बृजभूषण शरण सिंह का केस कमजोर हो सकता है! बृजभूषण शरण सिंह मामले ने एकदम से बड़ा टर्न ले लिया है। नाबालिग पहलवान के पिता के बयान से ऐसा हुआ है। उन्होंने बड़ी बात कबूली है। इस कबूलनामे के बाद पूरे केस की दिशा बदल सकती है। उन्होंने कहा है कि उन पर बदले का भूत सवार था। डब्ल्यूएफआई चीफ के खिलाफ यौन उत्पीड़न की झूठी शिकायत दर्ज कराने की यही वजह थी। वह अपनी बेटी के साथ हुई नाइंसाफी से बेहद नाराज थे। पिछले छह महीने से पहलवान यौन उत्पीड़न के मामले को लेकर बृजभूषण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंंह भारतीय कुश्ती संघ के प्रमुख हैं। नाबालिग पहलवान की शिकायत के बाद पोक्सो कानून के तहत उनके खिलाफ जांच चल रही है। पिता का बयान ऐसे समय आया है जब एक दिन पहले प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात की थी। बृजभूषण शरण सिंंह बार-बार खुद को निर्दोष बताते रहे हैं। वह कहते आए हैं कि अगर उन्हें दोषी पाया जाता है तो वह फांसी पर लटकने के लिए तैयार हैं। नाबालिग पहलवान के पिता ने कहा है कि यह बेहतर है कि सच अदालत में आने की बजाय अभी सामने आ जाए। उनसे पूछा गया था कि अब वह अपनी बात से क्यों पलट रहे हैं। उन्होंने कहा,‘अब जब बातचीत शुरू हो गई है तो सरकार ने पिछले साल मेरी बेटी की हार एशियाई अंडर 17 चैम्पियनशिप ट्रायल की निष्पक्ष जांच का वादा किया है। मेरा भी फर्ज बनता है कि अपनी गलती सुधारूं।’
उन्होंने अपनी और अपनी बेटी की बृजभूषण के खिलाफ कड़वाहट का भी स्पष्टीकरण दिया है। इसकी शुरुआत लखनऊ में 2022 में एशियाई अंडर 17 चैम्पियनशिप के ट्रायल से हुई। इसमें नाबालिग लड़की फाइनल में हारकर भारतीय टीम में जगह नहीं बना सकी थी । उन्होंने रैफरी के फैसले के लिए बृजभूषण को दोषी ठहराया ।पिता का बयान ऐसे समय आया है जब एक दिन पहले प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात की थी। बृजभूषण शरण सिंंह बार-बार खुद को निर्दोष बताते रहे हैं। वह कहते आए हैं कि अगर उन्हें दोषी पाया जाता है तो वह फांसी पर लटकने के लिए तैयार हैं। नाबालिग पहलवान के पिता ने कहा है कि यह बेहतर है कि सच अदालत में आने की बजाय अभी सामने आ जाए। उनसे पूछा गया था कि अब वह अपनी बात से क्यों पलट रहे हैं। उन्होंने कहा,‘अब जब बातचीत शुरू हो गई है तो सरकार ने पिछले साल मेरी बेटी की हार एशियाई अंडर 17 चैम्पियनशिप ट्रायल की निष्पक्ष जांच का वादा किया है। मेरा भी फर्ज बनता है कि अपनी गलती सुधारूं।’उन्होंने अपनी और अपनी बेटी की बृजभूषण के खिलाफ कड़वाहट का भी स्पष्टीकरण दिया है। इसकी शुरुआत लखनऊ में 2022 में एशियाई अंडर 17 चैम्पियनशिप के ट्रायल से हुई। इसमें नाबालिग लड़की फाइनल में हारकर भारतीय टीम में जगह नहीं बना सकी थी । उन्होंने रैफरी के फैसले के लिए बृजभूषण को दोषी ठहराया । उन्होंने कहा ,‘मैं बदले की भावना से भर गया था क्योंकि रैफरी के एक फैसले से मेरी बच्ची की एक साल की मेहनत बेकार हो गई थी । मैने बदला लेने का फैसला किया।’उन्होंने कहा ,‘मैं बदले की भावना से भर गया था क्योंकि रैफरी के एक फैसले से मेरी बच्ची की एक साल की मेहनत बेकार हो गई थी । मैने बदला लेने का फैसला किया।’
नाबालिग के पिता का यह कबूलनामा न सिर्फ चौंकाने वाला है। अलबत्ता यह पूरे केस का रुख बदल सकता है। अब तक बृजभूषण को कठघरे में खड़ा कर रही आवाजें धीमी पड़ सकती हैं।पिता का बयान ऐसे समय आया है जब एक दिन पहले प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात की थी। बृजभूषण शरण सिंंह बार-बार खुद को निर्दोष बताते रहे हैं। वह कहते आए हैं कि अगर उन्हें दोषी पाया जाता है तो वह फांसी पर लटकने के लिए तैयार हैं। नाबालिग पहलवान के पिता ने कहा है कि यह बेहतर है कि सच अदालत में आने की बजाय अभी सामने आ जाए। उनसे पूछा गया था कि अब वह अपनी बात से क्यों पलट रहे हैं। उन्होंने कहा,‘अब जब बातचीत शुरू हो गई है तो सरकार ने पिछले साल मेरी बेटी की हार एशियाई अंडर 17 चैम्पियनशिप ट्रायल की निष्पक्ष जांच का वादा किया है। मेरा भी फर्ज बनता है कि अपनी गलती सुधारूं।’ शुरू से ही बृजभूषण शरण सिंंह खुद को मामले में निर्दोष बताते रहे हैं। यह उनके स्टैंड को मजबूत करेगा। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात के बाद पहलवानों ने जांच तक अपने प्रदर्शन को थामने के लिए कहा था। लेकिन, यह खुलासा जांच पर भी असर डालेगा। यह कोई और नहीं बल्कि उस नाबालिग के पिता का है जो पूरे मामले में केंद्र में है।