क्या ममता बनर्जी को जीत दिला पाएंगे क्रिकेटर यूसुफ पठान?

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यह सवाल उठना लाजिमी है कि क्या क्रिकेटर यूसुफ पठान ममता बनर्जी को जीत दिला पाएंगे या नहीं! तृणमूल कांग्रेस टीएमसी ने 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए गुजरात के रहने वाले क्रिकेटर युसूफ पठान को राज्य की बहरामपुर लोकसभा से उम्मीदवार बनाया है। कोलकाता की रैली में युसूफ पठान मौजूद थे। रैली में उन्होंने थम्स अप करके लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। रैली के बाद युसूफ पठान की मुलाकात मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से हुई। इस दौरान युसूफ पठान ने विक्ट्री साइन बनाकर अपनी खुशी का इजहार किया। तृणमूल कांग्रेस की तरफ से बहरामपुर का टिकट मिलने के बाद युसूफ पठान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि मैं ममता बनर्जी का सदैव आभारी हूं, कि उन्होंने टीएमसी परिवार में मेरा स्वागत किया और संसद में लोगों की आवाज बनने के लिए जिम्मेदारी सौंपी है। मैं लोगों के प्रतिनिधि के रूप में, गरीबों और वंचितों का उत्थान के काम करूंगा। यही मेरा कर्तव्य है। मैं यही हासिल करने की उम्मीद करता हूं। टीएमसी ने कोलकाता के ब्रिगेड ग्राउंड पर हुई पार्टी की रैली को JonogorjonSabha का नाम दिया था।

युसूफ पठान गुजरात के वडोदरा शहर से ताल्लुक रखते हैं। वे काफी गरीब परिवार से आते हैं। उनके पिता वडोदरा शहर के बीचाेचीच एक पुरानी मस्जिद में रहते थे। मांडवी की इसी मस्जिद युसुफ और इरफान का बचपन बीता। दोनों पास के एक ग्राउंड में खेलने जाते थे। बाद में दोनों भाई टीम इंडिया और फिर आईपीएल के लिए खेले। युसूफ पठान को पशुओं से काफी प्रेम हैं। वे एनीमल लवर के तौर पर जाने जाते हैं। पठान परिवार में अभी तक कोई राजनीति में नहीं गया है। यह पहला मौका होगा जब युसूफ पठान राजनीति में कदम रख रहे हैं।

बहरामपुर सीट से अभी कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी सांसद हैं। कांग्रेस ने उन्हें लोकसभा का नेता बनाया था। काफी विवादों के बाद भी पार्टी ने उन्हें लोकसभा में नेता के पद पर बरकरार रखा था। बहरामपुर सीट के समीकरण की बात करें तो यह सीट मुर्शीदाबाद जिले में आती है। इस सीट पर कुल मतदाताओं में 66 फीसदी मुस्लिम हैं।चौधरी 1999 से लगातार जीतते आ रहे हैं। पिछले दिनों उन्होंने ममता बनर्जी से बढ़ती तनातनी के बीच कहा था कि मैं चुनाव लड़कर और जीतकर यहां तक पहुंचा हूं। मैं जानता हूं कि कैसे लड़ना है और कैसे जीतना है। 2019 के चुनावों में अधीर रजंन को 45.43 फीसदी वोट मिले थे। तृणमूल कांग्रेस को 39.23 फीसदी, बीजेपी को 10.99फीसद वोट मिले थे। टीएमसी के मुस्लिम कार्ड से अधीर रंजन की जीत अधर में अटकने की संभावना जताई जा रही है। लोकसभा क्षेत्र की सात विधानसभा क्षेत्रों में छह पर टीएमसी और 1 पर बीजेपी का कब्जा है।

वहीं तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल की हुगली सीट से रचना बनर्जी को उम्मीदवार बनाया है। रचना बनर्जी दीदी नंबर वन शो करके सुर्खियों में आई थी। उनके कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी पहुंची थी। बंगाल में जबरदस्त लोकप्रियता रखने वाली रचन बनर्जी जो अपने शो दीदी नंबर-1 के जानी जाती हैं। तृणमूल कांग्रेस हुगली लोकसभा सीट से उन्हें उम्मीदवार घोषित किया है। जब ममता बनर्जी टेलीविजन शो में रचना बनर्जी के साथ नजर आई थी। तभी से उनके राजनीति में आने की अटकलें शुरू हो गई थीं। टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी रचना बनर्जी के शो में तीन मार्च को नजर आई थीं।

तृणमूल कांग्रेस की कोलकाता के ब्रिगेड ग्राउंड की रैली में भी रचना बनर्जी ममता बनर्जी के साथ चलीं। रैली में टीएमसी के महासचिव अभिषेक बनर्जी ने रचना बनर्जी के नाम का ऐलान किया। रचना बनर्जी बांग्ला फिल्मों का जाना-पहचाना नाम हैं, हालांकि वे पिछले कई सालों से बड़े पर्दे से दूर थीं, लेकिन इसके बाद भी उनकी लोकप्रियता में कोई कमी नहीं आई है। वे टेलीविजन के जरिए टीआरपी के शिखर पर बैठी हुई हैं। वर्तमान में रचना बनर्जी पूरे बंगाल में दीदी नंबर 1 के नाम से जानी जाती हैं। 49 साल की रचना बनर्जी मिस कलकत्ता भी रह चुकी हैं। वे दीदी नंबर 1 शो होस्ट करती हैं। यह शो जी बांग्ला पर आता है। रचना बनर्जी ने पहली शादी अपने को स्टार सिद्वांत मोहपात्रा से की थी। इसके बाद 2004 में तलाक ले लिया था। रचना इसके बाद प्रोबल बासु के साथ बंधन में आई थीं। उन्होंने 2016 में उनसे भी तलाक ले लिया था। रचना बनर्जी के एक बेटा है।

तृणमूल कांग्रेस से टिकट मिलने के बाद हुगली की लड़ाई काफी दिलचस्प हो गई है। इस सीट पर दो हीरोईनों के बीच फाइट होगी। अभी यहां बीजेपी की लॉकेट चटर्जी सांसद हैं। लॉकेट पहले से ही राजनीति में अनुभवी थीं। रचना पहली बार इस लड़ाई में उतर रही हैं। तृणमूल उनके लिए प्रचार की रणनीति बना रही है। 2019 के चुनावों में बीजेपी की लॉकेट चटर्जी हुगली सीट से जीती थीं। बीजेपी ने टीएमसी से सीट छीन ली थी। 2014 और 2009 में यहां से टीएमसी की डॉ. रत्ना डे जीती थीं। 2019 में लॉकेट चटर्जी ने डॉ रत्ना डे को 73,362 वोटों से हराया था।