाले दिन भी उन्होंने सीएम योगी की तारीफ करते हुए कहा था कि दृढ़ इच्छाशक्ति और सीएम योगी की कार्यप्रणाली से वह अपना काम बेहतर रूप से कर सके। इसी वजह से यूपी लॉ एंड ऑर्डर में पहले दर्जे के राज्यों में आया।यूपी के अपर मुख्य सचिव गृह के तौर पर अवस्थी ने CAA और NRC के खिलाफ विरोध प्रदर्शन पर कार्रवाई, माफिया के खिलाफ योगी सरकार का बुलडोजर ऐक्शन, धर्मस्थलों से लाउडस्पीकर उतारना हो, अपराधियों के एनकाउंटर जैसी पॉलिसी को मजबूती से लागू किया। सरकार के इस रुख का विपक्ष ने विरोध भी किया लेकिन न अवस्थी डिगे न योगी को पीछे हटना पड़ा।सरकार के इस रुख का विपक्ष ने विरोध भी किया लेकिन न अवस्थी डिगे न योगी को पीछे हटना पड़ा। अवस्थी ने कहा था कि मुख्यमंत्री की सबसे बड़ी ताकत है कि जमीन से आसमान तक उनकी पैनी नजर रहती है।इसी वजह से यूपी लॉ एंड ऑर्डर में पहले दर्जे के राज्यों में आया। अवस्थी ने कहा था कि मुख्यमंत्री की सबसे बड़ी ताकत है कि जमीन से आसमान तक उनकी पैनी नजर रहती है।