हाल ही में चंडीगढ़ मेयर चुनाव में घमासान देखने को मिला था! कांग्रेस, AAP और विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के अन्य दलों ने चंडीगढ़ के मेयर चुनाव में बीजेपी की जीत को लोकतंत्र के लिए काला दिन बताया है। विपक्षी दलों ने कहा कि जनादेश को खत्म करना बीजेपी की आदत बन गई है। बीजेपी ने मंगलवार को चंडीगढ़ में महापौर चुनाव में मेयर समेत सभी तीन पदों पर जीत हासिल की है और कांग्रेस-आप गठबंधन को हरा दिया। इस चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार मनोज सोनकर ने कांग्रेस समर्थित आम आदमी पार्टी के कुलदीप कुमार को हराकर जीत हासिल की। सोनकर को 16 मत मिले, जबकि कुमार के पक्ष में 12 मत आए। आठ मतों को अवैध घोषित कर दिया गया। उधर कांग्रेस प्रवक्ता रागिनी नायक ने इस जीत को बेईमानी और गुंडागर्दी करार देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो पोस्ट कर बीजेपी पर तंज कसा है। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। AAP के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल ने कहा कि पूरे देश ने देखा कि चंडीगढ़ मेयर चुनाव में क्या हुआ। उन्होंने कहा, ‘यह लोकतंत्र के लिए काला दिन है। सभी ने देखा कि उन्होंने किस तरह वोट चुराए और अपने उम्मीदवार को बलपूर्वक जिताया। मुद्दा यह नहीं है कि मेयर कौन बनता है, लेकिन देश नहीं हारना चाहिए और लोकतंत्र नहीं हारना चाहिए।’ केजरीवाल ने कहा, ‘कांग्रेस-AAP गठबंधन के पास स्पष्ट बहुमत था और यह सीधा चुनाव था। आठ वोट या कुल वोटों का 25 प्रतिशत अवैध घोषित कर दिया गया। यह किस तरह का चुनाव था?’
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने चुनाव में धोखाधड़ी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘इस दिन को हमारे देश के इतिहास में काले दिन के रूप में याद किया जाएगा।’ मेयर पद के लिए परिणाम घोषित होते ही विपक्षी गठबंधन INDIA के दोनों दो दलों के पार्षदों ने चंडीगढ़ नगर निगम सदन में हंगामा किया। पंजाब के मुख्यमंत्री ने निर्वाचन अधिकारी अनिल मसीह पर काउंटिंग के दौरान मतपत्रों पर कुछ निशान बनाकर उन्हें अवैध करार देने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि अनिल मसीह BJP के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के पदाधिकारी हैं जिन्हें निर्वाचन अधिकारी बनाया गया। मान ने कहा, ‘मेरी मांग है कि निर्वाचन अधिकारी के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज होना चाहिए। उन्होंने लोकतंत्र की हत्या की है।’
कांग्रेस ने चंडीगढ़ मेयर चुनाव में BJP की जीत पर कहा कि उसे हैरानी नहीं है कि लोकतंत्र की हत्या के लिए 30 जनवरी का दिन चुना गया। पार्टी के संगठन महासचिव के. सी. वेणुगोपाल ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘लोकतांत्रिक व्यवस्था पर निर्लज्ज तरीके से कब्जा किया गया। चंडीगढ़ में मेयर चुनाव जीतने के लिए विपक्षी वोटों को अवैध घोषित करना दर्शाता है कि लोकतांत्रिक जनादेश को खत्म करना BJP की दूसरी प्रकृति है।’ बता दे कि सोनकर को 16 मत मिले, जबकि कुमार के पक्ष में 12 मत आए। आठ मतों को अवैध घोषित कर दिया गया। उधर कांग्रेस प्रवक्ता रागिनी नायक ने इस जीत को बेईमानी और गुंडागर्दी करार देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो पोस्ट कर बीजेपी पर तंज कसा है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा, ‘इस तारीख को गांधीजी की हत्या हुई थी और 76 साल बाद उन्होंने बीजेपी ने लोकतंत्र की हत्या की है, यह लोकतंत्र के लिए काला दिन है। उन्होंने खुलेआम गुंडागर्दी की और यह कैमरे में कैद हो गया। पूरा देश देख रहा है कि उन्होंने कैसे वोट चुराए। चुनाव कोई भी जीत सकता है या हार सकता है, देश को हारना नहीं चाहिए। मुद्दा यह है कि उन्होंने चंडीगढ़ मेयर का चुनाव खुली धोखाधड़ी से जीता है।’
वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। AAP के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल ने कहा कि पूरे देश ने देखा कि चंडीगढ़ मेयर चुनाव में क्या हुआ। उन्होंने कहा, ‘यह लोकतंत्र के लिए काला दिन है। उन्होंने दावा किया कि अनिल मसीह BJP के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के पदाधिकारी हैं जिन्हें निर्वाचन अधिकारी बनाया गया। मान ने कहा, पूरा देश देख रहा है कि उन्होंने कैसे वोट चुराए। चुनाव कोई भी जीत सकता है या हार सकता है, देश को हारना नहीं चाहिए। मुद्दा यह है कि उन्होंने चंडीगढ़ मेयर का चुनाव खुली धोखाधड़ी से जीता है।’‘मेरी मांग है कि निर्वाचन अधिकारी के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज होना चाहिए। उन्होंने लोकतंत्र की हत्या की है।’कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने महात्मा गांधी की पुण्यतिथि का हवाला देते हुए ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि BJP ने चंडीगढ़ में लोकतंत्र की हत्या के लिए 30 जनवरी का दिन चुना।’