Tuesday, September 17, 2024
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क्यों फैल रहा है डेटिंग एप का मायाजाल?

वर्तमान में डेटिंग एप का मायाजाल फैलता जा रहा है! कॉलेज से घर लौटी नीति ने जैसे ही डेटिंग ऐप ऑन किया, अपने पार्टनर के मेसेज पढ़कर धड़ाधड़ रिप्लाई करने लगी। नीति का ये रोज का रुटीन है। कॉलेज से लौटते ही वो अपना कमरा बंद करके डेटिंग साइट पर पाटर्नर से चैट करती है। नीति के घरवालों को इस बारे में कुछ भी पता नहीं है। यहां तक कि नीति भी अपने ऑनलाइन पार्टनर के बारे में कुछ ज्यादा नहीं जानती। वो दोनों अब तक कभी मिले नहीं, लेकिन दोनों के बीच अगर चैट्स पढ़ी जाएं तो ऐसा लगता है कि दोनों में बहुत गहरा रिश्ता है। लव, सेक्स, पर्सनल प्रॉब्लम्स, यहां तक कि अपनी घर की बातें भी नीति उस लड़के साथ शेयर करती है जिसके आमने-सामने वो कभी हुई ही नहीं।ये कहानी सिर्फ नीति की नहीं है। आजकल के ज्यादातर यंगस्टर्स ऑलाइन डेटिंग ऐप्स पर घंटों बिताते हैं, उस पार्टनर के साथ जिन्हें उन्होंने कभी देखा भी नहीं होता है। उनपर इतना विश्वास करने लगते हैं कि अपनी पर्सनल बातें तक उनसे शेयर करते हैं और फिर बनते हैं ठगी, धोखाधड़ी, लूटपाट, ब्लैकमेलिंग और यहां तक की मर्डर जैसी घटनाओं के शिकार। पिछले कुछ सालों में तेजी से डेटिंग ऐप का ट्रेंड शुरू हुआ है। भारत में 100 से ज्यादा ऐसे डेटिंग ऐप्स है जिनपर यंगस्टर्स अपने पार्टनर ढूंढते हैं। एक डाटा के मुताबिक, देश में तीन करोड़ से ज्यादा लड़के-लड़कियां डेटिंग ऐप पर मौजूद हैं। हम आपको बताएंगे कैसे इस तरह के ऐप्स देश के क्राइम ग्राफ को बढ़ा रहे हैं, लेकिन उससे पहले जान लीजिए ये डेटिंग ऐप होते क्या हैं और क्यों ये लड़के-लड़कियों को इतना अट्रैक्ट करते हैं।

अगर आप इंटरनेट पर जाएंगे तो आप देखेंगे कि कई ऐसे ऐप्स मौजूद हैं जिनका इस्तेमाल दोस्ती के प्लेटफॉर्म के रूप में होता है। इंटरनेट पर इनके विज्ञापन भी देखे जा सकते हैं। इन्हें गूगल ऐप या फिर सीधा साइट्स के जरिए भी डाउनलोड किया जाता है। ऐप डाउनलोड करने के बाद इसपर अपना अकाउंट खोला जाता है। इन प्लेटफॉर्म्स में लड़के-लड़कियां अपने प्रोफाइल्स डालते हैं और फिर जो प्रोफाइल पसंद आती है, उन्हें दोस्ती के लिए रिकवेस्ट करते हैं। अगर दोनों को एक दूसरे की प्रोफाइल पसंद आती है तो फिर होती है टेक्सट चैट, वीडियो चैट और फिर डेटिंग। टिंडर, बंबल, ओकेक्यूपिड, थ्रिल, वू जैसे कई ऐप्स यंगस्टर्स में काफी फेमस हैं।

आफताब और श्रद्धा भी ऐसे ही एक ऐप बंबल के जरिए मिले थे। श्रद्धा को आफताब की प्रोफाइल इतनी ज्यादा पसंद आई थी कि वो उससे प्यार करने लगी। वो एक दूसरे से मिले, दोनों के बीच रिश्ता बना। श्रद्धा आफताब पर इतना विश्वास करने लगी कि उसने आफताब की खातिर अपने परिवार को छोड़ दिया, लेकिन आफताब ने इस विश्वास के बदले ऐसी खौफनाक मौत दी कि हर किसी के होश उड़ गए। आरोप है कि आफताब ने श्रद्धा की लाश के न केवल हत्या कर दी बल्कि उसकी लाश के 35 टुकड़े कर दिए। आफताब ने श्रद्धा का कत्ल तो किया ही, उसने भरोसे के भी टुकड़े-टुकड़े कर दिए।

आफताब और श्रद्धा की कहानी आंख खोलने वाली है। डेटिंग ऐप के खतरे को बयां करती ये कहानी सबब है उन यंगस्टर्स के लिए जो डेटिंग ऐप्स पर मिले अपने पार्टनर पर आंख मूंदकर विश्वास करने लगते हैं। यहां तक कि अपनी पर्सनल बातें और गहरा से गहरा राज भी उनसे शेयर करते हैं, बिना ये सोचे समझे कि वो पार्टनर झूठी प्रोफाइल बनाकर उन्हें धोखा भी दे सकता है। डेटिंग ऐप्स पर पार्टनर के साथ होने की बात ज्यादातर लड़के-लड़कियां अपने पैरेंट्स या किसी और को नहीं बताते। इसी का फायदा उठाते हैं ऐसे लोग जो जानबूझकर लोगों को धोखा देने के लिए ही इन डेटिंग साइट्स पर आते हैं।

