Friday, April 11, 2025
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क्या अब बॉलीवुड देगा साउथ की फ़िल्मों को टक्कर?

अब बॉलीवुड साउथ की फ़िल्मों को टक्कर दे सकता है! इन दिनों बॉक्स ऑफिस पर शाहरुख खान की फिल्म ‘जवान’ की जबरदस्त सफलता के बाद अब उनके तमाम चाहने वालों को किंग खान की क्रिसमस पर रिलीज होने वाली अगली फिल्म ‘डंकी’ का बेसब्री से इंतजार है। फिल्म ‘डंकी’ दर्शकों के लिए इसलिए भी खास है, क्योंकि इस फिल्म को सुपरहिट डायरेक्टर राजकुमार हिरानी ने डायरेक्ट किया है। लेकिन इसी बीच सुपरस्टार प्रभास की फिल्म ‘सालार’ भी क्रिसमस पर रिलीज हो रही हैं। खास बात ये है कि फिल्म ‘सालार’ के डायरेक्टर प्रशांत नील हैं, जिनकी ‘केजीएफ’ फ्रेंचाइजी पहले ही सुपरहिट हो चुकी है। बेशक शाहरुख ने अब तक जहां ‘पठान’ और ‘जवान’ को सोलो रिलीज किया है, वहीं अबकी बार उन्हें तगड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा। इससे पहले तेलुगू सुपरस्टार अल्लू अर्जुन अपनी फिल्म ‘पुष्पा 2’ की रिलीज अगले साल इंडिपेंडेंस वीकेंड के लिए घोषित कर चुके हैं। जबकि डायरेक्टर रोहित शेट्टी व अजय देवगन अपनी सुपरहिट ‘सिंघम’ फ्रेंचाइजी की तीसरी फिल्म ‘सिंघम अगेन’ के लिए इस रिलीज डे को पहले से ही बुक कर चुके हैं।

बेशक अभी तक हॉलीवुड की बड़ी फिल्मों के लिए मैदान छोड़ने वाले बॉलीवुडवालों को अब साउथ की फिल्मों से नई चुनौती मिल रही है। बीते साल रिलीज हुई साउथ की दो बड़ी फिल्मों ‘आरआरआर’ व ‘केजीएफ 2’ के लिए हिंदी फिल्मों के निर्माताओं ने मैदान छोड़ दिया था। लेकिन आने वाले दिनों में फिल्में ज्यादा और रिलीज डेट कम होने के कारण ऐसा होना मुश्किल नजर आ रहा है। इस साल दशहरे पर जहां टाइगर श्रॉफ की ‘गणपत’ के अपोजिट तमिल सुपरस्टार थलपति विजय की ‘लियो’ और तेलुगू सुपरस्टार रवि तेजा की ‘टाइगर नागेश्वर राव’ रिलीज होगी। वहीं, अप्रैल में जूनियर एनटीआर की फिल्म ‘देवरा’ का मुकाबला सुपरहिट फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ के डायरेक्टर की अगली फिल्म ‘बस्तर’ से होगा। जबकि अगले साल 2024 में कन्नड़ सुपरस्टार ऋषभ शेट्टी की सुपरहिट फिल्म ‘कांतारा’ का अगला भाग ‘कांतारा 2’, कमल हासन की सुपरहिट ‘इंडियन’ का अगला भाग ‘इंडियन 2’, प्रभास की अगली फिल्म ‘कल्कि 2898 AD’ व तेलुगू सुपरस्टार रामचरण की अगली फिल्म ‘गेम चेंजर’ भी हिंदी में डब होकर रिलीज होंगी। ऐसे में, बॉलीवुडवालों के लिए इन सब फिल्मों से भिड़ना या इनके लिए मैदान खाली छोड़ना दोनों ही आसान नहीं होगा।

