हाल ही में योगी आदित्यनाथ ने अपनी मौन यात्रा की थी! उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के हजरतगंज में सरदार वल्लभभाई पटेल की मूर्ति को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके साथ ही विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के अवसर पर लोकभवन तक पैदल मार्च किया। इस दौरान उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, बृजेश पाठक, राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा समेत तमाम सरकार के मंत्री और पदाधिकारी मौजूद रहे। सीएम योगी ने कहा कि आज ही के दिन साल 1947 में निहित राजनीतिक स्वार्थ के लिए विभाजन की त्रासदी की ओर ढकेला गया था। यह मात्र देश का विभाजन नहीं, बल्कि मानवता का विभाजन था। सीएम योगी ने कहा कि आज पूरा देश विभाजन की त्रासदी के स्मृति दिवस में एकत्र होकर इतिहास के काले अध्याय को स्मरण कर रहा है। इतिहास केवल एक अध्यय का विषय नहीं होता है, वो एक प्रेरणा होती है। गलतियों के परमार्जिन और गौरवशाली क्षणों से प्रेरणा ग्रहण करने का एक संकल्प होता है। विभाजन की त्रासदी हम सबको इन्ही बातों की ओर आकर्षित करती है।
सीएम योगी ने कहा कि आखिर क्या कारण था कि दुनिया का एक सनातन राष्ट्र जो हजारों हजार वर्षों से एक भारत रहा हो, वह भारत पहले गुलाम हुआ। विदेशी आक्रांताओं ने यहां की परंपरा और संस्कृति को तोड़ा और रौंद डाला। फिर जब भारत ने अंगड़ाई ली। हमारे जवानों ने विदेशी हुकूमतों को उखाड़ फेंका था। तब इस विभाजन त्रासदी का सामना सनातन राष्ट्र को करना पड़ा था। वहीं सीएम योगी ने एक्स पर पोस्ट भी किया है। सीएम योगी ने लिखा कि विश्व को ‘वसुधैव कुटुंबकम्’ के आत्मीय भाव से परिचित कराने वाली हमारी भारत माँ को आज ही के दिन, वर्ष 1947 में निहित राजनीतिक स्वार्थ के लिए विभाजन की त्रासदी की ओर ढकेला गया था। यह मात्र देश का विभाजन नहीं, बल्कि मानवता का विभाजन था। इस अमानवीय निर्णय से असंख्य निर्दोष नागरिकों को अपने प्राण गंवाने पड़े, विस्थापन का दंश झेलना पड़ा, यातनाएं सहनी पड़ीं। इस अमानवीय त्रासदी में बलिदान हुए सभी निर्दोष नागरिकों को आज ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ पर विनम्र श्रद्धांजलि।
वहीं लोकसभवन में कार्यक्रम के दौरान उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि विभाजन विभीषिका के समय के अखबारों के लेख को पढ़िए और फ़ोटो को देखिए। विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस समारोह मात्र का दिन नहीं है, बल्कि संकल्प लेने वाला दिन है कि फिर कभी कोई पाकिस्तान भारत से अगल होने की सोच भी मन में ना ला सके। केशव ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में देश और मुख्यमंत्री के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सुरक्षित और शक्तिशाली है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि देश की एकता और अखंडता से बड़ा हमारा आपका कोई दायित्य नहीं है। आज हम सबका सिर्फ एक ही दायित्व है कि देश को हर तरह से मजबूत बनाने के लिए क्या और कैसे कर सकते है।
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि तमाम शहादतों और कई जवानों के फांसी के फंदे पर झूलने के बाद हम लोगों 15 अगस्त 1947 को आजादी मिली थी। वहीं दूसरी ओर विभाजन की त्रासदी को भी झेलना पड़ा था। उसका दंश इतना भयावह था कि हमारा देश मजहब के आधार पर टुकड़े टुकड़े हो गया और दो देश बन गए। उन्होंने कहा कि इस त्रासदी को पंजाब और बंगाल से आने वाले सिख समाज के जवानों ने झेला है। हमारे देश ने ऐसा दंश झेला है, जिसे हमें कभी नहीं भूलना चाहिए। यही नहीं आपकी जानकारी के लिए बता दे कि उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर देश के सर्वश्रेष्ठ मुख्यमंत्री का खिताब हासिल किया है। पिछले साढ़े सात साल में उत्तर प्रदेश अपने कार्य से अलग पहचान बनाने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक बार फिर देश के सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री बनकर उभरे हैं। प्रतिष्ठित मीडिया समूह के ‘मूड ऑफ द नेशन’ सर्वे में योगी आदित्यनाथ को नंबर वन सीएम के तौर पर जनता ने चुना है। देशभर में 1.36 लाख से अधिक जनता के बीच हुए सर्वे में 33 प्रतिशत से अधिक लोगों ने योगी को बेस्ट सीएम माना है। योगी इस सर्वे में लगातार तीसरी बार देश के बेस्ट चीफ मिनिस्टर चुने गए हैं। वहीं, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बहुत पीछे हैं।
सर्वे में देश के 30 राज्यों की जनता से सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री के बारे में पूछे गये सवालों में योगी आदित्यनाथ को सर्वाधिक मत मिले हैं। जनता से पूछा गया कि वे किसे देश का सबसे बेहतरीन मुख्यमंत्री मानते हैं? इस पर 33 प्रतिशत से अधिक लोगों ने योगी आदित्यनाथ के नाम पर अपनी मुहर लगाई है। इस सर्वे में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को मात्र 13.8 प्रतिशत लोगों ने लोकप्रिय माना है। पश्चिम बंगाल की सीएम लिस्ट में तीसरे स्थान पर हैं। उन्हें 9.1 प्रतिशत लोगों ने समर्थन दिया।