अभी थोड़े दिन ही हुए हैं जब एक ऐसे ही गैंग का भांडाफोड़ हुआ था जो डेटिंग ऐप पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर लोगों को ब्लैकमेल करता था। शाहदरा के रहने वाले अमित (बदला हुआ नाम) ने ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी, जिसके बाद ही इस गैंग का पर्दाफाश हो पाया। अमित ने बताया कि वो गे डेटिंग ऐप पर एक्टिव था। वहां एक लड़के से उसकी चैटिंग शुरू हुई। उस लड़के ने अमित को मिलने के लिए बुलाया। दोनों होटल के एक कमरे में मिले। वहां कुछ और लड़के भी आए। इसके बाद उन लड़कों ने जबरदस्ती अमित के अश्लील वीडियो रिकॉर्ड किए और उसे पैसे के लिए धमकाने लगे। जब अमित ने पैसे देने के इनकार किया तो उन लड़कों ने उसके साथ मारपीट की, उसका मोबाइल और स्कूटी छीन ली। इसके बाद ही अमित ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। बाद में खुलासा हुआ कि ये लड़के जानबूझकर लड़कों को फंसाने लिए डेटिंग ऐप का इस्तेमाल कर रहे थे और अब तक कई लड़कों को ब्लैकमेल कर चुके थे।

इसी तरह पिछले साल डेटिंग ऐप की वजह से दिल्ली के एक पढ़े-लिखे लड़के अमन को 41 लाख रुपये गंवाने पड़े। वसंत कुंज के रहने वाले अमन की डेटिंग ऐप के जरिए लिली नाम की एक लड़की से दोस्ती हुई। लड़की ने खुद को हॉन्गकॉन्ग यूनिवर्सिटी से मैनेजमेंट ग्रेजुएट बताया। दोनों लंबे समय तक डेटिंग करते रहे। अमन को लिली पर पूरा भरोसा हो गया था। वो लोग फाइनेन्स के मामलों पर बात करने लगे। लिली ने अमन को कुछ डील्स बताई। लिली ने कहा कि अगर वो इनमें इनवेस्ट करेगा तो अच्छा रिटर्न मिलेगा। अमन लिली की हर बात पर भरोसा करता रहा। पहले उसने 76 हज़ार रुपये लगाए जिससे उसे अच्छा रिटर्न मिला। इसके बाद धीरे-धीरे करके वो पैसा ट्रांसफर करता रहा, लेकिन उसे उसका पैसा वापस नहीं मिला। लिली नाम से डेटिंग ऐप पर फेक प्रोफाइल बनाई गई थी। अमन 40 लाख 85 हज़ार रुपये इन्वेस्ट के नाम पर उस फर्जी अकाउंट में डाल चुका था।

ऐसा नहीं है कि डेटिंग ऐप पर मौजूद सभी लोग फर्जी हैं, लेकिन इस सच से इनकार नहीं किया जा सकता है कि इन डेटिंग ऐप्स के जरिए क्राइम का ग्राफ काफी बढ़ रहा है। दरअसल, डेटिंग ऐप्स पर कोई भी अपनी पसंद से अपनी प्रोफाइल बना सकता है। जो फंसाने की नीयत से इन ऐप्स को यूज करते हैं, वो अक्सर झूठी प्रोफाइल बनाकर दूसरे लोगों को अट्रैक्ट करने की कोशिश करते हैं। वो झूठ का इतना बड़ा जाल फैला देते हैं दूसरा पार्टनर उसे सही मानने लगता है। परिवारवालों को इस बारे में कुछ पता ही नहीं होता है, इसलिए वो अपने बच्चों को कुछ भी गाइड करने की स्थिती में नहीं होते। ऐसे में शातिर अपराधी मौका देखकर हाथ मार लेते हैं।

हर साल इन ऐप्स की कमाई औसतन पांच करोड़ रुपये से भी ज्यादा की है। दो करोड़ रुपये से ज्यादा पेड सबस्क्राइबर इन डेटिंग साइट्स पर मौजूद हैं। नए-नए तरीकों से ये युवाओं को अपनी तरफ आकर्षित करती हैं। ये संभव नहीं है कि यंगस्टर्स को इनसे दूर रखा जाए, लेकिन कुछ सवाधानियां अगर आप बरतते हैं जो इनसे जो खतरा मंडरा रहा है, उससे बच सकते हैं। अगर आप भी इस तरह के ऐप को इस्तेमाल कर रहे हैं तो सावधान हो जाइए। अगर आपके बच्चे इस उम्र में हैं जो डेटिंग ऐप का इस्तेमाल करते हों, तो उन्हें भी सतर्कता बरतने के लिए जरूर कहें। कुछ बातें हैं जो आपको डेटिंग ऐप के खतरों बचा सकती हैं।

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