क्या विपक्षी दलों की बैठक में आप और कांग्रेस हो पाएंगे एक?

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विपक्षी दलों की बैठक में आप और कांग्रेस का एक हो पाना अब मुश्किल नजर आ रहा है! विपक्षी एकता की राह में एक नहीं, अनेक रोड़े हैं। कुनबों को जोड़ना आसान काम नहीं। खासकर तब जब हर कुनबे का अपना-अपना एजेंडा हो, अपना-अपना हित हो और एक-दूसरे से अलग-अलग तरह की शंका-संदेह हो। पटना में शुक्रवार को विपक्षी दलों की मीटिंग से पहले यही बातें देखने को मिलने लगी हैं।बहरहाल, उधर पटना में आप के कार्यकर्ता बैनर-पोस्टर के साथ नारेबाजी भी करने लगे हैं। आप कार्यकर्ता बैनर-पोस्टर दिखाकर अपने नेता अरविंद केजरीवाल को 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्षी दलों की तरफ से प्रधानमंत्री पद का संयुक्त उम्मीदवार घोषित करने की मांग कर रहे हैं। आप के इस रवैये पर बैठक के सूत्रधार नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू की कड़ी प्रतिक्रिया आई है। जेडीयू ने कहा है कि बैठक से पहले सार्वजनिक तौर पर इस तरह की बातें करना सही नहीं है।सूत्रों की मानें तो दिल्ली और पंजाब में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी ने विपक्षी दलों को संदेश भिजवा दिया है कि अगर कांग्रेस ने उसे दिल्ली में अध्यादेश के मुद्दे पर समर्थन देने का वादा नहीं किया तो वह पटना की बैठक से दूर रहेगी। सूत्रों ने कहा कि अगर कांग्रेस ने दिल्ली में प्रशासनिक सेवाओं पर नियंत्रण से संबंधित केंद्र सरकार के अध्यादेश के खिलाफ आम आदमी पार्टी को समर्थन देने का वादा नहीं किया तो आप शुक्रवार को पटना में होने वाली बैठक का बहिष्कार कर देगी।बहरहाल, उधर पटना में आप के कार्यकर्ता बैनर-पोस्टर के साथ नारेबाजी भी करने लगे हैं। आप कार्यकर्ता बैनर-पोस्टर दिखाकर अपने नेता अरविंद केजरीवाल को 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्षी दलों की तरफ से प्रधानमंत्री पद का संयुक्त उम्मीदवार घोषित करने की मांग कर रहे हैं। आप के इस रवैये पर बैठक के सूत्रधार नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू की कड़ी प्रतिक्रिया आई है। जेडीयू ने कहा है कि बैठक से पहले सार्वजनिक तौर पर इस तरह की बातें करना सही नहीं है।साल 2024 के लोकसभा चुनावों में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी बीजेपी से मुकाबला करने के लिए एक संयुक्त रणनीति बनाने के सिलसिले में बिहार के मुख्यमंत्री व जनता दल यूनाइटेड के प्रमुख नीतीश कुमार ने विपक्षी दलों की बैठक बुलाई है।

इसी बैठक के लिए आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल को भी न्योता मिला हुआ है। हालांकि, अब आप के सूत्र ने कहा, ‘2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्षी दलों की तरफ से प्रधानमंत्री पद का संयुक्त उम्मीदवार घोषित करने की मांग कर रहे हैं। आप के इस रवैये पर बैठक के सूत्रधार नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू की कड़ी प्रतिक्रिया आई है। जेडीयू ने कहा है कि बैठक से पहले सार्वजनिक तौर पर इस तरह की बातें करना सही नहीं है।साल 2024 के लोकसभा चुनावों में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी बीजेपी से मुकाबला करने के लिए एक संयुक्त रणनीति बनाने के सिलसिले में बिहार के मुख्यमंत्री व जनता दल यूनाइटेड के प्रमुख नीतीश कुमार ने विपक्षी दलों की बैठक बुलाई है।अगर कांग्रेस ने अध्यादेश के खिलाफ समर्थन का वादा नहीं किया तो आप बैठक से बहिर्गमन कर देगी।’ दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने मंगलवार को उम्मीद जताई थी कि कांग्रेस पटना में विपक्षी दलों की बैठक में अध्यादेश पर अपना रुख स्पष्ट करेगी।

बहरहाल, उधर पटना में आप के कार्यकर्ता बैनर-पोस्टर के साथ नारेबाजी भी करने लगे हैं।2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्षी दलों की तरफ से प्रधानमंत्री पद का संयुक्त उम्मीदवार घोषित करने की मांग कर रहे हैं। आप के इस रवैये पर बैठक के सूत्रधार नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू की कड़ी प्रतिक्रिया आई है। जेडीयू ने कहा है कि बैठक से पहले सार्वजनिक तौर पर इस तरह की बातें करना सही नहीं है।साल 2024 के लोकसभा चुनावों में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी बीजेपी से मुकाबला करने के लिए एक संयुक्त रणनीति बनाने के सिलसिले में बिहार के मुख्यमंत्री व जनता दल यूनाइटेड के प्रमुख नीतीश कुमार ने विपक्षी दलों की बैठक बुलाई है। आप कार्यकर्ता बैनर-पोस्टर दिखाकर अपने नेता अरविंद केजरीवाल को 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्षी दलों की तरफ से प्रधानमंत्री पद का संयुक्त उम्मीदवार घोषित करने की मांग कर रहे हैं। आप के इस रवैये पर बैठक के सूत्रधार नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू की कड़ी प्रतिक्रिया आई है। जेडीयू ने कहा है कि बैठक से पहले सार्वजनिक तौर पर इस तरह की बातें करना सही नहीं है।