ट्विटर के नए मालिक डिजिटल आंदोलन का शिकार बन सकते हैं! सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर के नए मालिक एलन मस्क पिछले तीन-चार दिनों से खूब चर्चा में हैं। ट्विटर के नए बॉस मस्क के इरादे बेहद खौफनाक लग रहे हैं। वह जितनी तेजी से पुराने कर्मचारियों की छुट्टी कर रहे हैं, उतनी ही तेजी से ट्विटर के मुनाफे को बढ़ाने की रणनीति पर भी काम कर रहे हैं। मगर मस्क को एक बाद याद रखनी चाहिए कि वह अपने कर्मचारियों पर जिस तरह से सितम ढा रहे हैं, ऐसा रवैया अगर ट्वीटर के यूजर्स के साथ अपनाएंगे तो उनकी बड़ी फजीहत हो सकती है। दरअसल एलन मस्क ट्विटर की खरीद में लगाए पैसे की भरपाई करने के लिए नए-नए तरीके लेकर आ रहे हैं, सबसे ज्यादा चर्चा ब्लू टिक के लिए 8 डॉलर यानी करीब 660 रुपये देने पर हो रही है। कुछ दिन पहले खबरें थी कि ट्विटर ब्लू टिक वालों से 20 डॉलर प्रति माह 1600 रुपये की रकम वसूल करेगा। हालांकि बाद से मस्क ने घोषणा की वेरिफिकेशन वाले ट्विटर हैंडलर्स से 8 डॉलर प्रति माह लिए जाएंगे। मस्क के इस फैसले से ब्लू टिक यूजर्स को काफी झटका लगा है, शायद ब्लू टिक यूजर्स ने मस्क के इस फैसले के खिलाफ डिजिटल आंदोलन करने का भी मन बना लिया है। तभी तो ट्विटर पर आज एक बुद्धिजीवी ब्लू टिक यूजर्स ने ऐसी हरकत की, जिससे मस्क की दुनिया में फजीहत हो गई। मजबूरीवश मस्क को उस यूजर्स का अकाउंट ब्लॉक करवाना पड़ा।
शनिवार सुबह से ट्विटर पर हड़कंप मचा हुआ है जब लोगों ने देखा कि एलन मस्क हिंदी और भोजपुरी में ट्वीट कर रहे हैं। मस्क के भोजपुरी ट्वीट के स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर जमकर वायरल होने लगे। दरअसल, ये ट्वीट एलन मस्क ने नहीं बल्कि @Iawoolford नाम के यूजर ने किए थे। उन्होंने अपने अकाउंट का नाम बदलकर एलन मस्क रख लिया था। हालांकि जैसे ही इसकी खबर ट्विटर को लगी तो ये अकाउंट सस्पेंड कर दिया गया। इयान वूलफोर्ड ऑस्ट्रेलिया की ला ट्रोब यूनिवर्सिटी में हिंदी भाषा और साहित्य के प्रोफेसर हैं। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया इंडिया इंस्टीट्यूट और एशिया लिटेरसी एबेंसडर में फेलोशिप भी की है।
सोशल नेटवर्किंग साइट के जानकारों का मानना है कि ट्विटर के ब्लू टिक यूजर्स विचारों की दृष्टि से काफी संभ्रांत होते हैं और उनके विचारों को मानने वाले कई फॉलोअर्स होते हैं। यही वजह है कि ट्विटर ने खुद उन्हें ब्लू टिक देकर वेरिफाइड यूजर्स की कैटेगिरी में रखा होता है, जो उन्हें आम यूजर्स से अलग करता है। जानकारों का कहना है कि अब ट्विटर ने ब्लू टिक यूजर्स से शुल्क की डिमांड करके उनके ईगो को छेड़ दिया है। शायद यही वजह है कि ट्विटर के ब्लू टिक यूजर्स ने अब मस्क के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर करने का मन बना लिया है। शनिवार को मस्क के नाम पर ट्विटर पर किया गया मजाक मस्क के खिलाफ होने वाले बड़े डिजिटल आंदोलन का संकेत दे रहा है।
पहले तक ट्विटर पूरी तरह से फ्री था, हालांकि बाद में पेड ट्विटर ब्लू सब्सक्रिप्शन (Twitter Blue Subscription) ऑफर किया, जिसमें कुछ प्रीमियम सर्विस ऑफर की जाती थी। इसके बाद ट्विटर (Twitter) ने 20 डॉलर चार्ज वसूलने का ऐलान किया।सोशल नेटवर्किंग साइट के जानकारों का मानना है कि ट्विटर के ब्लू टिक यूजर्स विचारों की दृष्टि से काफी संभ्रांत होते हैं और उनके विचारों को मानने वाले कई फॉलोअर्स होते हैं। यही वजह है कि ट्विटर ने खुद उन्हें ब्लू टिक देकर वेरिफाइड यूजर्स की कैटेगिरी में रखा होता है, जो उन्हें आम यूजर्स से अलग करता है। जानकारों का कहना है कि अब ट्विटर ने ब्लू टिक यूजर्स से शुल्क की डिमांड करके उनके ईगो को छेड़ दिया है। शायद यही वजह है कि ट्विटर के ब्लू टिक यूजर्स ने अब मस्क के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर करने का मन बना लिया है। शनिवार को मस्क के नाम पर ट्विटर पर किया गया मजाक मस्क के खिलाफ होने वाले बड़े डिजिटल आंदोलन का संकेत दे रहा है। हालांकि बाद में इसे बदलकर 8 डॉलर यानी 660 रुपये कर दिया गया। इसी के Elon Musk की तरफ से ऐलान किया गया कि अलग-अलग देश के लिए अलग-अलग रेट होंगे। एलन मस्क ने बताया कि पेड ब्लू टिक यूजर्स के रिप्लाई, सर्च और मेंशन में प्राथमिकता दी जाएगी। इसके अलावा ट्विटर पर लंबे वीडियो और ऑडियो पोस्ट को पोस्ट किया जा सकेगा। ट्विटर ब्लू टिक यूजर्स को पहले के मुकाबले कम विज्ञापन दिखाई देंगे।