ओसामू सुजुकी भारत में हर 3 महीने में दिखाई दे ही जाते हैं! भारतीय बाजार में सुजुकी की एंट्री को पिछले दिनों 40 साल पूरे हो गए। इस मौके पर गुजरात के गांधीनगर में एक कार्यक्रम रखा गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मारुति सुजुकी की सफलता बतलाती है कि भारत और जापान का रिश्ता कितना मजबूत है। मोदी ने इस मौके पर हरियाणा और गुजरात में मारुति सुजुकी इंडिया के दो प्लांट्स की नींव भी रखी। मोदी के साथ मंच पर एक ऐसा शख्स मौजूद था जिसकी सरपरस्ती में 40 सालों का यह सफर तय हुआ है। 92 साल के उस शख्स का नाम है ओसामू सुजुकी। सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन को दुनिया के सबसे बड़े ऑटोमोबाइल ब्रैंड्स में से एक बनाने का क्रेडिट ओसामू को ही जाता है। कंपनी की नींव तो ओसामू की पत्नी के दादा ने रखी थी मगर अपनी मेहनत, लगन और दोस्ताना रवैये से उन्होंने उसे बुलंदियों तक पहुंचाया। पढ़ें ‘जापान के टाटा’ ओसामू सुजुकी के बारे में।
ग्लोबल ऑटोमोटिव इंडस्ट्री में ओसामू सुजुकी का योगदान अतुलनीय है। उनके नेतृत्व में ही सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन छोटी कारें बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनियों में से एक बनी। सुजुकी ने ओसामू की कमान में दुनियाभर के बड़े-बड़े ऑटोमोबाइल ब्रैंड्स से हाथ मिलाया। भारत की मारुति के साथ सुजुकी का रिश्ता कंपनी के लिए सबसे अहम है। मारुति सुजुकी भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता है। ओसामू सुजुकी के बारे में एक खास बात यह है कि उन्हें लागत घटाना बखूबी आता है।
किन किन कंपनियों से जोड़ा सुजुकी का रिश्ता
मारुति सुजुकी भारत के घर-घर में पहचाना जाने वाला नाम है। ओसामू सुजुकी ने 21 साल तक SMC के चेयरमैन का पद संभाला। अप्रैल 2021 में रिटायर हुए। 2016 तक वह कंपनी के सीईओ भी रहे। अब उनके बेटे तोशिरो सुजुकी कंपनी संभालते हैं। ओसामू सुजुकी के नेतृत्व में SMC ने जनरल मोटर्स के साथ 1981 में करार किया। वॉक्सवैगन के साथ 2009 में हाथ मिलाया मगर 2011 में रिश्ता टूट गया। 1995 से 2018 के बीच सुजुकी का चीनी कंपनी चोंगक्विंग चंगन ऑटोमोबाइल से भी जुड़ाव रहा। टोयोटा के साथ SMC का ग्लोबल अलायंस 2019 में हुआ। दोनों मिलकर भारत में Toyota Urban Cruiser और Glanza जैसी कारें लॉन्च कीं।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ओसामू सुजुकी की यह तस्वीर उस वक्त है जब मारुति सुजुकी का सफर 40 साल पूरे कर चुका था। भारत के साथ ओसामू सुजुकी के रिश्ते की शुरुआत उस वक्त से होती है जब देश में कार के नाम पर बस हिंदुस्तान ऑटोमोबाइल की ‘एम्बेसेडर’ और प्रीमियर ऑटोमोबाइल की ‘पद्मिनी’ ही मौजूद थे। स्वर्गीय संजय गांधी ने मारुति उद्योग की नींव जरूर रखी मगर उसे उड़ान नहीं दे सके। 80 के दशक की शुरुआत में ओसामू सुजुकी ने भारत सरकार के साथ मिलकर मारुति उद्योग के दिन बदलने का बीड़ा उठाया।
ओसामू सुजुकी ने हमेशा से भारत की क्षमता पर गजब का भरोसा दिखाया है। इसका अंदाजा इस बात से लगाएं कि SMC ने सुजुकी मोटर गुजरात नाम से एक और कंपनी खड़ी की और भारत में अपना निवेश दोगुना कर दिया। आज भारत के साथ सुजुकी के मजबूत रिश्ते की झलक इस आंकड़े से मिलती है कि दुनिया में SMC की सेल का 50% हमारे यहां से होता है। ढलती उम्र भी ओसामू सुजुकी को भारत से दूर नहीं कर पाई। अब वे 92 वर्ष के हैं, फिर भी करीब-करीब हर तीसरे महीने भारत आ जाते हैं। उनका हालिया दौरा 28 अगस्त 2022 को हुआ। पीएम मोदी जब मई 2022 में जापान गए थे तो तोक्यो में ओसामू सुजुकी से मिले।
नरेंद्र मोदी जब गुजरात के सीएम थे, तभी SMC वहां अपना नया प्लांट लगाने आई थी। भारत में सुजुकी के 40 साल पूरे होने पर मोदी ने रविवार (28 अगस्त 2022) को वह दौर भी याद किया। मोदी ने कहा कि ‘मुझे याद है 13 साल पहले जब सुज़ुकी कंपनी अपने प्लांट के निर्माण के लिए गुजरात आई थी, तब मैंने कहा था कि जैसे-जैसे हमारे मारुति सुजुकी के मित्र गुजरात का पानी पिएंगे, उन्हें अच्छे से पता चल जाएगा कि विकास का परफेक्ट मॉडल कहां है। मुझे खुशी है कि गुजरात ने सुज़ुकी को किया अपना वायदा बखूबी निभाया और सुज़ुकी ने गुजरात की बात का भी सम्मान रखा। गुजरात आज देश में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में सबसे बड़ा ऑटोमोटिव मैन्युफैक्चर हब बन कर उभरा है।’
भारत में सुजुकी के 40 साल पूरे होने पर मोदी ने रविवार (28 अगस्त 2022) को वह दौर भी याद किया। मोदी ने कहा कि ‘मुझे याद है 13 साल पहले जब सुज़ुकी कंपनी अपने प्लांट के निर्माण के लिए गुजरात आई थी, तब मैंने कहा था कि जैसे-जैसे हमारे मारुति सुजुकी के मित्र गुजरात का पानी पिएंगे, उन्हें अच्छे से पता चल जाएगा कि विकास का परफेक्ट मॉडल कहां है। मुझे खुशी है कि गुजरात ने सुज़ुकी को किया अपना वायदा बखूबी निभाया और सुज़ुकी ने गुजरात की बात का भी सम्मान रखा। गुजरात आज देश में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में सबसे बड़ा ऑटोमोटिव मैन्युफैक्चर हब बन कर उभरा है।’