साउथ और बॉलीवुड फिल्मों के मुकाबले के बारे में बात करने पर प्रोड्यूसर व फिल्म बिजनेस एनालिस्ट गिरीश जौहर कहते हैं, ‘कोरोना से पहले बॉलीवुडवाले सिर्फ हॉलीवुड से क्लैश टालते थे, लेकिन अब उनके सामने साउथ के रूप में दोहरी चुनौती आ गई है। हालांकि आने वाले दिनों में इन क्लैश को टालना मुश्किल होगा। अगर बॉलीवुड वाले साउथ से क्लैश टालेंगे, तो उन्हें आपस में टकराना होगा। वहीं बात अगर क्रिसमस पर संभावित क्लैश की करें, तो अगर 22 दिसंबर को बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान की ‘डंकी’ व तेलुगू सुपरस्टार प्रभास की ‘सालार’ के बीच क्लैश इंडस्ट्री के लिए अच्छा नहीं होगा। बेशक प्रभास और प्रशांत नील को साउथ में अच्छा रिस्पॉन्स मिलेगा, लेकिन नॉर्थ में शाहरुख व राजकुमार हिरानी लीड करेंगे। वहीं फिल्म ‘जवान’ से साउथ में मजबूत पकड़ बनाने वाले किंग खान को साउथ में मुश्किलों को सामना करना पड़ेगा। वहीं उसी दिन सुपरहिट ‘एक्वामैन’ फ्रेंचाइजी की अगली फिल्म ‘एक्वामैन 2’ रिलीज होने से ‘डंकी’ व ‘सालार’ दोनों को ही इंटरनेशनल मार्केट में परेशानियों को सामना करना पड़ेगा। ‘एक्वामैन 2’ की रिलीज काफी पहले से घोषित है। इसलिए ओवरसीज में शाहरुख और प्रभास की जबरदस्त लोकप्रियता होने के बावजूद दोनों को स्क्रीन मिलने में दिक्कत आएगी, क्योंकि हॉलीवुड के लिए पहली पसंद ‘एक्वामैन 2’ होगी। भारत में भी जेसन मोमोआ के चाहने वाले कम नहीं है। पिछले दिनों उन्होंने ‘फास्ट एक्स’ में बेहतरीन रोल किया है।’

वेव सिनेमाज के वाइस प्रेसिडेंट योगेश रायजादा कहते हैं, ‘कोई दो बड़ी फिल्मों का क्लैश होने से दोनों ही फिल्मों को 20 से 30 फीसदी कमाई का नुकसान होता है। अगर ‘गदर 2’ और ‘ओएमजी 2’ दोनों ही अलग अलग डेट्स पर रिलीज होती, तो दोनों ही फिल्मों को और ज्यादा स्क्रीन मिल सकती थी, जिसके चलते उनकी कमाई और ज्यादा बढ़ सकती थी। लेकिन आने वाले दिनों में क्लैश को टाला नहीं जा सकता। अब हिंदी फिल्मों का मार्केट बॉलीवुड, हॉलीवुड व साउथ तीनों फिल्मों के खुला होने के कारण फिल्में ज्यादा रिलीज होंगी और बड़ी रिलीज डेट कम होने के चलते क्लैश करना मजबूरी बन गया है। लेकिन ऐसी स्थिति में सिनेमावाले स्टार की बजाय पूरी तरह कॉन्टेंट पर निर्भर हो जाते हैं। दो बड़ी फिल्मों के एक साथ आने पर भले ही शुरुआत में दोनों को बराबर स्क्रीन मिल जाए, लेकिन वीकेंड के बाद दर्शकों की डिमांड के हिसाब से स्क्रीन कम ज्यादा होने लगती हैं। जबकि सिंगल स्क्रीन के मामले में फिल्मवाले पहले ही एक या दो हफ्ते का फिल्म चलाने का कॉन्ट्रैक्ट कर लेते थे। फिर चाहे वह फिल्म चले या फिर ना चले। फिर मौजूदा समय में देशभर में सिनेमा स्क्रीन की संख्या तेजी से बढ़ रही है। वहीं तमाम जगहों पर 10 से 12 स्क्रीन वाले सिनेमाघर भी खुल गए हैं। ऐसे में, अब मल्टीप्लेक्स वालों को दो बड़ी फिल्मों को साथ में रिलीज करने में उतनी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता। वहीं बड़े त्योहारों पर दर्शकों को भी ज्यादा फिल्मों की चॉइस मिल जाती है। कुछ दर्शक तो त्योहारी लॉन्ग वीकेंड पर दोनों ही फिल्मों को देखना पसंद करते हैं।’

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